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कहावतों के रंग चोखे

डा० शिबन कृष्ण रैणा कहावत मानव-जीवन के अनुभवों की मार्मिक, सूत्रात्मक और सहज अभिव्यक्ति है। यह एक ऐसा सजीव और चुभता हुआ व्यावहारिक अनुभव-सूत्र है, जो जनमानस की देन और धरोहर है। वे सभी घटनाएं, जो मनुष्य के हृदय को आलोड़ित कर उसके स्मृति-पटल पर स्थायी रूप से अंकित हो जाती हैं, कालांतर में उसकी […]

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स्किनर रेजीमेंट’ गुलामी की निशानी है ,थल सेना में*।

आर्य सागर खारी 🖋️ हमारा देश गणतंत्र आज गुलामी की निशानियां से मुक्त हो रहा है। 15 अगस्त 2022 को लाल किले की प्राचीर पर माननीय मोदी जी ने जो पांच संकल्प लिए थे उनमें एक संकल्प देश को गुलामी की निशानी से मुक्त करना भी था उसी संकल्प को पूर्ण करने की राह में […]

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गोखरू से वेल्क्रो का आविष्कार, रचना या रचयेता महान*

आर्य सागर खारी🖋️ शुष्क रेतीले मरुस्थलीय वातावरण में पाए जाने वाले गोखरू के पौधे से कौन परिचित नहीं होगा जिसके कांटेदार बीज पत्र या फल को भी गोखरू ही कहा जाता है। अंग्रेजी में उसे बर कहते हैं। यूं तो गोखरू फल फूल जड़ पत्ती सहित आयुर्वेद की दिव्य रामबाण औषधि है विशेषकर मधुमेह के […]

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नकारा तंत्र और जोशीमठ की त्रासदी

योगेन्द्र योगी उत्तराखंड का जोशीमठ भविष्य के लिए बड़ी चेतावनी भी लेकर आया है। वैसे मौसम संबंधी अत्यधनिक घटनाओं जैसे भारी वर्षा और बाढ़ ने भी जोशीमठ के धंसने में योगदान दिया है। जून 2013 और फरवरी 2021 की बाढ़ की घटनाओं से भी क्षेत्र में जमीन धंसने का खतरा बढ़ा है। उत्तराखंड के जोशीमठ […]

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श्रीराम की सेना के प्रमुख बीर- सहचर और सखा

डॉ. राधे श्याम द्विवेदी राम में विष्णु का आधा अंश था। भरत में विष्णु का एक चौथाई अंश था। लक्ष्मण और शत्रुघ्न में विष्णु का एक आठवां -एक आठवां अंश रहा है। इसी अनुपात में इनमें दैवी गुणों का प्रस्फुटन हुआ है। जहां त्रेता युग के भगवान राम भगवान विष्णु के अंश थे। वहीं लक्ष्मण […]

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3269 (फेसबुक के मित्र) मुर्दों के बीच रहता हूं मैं* / *मुर्दे में तब्दील होती फेसबुक* *खंडहर में मनुष्य और सूखे पेड़ पर तो पक्षियां भी घोंसला नही बनाते

खंडहर में मनुष्य और सूखे पेड़ पर पंक्षियां भी घोषला बनाती नहीं ================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त 3269 मूर्दो के बीच रहता हूं मैं। यह शीर्षक आपको आश्चर्य में डालेगा। पर मेरी प्रतिक्रिया,पड़ताड और विश्लेषण पढ़कर आप चकित भी होंगे तथा सहमत भी होंगे। कभी फेसबुक समृद्ध थी, फेसबुक पर आजादी भी थी। हर फेसबुक आईडी […]

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पहाड़ी क्षेत्रों में पर्यटन आजीविका की चुनौती

नरेन्द्र सिंह बिष्ट नैनीताल, उत्तराखण्ड उत्तराखंड के जोशीमठ में जो कुछ हो रहा है, उसे प्राकृतिक नहीं, बल्कि मानव निर्मित आपदा कहा जा रहा है. आर्थिक दृष्टिकोण से पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से जिस तरह से बिना किसी ठोस योजना के निर्माण कार्य किया गया, यह उसी का दुष्परिणाम है. हालांकि किसी भी […]

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देश को हीरा दे गोलोक गई हीराबा

मां ,सिर्फ एक शब्द नहीं भावना होती है स्नेह, धैर्य, विश्वास, समाया था मोदी की मां में । बेटे से कहती थी कभी रिश्वत मत लेना, किसी का बुरा मत करना। डॉ घनश्याम बादल देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र दामोदरदास मोदी की मां श्रीमती हीरा बा अब नश्वर शरीर को छोड़कर परम धाम चली गई हैं […]

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प्रत्यरोहण कर्म*___________ शीत ऋतु के स्वागत का पर्व।

* लेखक आर्य सागर खारी भारत की प्राचीन वैदिक संस्कृति पर्व उत्सव प्रधान रही है,मनोयोग से इसे जाने समझे तो आज भी यहां हर एक दिन पर्व है। भारत की संस्कृति को यदि समझना है तो हमें भारतीय संस्कृति के नियामक ग्रंथों ग्रहृया सूत्रों का अवलोकन करना होगा। जिनमें प्राचीन भारतीय घरेलू पर्व, जीवन के […]

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भारत में उपग्रह निर्माण की नींव रखने वाले विक्रम साराभाई

टीम उगता भारत भारत को आजादी के बाद अंतरिक्ष अनुसंधान के क्षेत्र में शुरुआत करनी थी। साराभाई ने न सिर्फ राकेट और उपग्रह निर्माण की बुनियाद रखी बल्कि विभिन्न क्षेत्रों में उपग्रह सेवाओं के उपयोग की दशा तथा दिशा तय की। विक्रम साराभाई ने भारत में अंतरिक्ष अनुसंधान को जन्म दिया और उसे नई ऊंचाइयों […]

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