इस बार संयुक्त अरब अमारात में आना तीन—चार साल बाद हुआ। मेडिकल इंस्टीट्यूट के प्रसिद्ध हृदरोग—विशेषज्ञ डॉ. सुभाष मनचंदा का भाषण था और मुझे अध्यक्षता के लिए बुलाया गया था। इंडिया क्लब का पूरा हॉल भरा था। डॉ. मनचंदा बोले ‘योग और स्वस्थ हृदय’ विषय पर। उन्होंने हृदय–रोग के बारे में इतनी सरल और उपयोगी […]
Category: विविधा
इस्लाम के नाम पर यह क्या?
इस्लाम के नाम पर पश्चिम एशिया में क्या हो रहा है? सीरिया, एराक, यमन आदि देशों में एक के बाद एक शहरों में ‘इस्लामी राज्य’ का कब्ज़ा होता जा रहा है। वहाँ की सरकारें हक्की—बक्की रह जाती हैं। उनकी फौजें और पुलिस भाग खड़ी होती हैं। यह सब तब हो रहा है जबकि इन-अरब राष्ट्रों […]
दिल्ली में दंगल जारी
दिल्ली के मुख्यमंत्री और उप—राज्यपाल के दंगल ने अब अपना अखाड़ा बदल लिया है। अब यह दंगल भाजपा और ‘आप’ के बीच शुरू हो गया है। ‘आप’ के नेताओं का मानना है कि उप—राज्यपाल नजीब जंग केंद्र सरकार के इशारे पर अरविन्द केजरीवाल सरकार को ठप करने पर उतारू हैं। वे न तो किसी अफसर […]
मोदी की चाणक्य−नीति
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इस विदेश यात्रा में सबका ध्यान उनकी चीन−यात्रा पर सबसे ज्यादा गया। जाना भी चाहिए था, क्योंकि चीन एशिया का सबसे बड़ा राष्ट्र है और भारत के साथ उसके संबंध उलझनभरे भी हैं लेकिन इस पूरी यात्रा में उनके मंगोलिया और दक्षिण कोरिया जाने का अपना कूटनीतिक और सामरिक महत्व है। […]
मोदी सरकार का एक वर्ष पूरा हुआ
– डा० कुलदीप चन्द अग्निहोत्री नरेन्द्र मोदी की सरकार ने अपना एक साल पूरा कर लिया है । भारत जैसे बड़े देश में नीतिगत परिवर्तनों और उसके क्रियान्वयन के लिये एक साल ज़्यादा मायने नहीं रखता , लेकिन जब एकबारगी में सत्ता की अवधि पाँच साल के लिये निश्चित हो , तो ज़ाहिर है एक […]
मोदी सरकार- बदलाव का एक साल
मृत्युंजय दीक्षित विगत 16 मई 2014 का दिन भारतीय राजनीति के इतिहास में एक बेहद ऐतिहासिक व अभूतपूर्व दिन था जब भारत की जनता जनार्दन ने एकजुट होकर 35 वर्षोें के बाद एक सषक्त नेतृत्व को पूर्ण बहुमत की सत्ता प्रदान कर दी। यह दिन भारत के लिए एक ऐतिहासिक सूर्योदय का दिन था जब […]
मृत्युंजय दीक्षित भारत में स्वतंत्र पत्रकारिता के जनक व समाजसेवी ब्रहमसमाज के संस्थापक राजाराममोहन राय का जन्म 22 मई सन् 1772 ई में बंगाल के एक धार्मिक ब्राहमण परिवार में हुआ था। राममोहन जी के पूर्वजों ने बंगाल के नवाबों के यहां उच्चपद पर कार्य किया किन्तु उनके अभद्र व्यवहार के कारण पद छोड़ दिया।वे […]
इस नारे के पीछे की सच्चाई कुछ और ही है
–निर्मल रानी– प्रकृति हालांकि अपने समस्त प्राणियों में लिंग के आधार पर संतुलन बनाए रखती है। परंतु मानव जाति ने अपनी बुद्धि तथा ‘ज्ञान’ का प्रयोग कर इस संतुलन को बिगाड़ने का काम किया है। परिणामस्वरूप भारत जैसे देशों में होने वाली कन्या भ्रुण हत्या के चलते लिंगानुपात में परिवर्तन होने लगा है। और देश […]
मोदी की तीन बड़ी बातें
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने अन्य देशों की तरह चीन में रहनेवाले भारतीयों को संबोधित किया। पांच हज़ार भारतीयों की सभा चीन जैसे देश में हो जाए, यह ही अपने आप में बड़ी बात है । भारत के किसी भी प्रधानमंत्री ने आज तक चीन में भारतीयों की इतनी बड़ी सभा को संबोधित नहीं किया। मोदी […]
मोदी की चीन यात्रा शायद सार्थक
नरेंद्र मोदी की सभी विदेश यात्राओं की तुलना में चीन-यात्रा शायद सबसे सार्थक रहेगी, हालांकि दोनों देशों के बीच इतिहास ने जो गांठें डाल दी हैं, वे अब भी ज्यों की त्यों है। सीमा-समस्या का अभी कोई ठोस समाधान नहीं निकला है। जैसे पहले वार्ताएं चलती रहीं, वैसी अब चलती रहेंगी। यदि मोदी सीमा-समस्या के […]