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सामरिक रूप से मजबूत होता भारत

योगेश कुमार गोयल डीआरडीओ द्वारा 1980 के दशक में उसी के विकल्प के तौर पर भगवान शिव के धनुष ‘पिनाक’ के नाम पर पिनाक रॉकेट सिस्टम विकसित करना शुरू किया गया था। पिनाक मिसाइल ‘पिनाक गाइडेड रॉकेट लांच सिस्टम’ का अपग्रेड संस्करण है। एलएसी पर जहां दोनों देशों की सेनाओं और हथियारों का जमावड़ा बढ़ […]

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लाल लाल लट्टू नचाने वाला…..

डॉ अवधेश कुमार अवध वक्त के साथ जमाना बदला और बदल गए बच्चों के सारे खेल भी। गुल्ली डंडा, आँख मिचौली, लट्टू नचाने से होते हुए विडियो गेम को पार कर जानलेवा मोबाइल गेम तक आ गए हैं हम। न केवल खेलों का स्वरूप बदला है बल्कि समाज के स्वरूप में भी आमूल चूल परिवर्तन […]

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बृहत्तर भारत में न केवल मानव-सुरक्षा की बात कही गई है, अपितु प्रत्येक प्राणी की सुरक्षा को महत्त्वपूर्ण माना गया

प्रवीण कुमार द्विवेदी सुरक्षा एक ऐसी अवस्था का नाम है जिसके रहने पर ही कोई भी कार्य सम्पादित हो सकता है। इसका तात्पर्य अच्छी प्रकार से रक्षा है। भौतिक और मानसिक दोनों अवस्थाओं की सम्यक् रक्षा ही वास्तव में सुरक्षा पद को चरितार्थ करती है। यह कार्य कठिन है; क्योंकि जो रक्षक होता है, (उसके […]

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भारतवर्ष में गुप्तचर प्रणाली की जड़ें अति प्राचीन

पूनम नेगी किसी भी देश की सुरक्षा में वहां के गुप्तचर तंत्र का अहम योगदान होता है। आज हमारे देश की गुप्तचर प्रणाली अत्यन्त सशक्त व अत्याधुनिक वैज्ञानिक उपकरणों से संयुक्त है। पर यह जानना वाकई दिलचस्प होगा कि इस गुप्तचर प्रणाली की जड़ें हमारे देश में अति प्राचीन हैं। इसे भारतीय संस्कृति की ऐसी […]

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भारतीय संस्कृति और ‘ उड़ता ‘ बॉलीवुड

राकेश सैन वास्तव में बॉलीवुड अगर एक बहुविध कलाकारों से भरी फिल्म है, तो इसमें नायक और खलनायक दोनों हैं। ड्रग्स बॉलीवुड की एक सच्चाई है, जिसकी सफाई इसलिए जरूरी है क्योंकि देश का नौजवान बॉलीवुड की चकाचौंध में अपने सपने तलाशता है। ”आपने मेरे भाई के बारे में पढ़ा है और मैंने अपने भाई […]

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भारत में बहुसंख्यक हिंदू समाज की दिशा और दशा

रामेश्वर प्रसाद मिश्र (लेखक प्रसिद्ध विचारक हैं।) जब भी हम हिंदू समाज और उसकी दशा पर चर्चा करते हैं, तो हम इंग्लैंड में हिंदुओं की दशा, अमेरिका में हिंदुओं की दशा, मुस्लिम राज्य में हिंदुओं की दशा पर चर्चा नहीं कर सकते। ठीक इसी प्रकार 1947 के बाद भारत में जो हो रहा है, उसका […]

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ना-ना करते विपक्ष ने चीन मुद्दे पर सरकार का किया समर्थन

ललित गर्ग रक्षामंत्री का पड़ोसी देश के प्रति जहां दृढ़ता का स्वर स्वाभाविक था, वहीं ऐसे समय में भी सुधार के प्रति संवेदना साफ तौर पर सामने आई। तानाशाह पड़ोसी की मनमानियों के बावजूद उनका बयान देश के बड़प्पन को ही जाहिर करता है। गुरुवार को राज्यसभा में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमाओं पर […]

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विश्व की गिरती आर्थिक व्यवस्था को वैक्सीन का ही सहारा

हरजिंदर सितंबर स्पूतनिक वी की पिछले दिनों खासी आलोचना भी हुई थी। रूस ने इस वैक्सीन के तीसरे चरण का पूरा परीक्षण किए बिना ही उसका इस्तेमाल शुरू कर दिया। इतनी विवादास्पद वैक्सीन के क्लिनिकल परीक्षण की अनुमति देना हैरत में डालने वाली खबर है। इस सप्ताह की शुरूआत में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन […]

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ड्रैगन , लातों के भूत ,बातों से नहीं मानते अब भारत को दिखानी होगी शेर वाली दहाड़

योगेश कुमार गोयल चीन को लेकर सबसे बड़ी परेशानी यही है कि दोनों देशों के बीच कॉर्प कमांडर स्तर की वार्ताओं के कई दौर हो चुके हैं और उनसे हासिल कुछ नहीं हुआ है। वह हर बार तनाव घटाने के लिए तय किए जाने वाले कई मुद्दों पर सहमति तो प्रकट करता रहा है लेकिन […]

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आत्मनिर्भरता व अध्यात्म भारतीय संस्कृति तथा सभ्यता की पहचान

प्रोफेसर विजय कुमार कौल (लेखक दिल्ली यूनिवर्सिटी में डिपार्टमेंट ऑफ फाइनेंस और बिजनेस इकोनॉमिक्स में प्रोफेसर है।) प्रकृति ने इस देश को प्रचूर, सभ्यता, वनस्पति, जीव जंतु, जल आदि प्रदान कर इसे पूरी तरह से आत्मनिर्भर बनाने में सहायता दी। हमारे मनीषियों तथा ऋषियों ने इसके आधार पर निश्चिंत होकर समाज का भौतिक तथा आध्यात्मिक […]

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