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महिलाओं की स्वतंत्रता , उचित या अनुचित

बजरंग मुनि (लेखक राजनीतिक चिंतक हैं।) समाज में शराफत और धूर्तता के बीच हमेशा ही टकराव रहा है। शरीफ लोगो की औसत संख्या अट्ठानवें प्रतिशत और अपराधी धूर्तो की दो प्रतिषत के आस पास होती है। ये दो प्रतिशत लोग स्वयं को सुरक्षित बनाये रखने के लिए वर्ग निर्माण का सहारा करते है। यह वर्ग […]

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प्राचीन भारतीय दार्शनिकों और कवियों का गणित के क्षेत्र में रहा अद्भुत योगदान

रोहन मूर्ति (लेखक हार्वर्ड विश्वविद्यालय के जूनियर फेलो हैं।) पिछले वर्ष मैंने अपने मित्रा गणितज्ञ मंजुल भार्गव को कई सार्वजनिक व्याख्यानों में कविता, गणित और संस्कृत के बीच गहरे संबंधों के बारे में कहते सुना। इस विषय पर बोलने वाले उससे पहले के अन्य गणितज्ञों की भांति मंजुल ने भी ढेरों उदाहरण दिए जिनसे यह […]

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योगी के सख्त कदम उठाने के बावजूद उत्तर प्रदेश में कम नहीं हो रहा है भ्रष्टाचार

अजय कुमार वैसे सरकारी अधिकारियों/कर्मचारियों के निलंबन और जांच का सिलसिला कोई नया नहीं है। पिछले साढ़े तीन वर्षों में योगी सरकार अलग-अलग विभागों के 325 से ज्यादा अफसरों और कर्मचारियों को निलंबन और डिमोशन जैसे दंड दिए। उत्तर प्रदेश की योगी सरकार भ्रष्ट नौकरशाही और कामचोर पुलिस वालों पर नियंत्रण करने में संघर्ष करती […]

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भारतवर्ष की एकता फंडामेंटल है

कृष्ण गोपाल आज जब हम देश की स्थिति को देखते हैं, तो बहुत सी ऐसी चीजें दिखती हैं जिससे लगता है कि देश में बहुत से अच्छे परिवर्तन हुए हैं। उदाहरण के लिए देखा जाए तो देश की साक्षरता में तेजी से सुधार आया है, आजादी के समय देश की साक्षरता बहुत कम थी। हालांकि […]

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असहिष्णुता महाराष्ट्र पर काबिज होती दिख रही

डॉ. शंकर सुवन सिंह सुशांत सिंह राजपूत केस का कमजोर होना मुंबई पुलिस की दबंगई का परिणाम है। किसी भी राज्य में शासक दबंगई के बल पर शासन करने लगे तो समझ लेना चाहिए की वंहा गुंडाराज है। गुंडाराज किसी भी राज्य के लिए उपलब्धि नहीं है। हिंसा के जरिये जोर जुल्म से बात मनवाना […]

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देश भर में एक वर्ग ऐसा वातावरण बनाने में जुटा है मानो भारत में कोई तानाशाही राज आ गया हो

डॉ. अजय खेमरिया वकील प्रशांत भूषण के ताजा अवमानना प्रकरण को बड़े व्यापक संदर्भ में समझने की आवश्यकता है। यह प्रकरण महज एक अवमानना भर का नहीं है बल्कि वामपंथ एवं कांग्रेस विचारधारा का विषैला और भारत विरोधी चेहरा भी उजागर करता है। संवैधानिक संस्थाएं और लोकतंत्र 2014 से पहले कभी खतरे में क्यों नहीं […]

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आर्यों के भारत पर आक्रमण का सिद्धांत , कपोलकल्पित है

ज्ञानेंद्र बरतरिया आर्यो के भारत पर आक्रमण की कथा कुछ इस प्रकार बताई जाती है। ईसा से करीब 1500 वर्ष पहले, उत्तर भारत पर आर्य नामक नस्ल के लोगों ने हमला किया था। वे गौर वर्ण के, तीखे नाक-नख्श वाले, घुड़सवार, घूमंतू जाति के बर्बर लोग थे, जो संभवत: मध्य एशिया से, या किसी और […]

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चर्म का मर्म

मानव शरीर विज्ञान से संबंधित महत्वपूर्ण लेख ______ मानव शरीर में 79 अंग खोजे जा चुके हैं उनमें सबसे बड़ा अंग है चमड़ी| शरीर के अंदरूनी अंगों का यह सुरक्षा बैरियर शरीर के तापमान को नियंत्रित करने वाला सबसे महत्वपूर्ण अंग है जो पूरी तरह वाटर प्रूफ है | हमारे शरीर के भार में 15% […]

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अजमेर शरीफ चिश्ती दरगाह बलात्कार काण्ड…. देश का सबसे बड़ा बलात्कार कांड….लगभग 25 साल बाद आया फैसला

प्रस्तुति – नीरज कौशिक सन् 1992 लगभग 25 साल पहले सोफिया गर्ल्स स्कूल अजमेर की लगभग 250 से ज्यादा हिन्दू लडकियों का रेप जिन्हें लव जिहाद/प्रेमजाल में फंसा कर, न केवल सामूहिक बलात्कार किया* बल्कि एक लड़की का रेप कर उसकी फ्रेंड/भाभी/बहन आदि को लाने को कहा, एक पूरा रेप चेन सिस्टम बनाया, जिसमें पीड़ितों […]

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भारतीय विज्ञान से ही है यूरोप के विज्ञान का अस्तित्व

आर० शंकर हमारे विद्यालयीन और महाविद्यालयीन पाठ्यक्रमों में यह स्पष्ट रूप से बताया जाता है कि भारत में विज्ञान की शिक्षा का सूत्रपात अंग्रेजों ने ही किया है। इसे काफी कृतज्ञतापूर्वक स्मरण किया जाता है कि यदि वे नहीं आते तो हम अभी भी बैलगाड़ी और घोड़ागाड़ी के युग में ही जी रहे होते, खेती […]

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