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लखनऊ को नवाबों का शहर कहना इस्लामिक प्रोपागेंडा का चरमोत्कर्ष है*

*अयोध्या पुरी और लक्ष्मणपुरी ये दो शहर ऐसे ही आपस में जुड़े हुए थे जैसे भगवान राम और उनके स्वामिभक्त छोटे भाई लक्ष्मण का नाम आपस में जुड़ा हुआ है। श्री अयोध्या पुरी भगवान राम की सेवा में थी और लक्ष्मणपुरी की स्थापना श्री लक्ष्मण ने की थी ।* *कांग्रेसी शिक्षा मंत्री मौलाना आजाद के […]

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वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून का शरदुत्सव सोल्लास सम्पन्न- “ऋषि दयानन्द ने देश एवं मानव जाति के कल्याण के लिए वेदों की ओर लौटने की प्रेरणा की थीः आचार्य आशीष दर्शनाचार्य”

ओ३म् ========== वैदिक साधन आश्रम तपोवन, देहरादून के शरदुत्सव का समापन समारोह दिनांक 16-10-2022 को आश्रम के भव्य सभागार में हुआ। इससे पूर्व अथर्ववेद महायज्ञ की पूर्णाहुति हुई। पूर्णाहुति के बाद यजमानों को आशीर्वाद देने के साथ यज्ञ प्रार्थना, भजन तथा डा. वेदपाल जी का सम्बोधन हुआ। इसका विवरण हम कल एक लेख के द्वारा […]

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पत्तियां खाने वाले ऊंट के मुंह में किंग कोबरा क्यों डाला जाता है?

अनुराग मिश्र कई दिनों तक बिना पानी पिए रेगिस्तान में दौड़ने वाला ऊंट वैसे तो शाकाहारी जानवर होता है लेकिन वह सांप भी खा लेता है। जी हां, जहरीला सांप जिसका नाम सुनते ही लोगों की सिट्टी-पिट्टी गुम हो जाती है। ऊंट को वही सांप खिलाया जाता है और वो भी जिंदा। आज ‘Jungle News’ […]

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इस्लामी जानवरियत :जानवर कौन है ?

जो लोग किसी हिंसक और क्रूर व्यक्ति को जानवर कह देते हैं ,वे इस लेख को ध्यान से पढ़ें और फैसला करें कि असली जानवर कौन हैं .हमारा विश्वास है कि सारे प्राणी ईश्वर की स्रष्टी हैं .उन्हें भी जीने का अधिकार है .कुरआन में जानवरों के बारे में यह लिखा है – 1 -जानवर […]

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2 अगस्त/प्रेरक-प्रसंग : नरसंहार के बावजूद मंदिर निर्माण

भारत के दक्षिणी राज्य केरल के मल्लापुरम् जिले में मुस्लिम जनसंख्या 71 प्रतिशत है। समुद्रतटीय होने के कारण यहां अरब देशों से मुस्लिम व्यापारी सैकड़ों साल से आते रहे हैं। केरल के लोग भी अरब देशों में नौकरी के लिए बड़ी संख्या में जाते हैं। उनके द्वारा भेजे गये धन से स्थानीय मुसलमान काफी धनी […]

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संसार की असत्यता

संसार को बिना असत्य माने जैसा कि हम पहले अध्यायों में सिद्ध कर चूके हैं , ईश्वर की सत्यता सिद्ध नहीं होती। अत: ईश्वर का अस्तित्व संसार को असत्य सिद्ध करने में सबसे प्रथम स्थान रखता है। ईश्वर के रुप का चिन्तन करने से संसार आप से आप असत्य प्रतीत होने लगता है। ईश्वर का […]

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इस्लाम में हदीस की व्यवस्थाएं

मौलवियों को १४०० साल लग गए लेकिन ……. उगता भारत ब्यूरो यह सर्व विदित है की मक्खियाँ बीमारी फ़ैलाने का कारण बनती हैं. हैजा तापिदिक जैसी अनेकों बीमारियों को फैलाने में मक्खियाँ सहायक  हैं. ये मक्खियाँ इधर उधर फ़ैली हुयी गंदगी पर बैठती हैं और विषैले जीवाणुओं को अपने माध्यम से खाने पीने की चीजों […]

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आलोचना और निंदा का भेद

आलोचना और निंदा का भेद जरा बारीक है और समझ में न आये तो भूल हो सकती है। आलोचना तो बुद्ध ने भी की, महावीर ने भी की। आलोचना तो क्राइस्ट ने भी की, मुहम्मद ने भी की। ऐसा कोई सदगुरु नहीं हुआ पृथ्वी पर जिसने आलोचना न की हो। भेद क्या है? आलोचना और […]

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युवा पीढ़ी की नैतिकता और सोशल मीडिया का उपयोग

हमारे दिलो दिमाग पर घर करती सोशल नेटवर्किंग साइट्स ने लोगों को वास्तविक जीवन को भूलाकर आभासी जीवन में रहने को मजबूर कर दिया है। ये सच है कि सोशल साइट्स की आदत के कारण युवाओं में व्यक्तिगत संवाद की दिक्कत होती जा रही है, जिसकी वजह से वे आज सामाजिक रूप से प्रभावी संवाद […]

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प्रकृति का अनोखा वायु शोधक जीव नाग* “

____________________________________ संस्कृत की सृप् धातु से सांप शब्द सिद्ध होता है। जिसका अर्थ है भूमि के साथ साथ जाना या रेगने वाला जीव। संस्कृत भाषा व संस्कृत शब्दकोश बहुत विलक्षण वैज्ञानिक व्यापक है। सांपों की सैकड़ों प्रजातियों की बात करें तो प्रत्येक सांप, नाग नहीं हो सकता लेकिन प्रत्येक नाग सांप जरूर होता है। नाग […]

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