* डॉ डी के गर्ग पौराणिक मान्यताये : इस विषय में अनेको कथाएं प्रचलित है। शिव की जो तस्वीर /मूर्ति बनाई गई है उसमे शिव के गले में एक सर्प लिपटा हुआ दिखाई देगा। इस सर्प को एक विशेष नाम- वासुकि दिया गया है। दो मुख्य कथाये प्रचलित है। पहली कथा के अनुसार वासुकी नागलोक […]
Category: विविधा
कलम की ताकत से बदलाव मुमकिन है
हेमा रावल गनीगांव, उत्तराखंड आधुनिक तकनीक ने दुनिया को पूरी तरह से बदल कर रख दिया है. इस डिजिटल युग में हर एक चीज़ एक क्लिक में उपलब्ध हो जाती है. इसके बावजूद अगर कुछ नहीं बदला है तो वह है कलम की ताकत. उर्दू के प्रसिद्ध शायर अकबर इलाहाबादी ने बिल्कुल सही है कि […]
कहीं आग तो कहीं पानी, क्या है असल कहानी?
नरपतदान बारहठ इस साल दुनिया में कहीं आग बरस रही है तो कहीं पानी काल बन गया है। एक तरफ दिल्ली डूबी तो दूसरी ओर एशिया से लेकर अमेरिका तक फैली हीटवेव लोगों को झुलसा रही है। इटली में तापमान 40 से 45 डिग्री सेल्सियस तक है। फ्रांस, ग्रीस और पोलैंड भी गर्मी से उबल […]
अर्जुन ठाकुर डोडा, जम्मू पहाड़ी इलाके दिखने में जितने खूबसूरत होते हैं, उनमें खतरा भी उतना ही अधिक होता है. यह वह क्षेत्र होते हैं जो सबसे अधिक भूकंप प्रभावित होते हैं. फिर चाहे वह उत्तराखंड का इलाका हो या फिर धरती का स्वर्ग कहा जाने वाला जम्मू-कश्मीर का क्षेत्र हो. जम्मू कश्मीर का पहाड़ी […]
तन-मन से लेकर परिवेश तक झरता है सुकून का महाप्रपात डॉ. दीपक आचार्य 9413306077 वर्षा से नहायी और हरियाली की चादर ओढ़े सजी-सँवरी प्रकृति के सौन्दर्य को निहारने के लिए प्रकृति प्रेम से परिपूर्ण और आनन्दाभिव्यक्ति का वार्षिक पर्व हरियाली अमावस हर किसी के तन-मन को हरा, भाव भरा कर देने के लिए आदिकाल से […]
ख़त्म नहीं हो रहा बाल-विवाह का अभिशाप
पूजा गोस्वामी रोलियाना, उत्तराखंड हमारे देश में कुछ ऐसी सामाजिक बुराइयां हैं जिनके खिलाफ सख्त कानून बने हुए हैं, लेकिन इसके बावजूद वह विधमान हैं. इनमें बाल विवाह प्रमुख है. भारत में प्रत्येक वर्ष 18 साल से कम उम्र की करीब 15 लाख लड़कियों की शादी हो जाती है, जिसके कारण भारत में दुनिया की […]
डॉ. राधे श्याम द्विवेदी कांवड़ को शिव जी का स्वरूप कहा गया है :- कांवड़ शिव की आराधना का ही एक रूप है। इस यात्रा के जरिए जो शिव की आराधना कर लेता है, वह धन्य हो जाता है। कांवड़ का अर्थ है परात्पर शिव के साथ विहार। अर्थात ब्रह्म यानी परात्पर शिव, जो उनमें […]
हरीश कुमार डोडा, जम्मू भारत का गांव हो या शहर, कहीं ना कहीं कोई दिव्यांग पुरुष और महिला नजर आ ही जाती है. लेकिन देश में एक ऐसा गांव भी है, जहां पीढ़ी दर पीढ़ी महिला और पुरुष किसी न किसी रूप में दिव्यांग ही जन्म लेते हैं. यह बस्ती जम्मू कश्मीर के जम्मू संभाग […]
शिवेश प्रताप देश की आजादी के बाद से पहली बार केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा हमारे द्वीप समूहों के विकास, उन्हें राष्ट्र की मुख्य धारा में जोड़ने के साथ-साथ देश के सामरिक एवं रणनीतिक महत्व के लिए उचित महत्व दिया जा रहा है। जब भारत के हिंद महासागर में प्रभुत्व की बात होती है […]
प्रेम विजय धार, मध्य प्रदेश सदियों से आदिवासी समाज भले ही आर्थिक रूप से सशक्त नहीं हुआ है, लेकिन सामाजिक रूप से वह हमेशा सभ्य समाज की परिकल्पना को साकार करता रहा है. जहां महिलाओं को जीवन के उन सभी क्षेत्रों में आज़ादी मिली हुई है, जिसके लिए आज आधुनिक समाज की महिलाएं संघर्ष कर […]