तथाकथित किसान आंदोलन को समर्थन दे समस्त मोदी विरोधी केंद्र में मोदी सरकार को हटाने के लिए एकजुट हुए हैं, शायद भूल गए कि यही समर्थन उनके विरुद्ध जा रहा है और 26 जनवरी को लाल किला से लेकर लखीमपुर खेरी तक हुए हंगामे से इन सबकी छवि और अधिक धूमिल ही हुई है। क्योकि […]
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ललित गर्ग समूची दुनिया में कानूनों के बावजूद आंधी धड़ल्ले से चल रही है, इसमें जिन सैंकड़ों लोगों के नाम सामने आए हैं उनमें प्रभावशाली राजनेताओं, अरबपतियों, मशहूर व्यक्तियों और धार्मिक हस्तियों ने खरबों डॉलर की संपत्ति का कर बचाने के लिये ऑफशोर विदेशी कंपनियों के खातों का उपयोग किया है। दुनिया में कठोर कानूनों […]
भारतीय महिलाओं का सबसे पसंदीदा परिधान साड़ी
मधुप आज समय बदल रहा है। जींस पैंट शर्ट, पंजाबी सलवार−सूट ज्यादा पहने जाने लगे। साड़ी को पहनने की परेशानी से बचने के लिए महिलाओं और युवतियों ने टॉप−जीन्स, सलवार−सूट स्वीकार कर लिया। भारतीय महिलाओं का सबसे पसंदीदा परिधान साड़ी अब समारोह में पहनी जाने लगी। हाल ही में दिल्ली के एक रेस्टोरेंट में एक […]
मनोज कुमार अग्रवाल अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत से हर कोई हैरत में है। पुलिस के अनिसारए उनके अनुयायिओं ने दरवाजा तोड़ कर उन्हें फंदे से उतारा। मौके पर एक कथित सुसाइड नोट मिला हैए जिसमें महंत के अपने शिष्य आनंद गिरि की प्रताड़ना से परेशान होने की बात कही […]
🙏बुरा मानो या भला 🙏 आजकल सोशल मीडिया पर एक वीडियो बहुत तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें एक ऑडियो क्लिप सुनाई पड़ रही है जिसमें दो शख़्स धर्मांतरण को लेकर आपस में टेलीफोन पर वार्तालाप कर रहे हैं, जो कि काफी आपत्तिजनक है। ऑडियो मैसेज में मौलाना कलीम सिद्दीकी दूसरी तरफ एजेंट से […]
आम व्यक्ति के विश्वास से परे है, उसकी कल्पना से भी परे। आम आदमी विश्वास ही नहीं कर सकता है कि एक साधारण आर्टिकल लिखने में एक लेखक को दस घंटे लग सकते हैं। पर मुझे एक आर्टिकल लिखने मे दस घंटे लग गये। विषय था ‘‘ दीनदयाल उपाध्याय के सपनों का भारत ‘‘। दो […]
विश्वनाथ सचदेव पिछले दिनों उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में हुए किसानों के महासम्मेलन में जो नारे लगाये गये उनमें ‘अल्लाह-ओ-अकबर… हर हर महादेव’ का नारा भी था। यह नारे पहले भी लगते रहे हैं, पर एक-दूसरे के खिलाफ। मुजफ्फरनगर में यह नारा एक-दूसरे के साथ मिलकर लगाया जा रहा था। मंच से आवाज़ आती थी […]
* संजय पंकज अंगड़ाई लेकर पंखुड़ियों की मरमराहट से मुक्त होती हुई कली जैसे ही खिलखिला कर खिली कि उतर आए गरमाहट लिए गुनगुन करते भंवरे। तो क्या कली ने भंवरे को अपने चितवन से चकित करते हुए आमंत्रित किया ! या फिर रस के लोभी भंवरे अपनी टोह लगाती, खोज करती भटकन में ऐसे […]
भरत झुनझुनवाला कोरोना संकट के अलग-अलग समय अलग-अलग देशों में उत्पन्न होने के कारण आज बड़े उद्यमी विदेशों से आयातित माल पर निर्भर नहीं होना चाहते हैं। उन्हें भय रहता है कि यदि कच्चा माल सप्लाई करने वाले देश में कोरोना का संकट आ गया और माल समय से नहीं पहुंचा तो उनका स्वयं […]
(श्रावण मास में हमें कैसी वेद कथाओं का आयोजन करना चाहिए ? इस विषय पर हमने पिछले दिनों अपनी ओर से कुछ प्रकाश डाला था। अब इसी विषय पर ‘उगता भारत’ समाचार पत्र के चेयरमैन श्री देवेंद्र सिंह आर्य जी का यह लेख ग्रंथियों और भ्रांतियों का समाधान करने में बहुत अधिक सक्षम है। […]