Categories
विविधा

भारत जैसे देश में लाइब्रेरी जलाना शर्मनाक

सन्नी कुमार पिछले दिनों मैसूर में एक लाइब्रेरी को जलाने की खबर आई। इसे एक बुजुर्ग सफाई कर्मचारी लंबे अरसे से चला रहे थे, इस काम के लिए सम्मानित भी थे, मगर कुछ लोगों को पता नहीं लाइब्रेरी से क्या दिक्कत थी। एक रात उन्होंने इसे जला दिया। इससे पहले पटना की खुदाबख्श लाइब्रेरी पर […]

Categories
विविधा

प्रवासी मजदूरों के सामने एक बार फिर पलायन की समस्या आ खड़ी हुई है

  अजय कुमार बड़े शहरों में काम कर रहे प्रवासी मजदूर गांवों का रूख करने लगे हैं, लेकिन अभी हालात उतने खराब होते नहीं दिख रहे हैं जितने पिछले वर्ष देखने को मिले थे। पिछले साल लॉकडाउन के दौरान जैसी स्थिति अभी नहीं दिख रही है, न ही ऐसे हालात बन ही पाएंगे। कोरोना वायरस […]

Categories
विविधा स्वास्थ्य

सोच बदल कर ही मासिक धर्म की गरिमा बढ़ सकती है

  (मासिक धर्म के कलंक को तोड़ने और मासिक धर्म अपशिष्ट कार्यशालाओं और शौचालय डिजाइनों को बढ़ावा देने जैसी पहल के साथ शिक्षा और व्यवहार परिवर्तन के माध्यम से राष्ट्रीय नीति को बदलने की आवश्यकता है।) महिलाओं के लिए मासिक धर्म एक प्राकृतिक और स्वस्थ जैविक प्रक्रिया है, इसके बावजूद, यह अभी भी भारतीय समाज […]

Categories
विविधा

भारत में कोरोना काल में महिलाओं ने लिखी अपनी नई कहानी

प्रज्ञा पाण्डेय पिछले साल भारत में शुरू हुई कोरोना महामारी के भय ने लोगों को घरों में बंद कर दिया। सामान्य गतिविधियों में कमी आने के कारण लोगों में अवसाद बढ़ गया। लेकिन कोरोना पहली महामारी नहीं है जिसने दुनिया में तबाही मचायी है बल्कि इससे पहले भी विश्व ने कई घातक बीमारियों का सामना […]

Categories
विविधा

भारत में तेजी से बढ़ती सड़क हादसों की घटनाएं चिंता का विषय

रमेश सर्राफ धमोरा शहरों में सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था पूरी तरह से नगरीय बस सेवाओं के भरोसे है, जिनमें ज्यादातर बसें पुरानी हो चुकी हैं। शहरों की सार्वजनिक परिवहन प्रणाली को सुचारू रूप से संचालित करने के लिए हमें इस समय सड़कों पर चल रही बसों के मुकाबले कई गुना अधिक बसों की जरूरत है। भारत […]

Categories
विविधा

आजादी के बाद पहली महिला को फांसी की सजा

रेनू तिवारी स्वतंत्र भारत के इतिहास में पहली बार, अपने परिवार के सात सदस्यों को मौत के घाट उतारने के लिए एक दोषी महिला को मथुरा जेल में फांसी दी जाएगी। हालांकि, फांसी की तारीख अभी तय नहीं है, क्योंकि अभी तक कोई डेथ वारंट जारी नहीं किया गया है। स्वतंत्र भारत के इतिहास में […]

Categories
महत्वपूर्ण लेख राजनीति विविधा

अर्थव्यवस्था और इंटरनेट शटडाउन

सरकार द्वारा इंटरनेट के जरिये अफवाहों और भ्रामक तथा भड़काऊ खबरों का प्रसार रोकने के लिए इंटरनेट शटडाउन किया जाता है लेकिन इससे लोगों की जिंदगी थम-सी जाती है क्योंकि रोजमर्रा की जिंदगी को चलाए रखने से जुड़ा हर कार्य अब इंटरनेट पर निर्भर जो हो गया है। 26 जनवरी को दिल्ली में हुई हिंसा […]

Categories
मनु और भारत की जातिवादी व्यवस्था विविधा

दूध का दूध और पानी का पानी

6 दिसंबर 1956 को माननीय डा. अंबेडकर जी का देहावसान हुआ । कानपुर के वैदिक गवेषक पंडित शिवपूजन सिंह जी का चर्चित ‘भ्रांति निवारण’ सोलह पृष्ठीय लेख ‘सार्वदेशिक ‘ मासिक के जुलाई-अगस्त 1951अंक में उनके देहावसान के पांच वर्ष तीन माह पूर्व प्रकाशित हुआ । डा. अंबेडकर जी इस मासिक से भलीभांति परिचित थे और […]

Categories
राजनीति विविधा समाज

प्रश्नों से परे है भारतभक्ति

देश में एक बहस प्रारम्भ करने की कोशिश की गई है, किसका भारत चाहिए, गांधी का या भागवत का? मुझे लगता है कि एक बेमानी बहस बेईमान मानसिकता के साथ शुरू की जा रही है। भारत को बनाने की बात की जाती है तो जिन महापुरुषों के कारण आज भारत सनातन बना हुआ है उनको […]

Categories
भारतीय संस्कृति विविधा

कश्मीर की केसर की महक अब देश दुनिया को महकाएगी

  डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा केसर की खेती बड़ी मेहनत का काम है। कश्मीरी केसर को कश्मीरी मोगरा के नाम से जाना जाता है और सामान्यतः 80 फीसदी फसल अक्टूबर-नवंबर में तैयार हो जाती है। केसर के नीले-बैंगनी रंग के कीपनुमा फूल आते हैं और इनमें दो से तीन नारंगी रंग के तंतु होते हैं। […]

Exit mobile version