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आतंकवाद देश विदेश महत्वपूर्ण लेख राजनीति विधि-कानून

अविश्वास की गहरी खाई

एक क्षण के लिए मान भी लें कि जाधव भारत का जासूस है, लेकिन वह कैसी जासूसी कर सकता था। आज उपग्रहों के आने से तकनीक इतनी विकसित हो चुकी है कि आप गाडिय़ों की नंबर प्लेट पर लिखे अंकों तक को आकाश से पढ़ सकते हैं। इसलिए जाधव पर दोष मढक़र पाकिस्तान कोई और […]

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डॉ राकेश कुमार आर्य की लेखनी से विधि-कानून

तीन तलाक और संविधान पीठ

तीन तलाक के मुद्दे पर एक ठोस और सकारात्मक पहल करते हुए केन्द्र सरकार ने इस मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट से चार प्रश्न पूछे हैं। जिनमें पहला है कि क्या ‘तलाक-एक-बिद्दत’ (एक बार में तीन तलाक देना) निकाह, हलाला और बहुविवाह को संविधान के अनुच्छेद 25 (1) (धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार) में संरक्षण प्राप्त है? […]

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विधि-कानून

समान नागरिक संहिता और हमारा संविधान

अब जब हम अपने देश का 68वां गणतंत्र दिवस मना रहे हैं तो हमें कुछ सोचना होगा, कुछ समझना होगा। कुछ विचार करना होगा कि देश अपने गंतव्य की ओर आगे न बढक़र किधर चला गया, और क्यों चला गया? चिंतन के पश्चात आपका यही निष्कर्ष निकलेगा कि युग-युगों से अपने सनातन धर्म के आलोक […]

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महत्वपूर्ण लेख विधि-कानून

सिंधु जल संधि पर खुले मन की जरूरत

पाकिस्तान में यह भी एक सामान्य प्रवृत्ति रही है कि यह हर बात को कश्मीर के साथ जोड़ देता है। यह एक जटिल समस्या है और इसके समाधान में अभी कई और वर्ष लग सकते हैं। अगर सिंधु जल समझौते की नए सिरे से समीक्षा को दोनों देशों की संतुष्टि के जरिए अंजाम दिया जा […]

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