कोरोना महामारी के बाद पूरे विश्व में, विशेष रूप से विकसित देशों में, लगातार तेजी से बढ़ रही मुद्रा स्फीति (महंगाई) को नियंत्रित करने के उद्देश्य से ब्याज दरों में की जा रही वृद्धि के चलते अब इन देशों में आर्थिक मंदी आने की सम्भावना व्यक्त की जाने लगी है। आर्थिक मंदी से तात्पर्य वस्तुओं […]
Category: विविधा
ग्रीष्म संक्रांति
======== अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के साथ-साथ आज ग्रीष्म सक्रांति (Summer solstice) भी है। आज भारत सहित दुनिया के अधिकांश देशों में दिन की अवधि सर्वाधिक लंबी रहेगी । भारत में दिन की अवधि 13घंटे 12मिनट के लगभग रहेगी तो कुछ देशों में 12 घंटे से अधिक रहेगी। भारत सहित दुनिया के अन्य उत्तरी गोलार्ध में […]
अग्नीपथ : मोदी की बड़ी सोच
#अग्निपथ; जहाँ से आपकी सोचने की शक्ति समाप्त होती है वहाँ से उस वैश्विक नेता की सोच शुरू होती है। इस योजना के माध्यम से इस्लामिक रेडिकल्स द्वारा चलाई जा रही देशद्रोही मुहिम की राह में मोदी ने फिर एक बड़ा रोड़ा अटका दिया है…सभी भारतीयों से निवेदन है कि स्वयं अपने परिवार के सभी […]
जय भीम जय मीम
कबीर दास इस्लामिक सुन्नत, रोजा, नमाज़, कलमा, काबा, बांग और ईद पर क़ुरबानी का स्पष्ट खंडन करते थे। सिखों के प्रसिद्ध ग्रन्थ गुरु ग्रन्थ साहिब में कबीर साहिब के इस्लाम संबंधी चिंतन को यहाँ पर प्रस्तुत किया जा रहा है। 1. सुन्नत का खंडन काजी तै कवन कतेब बखानी ॥ पदत गुनत ऐसे सभ मारे […]
दिपक से एलईडी बल्ब तक कितना रोशन हुआ जग*!
_________________________________________ 1760 से लेकर 1840 तक का समय यूरोप ,अमेरिका में औद्योगिक क्रांति के नाम रहा…. औद्योगिक क्रांति के दौरान ,पश्चात अनेक अविष्कार हुए जिन्होंने मानव जीवन, विश्व व्यवस्था को ही बदल डाला….. 19वीं शताब्दी आविष्कारों की शताब्दी रही…. बैटरी ,कैमरा माइक्रोफोन, सिलाई मशीन ,रिवाल्वर ,वाशिंग मशीन रेफ्रिजरेटर जैसे अविष्कार हुए…. इतने आविष्कारों के पश्चात […]
सम्भोग से कुरआन !
FB-25/02/2018FB 01/06/20 विश्व में जितने धर्मस्थापक और महापुरुष हुए हैं ,उन्होंने आध्यात्मिक ज्ञान प्राप्त करनेके लिए कई बरसों तक संयम पूर्वक कठोर साधना और तपस्या की है .और उसके फलस्वरूप जो दैवीय ज्ञान प्राप्त किया था उनके अनुयायिओं ने संकलित कर लिया था .जिन को आज धर्मग्रंथों के रूप में मानते हैं और स्वीकार करते […]
तुलसी की रामचरितमानस में कटहल की महिमा
सुधीर मिश्र तुलसीदास जी ने रामचरित मानस में लिखा है- जनि कल्पना करि सुजसु नासहि नीति सुनहि करहि छमा । संसार महँ पुरुष त्रिबिध पाटल, रसाल पनस समा ।। एक सुमनप्रद एक सुमन फल एक फलइ केवल लागहिं। एक कहहिं कहहिं करहिं अपर एक करहिं कहन न बागहीं।। इन पंक्तियों में रामचन्द्र जी रावण से […]
पूनम नेगी हमारा भारत अद्भुत विविधताओं से भरा हुआ है। हमारी देवभूमि के तीर्थ व मंदिर समूची दुनिया में अपनी विशिष्टताओं के लिए विख्यात हैं। भारतीय संस्कृति के इस बहुरंगी गुलदस्ते का ऐसा ही अनोखा मंदिर है उत्तर प्रदेश के लखीमपुर जिले का मेढक मंदिर। यह मंदिर अपने आप में किसी अजूबे से कम नहीं […]
ज्ञानवापी मामला बाहर ही सुलझे तो अच्छा है
अजय कुमार ज्ञानवापी प्रकरण अयोध्या मामले से भिन्न है और इसके संदर्भ में 1991 में बनाए गए धर्मस्थल कानून को भी रेखांकित किया जा रहा है, जो यह कहता है कि सभी धार्मिक स्थल उसी स्थिति में रहेंगे, जिसमें वे 15 अगस्त 1947 को थे, लेकिन इस कानून में कुछ अपवाद भी हैं। ज्ञानवापी मस्जिद/विश्ववेश्वर […]
ये हिंदुओं की ताकत की जीत है
उगता भारत ब्यूरो काशी की मस्जिद का मसला अदालत में विचाराधीन है ऐसे में अब जब भगवान शिव का शिवलिंग मस्जिद के वजू खाने में निकल आया है तब ऐसे में इस केस का अंजाम क्या होना है यह अपने आप समझ में आता है। लगातार उठ रही आवाजों के बीच प्रशासन ने वहां पर […]