अनिल सिन्हा महामारियों से लड़ने में हमारी विफलता को समझने के लिए हमें औपनिवेशिक भारत के इतिहास पर नजर दौड़ाना चाहिए। प्लेग, हैजा, चेचक, मलेरिया या स्पेनिश फ्लू के नियंत्रण में अंग्रेज सरकार की नाकामी ने एक बड़ी आबादी की जान ले ली थी। उसकी नाकामी का सबसे बड़ा कारण था महामारियों के नियंत्रण के […]
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आजम खान की दबंगई कानून के शासन में नतमस्तक
अजय कुमार पिछले सवा साल से जेल में बंद सपा नेता आजम खान और उनके बेटे अब्दुल्ला दोनों एक मई को कोरोना संक्रमित पाए गए थे। पहले उनका जेल में इलाज चलता रहा, लेकिन ऑक्सीजन लेवल कम होने के बाद उन्हें लखनऊ के मेदांता अस्पताल में शिफ्ट करना पड़ गया। समाजवादी पार्टी के नेता और […]
श्रीनिवास आर्य पश्चिम बंगाल और केरल भारत के दो ऐसे राज्य है जहां वामपंथ का पिछले 60 वर्षों से वर्चस्व रहा है। यहां पहले ईसाई मिशनरियों के चलते हिन्दू आबादी में बढ़े पैमाने पर सेंधमारी हुई जिसके बाद मुस्लिम-वामपंथी गठजोड़ ने राज्य में हिन्दुओं के अस्तित्व को संकट में डाल दिया। हिन्दू संगठन और धार्मिक […]
लंबी है गम की शाम, मगर शाम ही तो है…
अवधेश कुमार कोरोना महाआपदा में चरमराती स्वास्थ्य सेवाओं और उनसे उत्पन्न डर और हताशा के बीच ऐसे समाचार और दृश्य भी सामने आ रहे हैं जो उम्मीद पैदा करते हैं। विकट परिस्थिति में देश का बड़ा समूह भारी जोखिम उठाकर भी समर्पण और संकल्प के साथ सेवा भाव से काम करने को तत्पर है। वास्तव […]
हमारा डीएनए वायु में भी मौजूद रहता है
मुकुल व्यास भविष्य में किसी अपराधी को पकड़ने के लिए जासूसों और जांचकर्ताओं को सतह से डीएनए के नमूने उठाने की जरूरत नहीं पड़ेगी। वे हवा से ही डीएनए के नमूने एकत्र करके अपराधी का पता लगा लेंगे। आपको यह जान कर अचरज होगा कि हम हर जगह अपना डीएनए छोड़ते रहते हैं। हवा में […]
शरद पवार, पूर्व मुख्यमंत्री महाराष्ट्र यह सत्तर के दशक की बात है, वसंतदादा पाटिल महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री थे और मैं उनके मंत्रिमंडल में गृह मंत्री था। एक दिन दादा ने प्रमुख आईपीएस अधिकारियों की एक आवश्यक बैठक मुख्यमंत्री निवास पर बुलाई। गृहमंत्री होने के नाते मैंने वहां उपस्थित रहना अपना कर्तव्य समझा। मैं 9:45 बजे […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक कराची की अब्दुल सत्तार एधी फाउंडेशन ने नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर 50 एंबुलेंस कारें और सेवाकर्मी भेजने का प्रस्ताव किया है। पाकिस्तान के कुछ नामी-गिरामी मित्रों ने यह सुझाव भी दिया कि चीनी टीका सस्ता और पूर्ण कारगर है। आप उसे क्यों नहीं ले लेते ? भारत में फैले कोरोना की […]
राकेश सैन यदि स्वानुशासन का पालन किया गया होता तो बहुत से लोगों को असमय मरने से या अस्पतालों में गम्भीर रूप से बीमार होकर भर्ती होने या घरों में बीमार होकर बन्द रहने से बचाया जा सकता था। कोरोना की दूसरी लहर को टाला जा सकता था। गान्धी जी कहा करते थे, कि स्वानुशासन […]
ऑक्सीजन की कमीं से थमतीं सांसें
सतीश भारतीय देश में कोरोना के मामलों में जिस तरह मुसलसल इजाफा हो रहा है उससे अस्पतालों की दशा बदहाल हो गयी है आलम यह की एक तरफ मरीजों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही तो वहीं दूसरी ओर ऑक्सीजन की कमीं से मौतों की रफ्तार तेज हो गयी है। हाल ही में मध्यप्रदेश […]
‘ड्रैगन’ को सबक सिखाना ही होगा
चंद्रभूषण पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर जारी भारत-चीन तनाव को सैन्य वार्ता के जरिए हल करने की संभावना लगभग समाप्त हो चली है। आखिरी नतीजा जनवरी में हुई नौवें राउंड की बातचीत के दौरान निकला था, जब दोनों सेनाओं ने पैंगोंग त्सो झील के उत्तरी और दक्षिणी किनारों पर अपने-अपने पारंपरिक ठिकानों […]