(यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की पुस्तक वैदिक सम्पत्ति नामक से अपने सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति -देवेंद्र सिंह आर्य चैयरमेन- ‘उगता भारत’ गतांक से आगे …. इ स पर हमारा नम्र निवेदन इतना ही है कि यह वेदो का सिद्धांत है, इसलिए केवल पुनरावर्तन की दलील से […]
Category: वैदिक संपत्ति
(यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की पुस्तक वैदिक सम्पत्ति नामक से अपने सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति -देवेंद्र सिंह आर्य चैयरमेन- ‘उगता भारत’ गतांक से आगे …. बृहदारण्यक उपनिषद् में लिखा है कि ‘तेन धीरा अपि यन्ति ब्रह्मविदः स्वर्गलोकमित ऊष्य विमुक्ताः’ अर्थात् ब्रह्मज्ञानी पुरुष मुक्त होकर ऊपर की […]
(यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की पुस्तक वैदिक सम्पत्ति नामक से अपने सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति -देवेंद्र सिंह आर्य चैयरमेन- ‘उगता भारत’ गतांक से आगे …. दू सरा कारण आनन्द का यह कि परमेश्वर की प्राप्ति से सब शंकाएं निवृत्त हो जाती हैं और संसार की कोई […]
(यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की पुस्तक वैदिक सम्पत्ति नामक से अपने सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति -देवेंद्र सिंह आर्य चैयरमेन- ‘उगता भारत’ गतांक से आगे …. मोन का स्वरूप, स्थान और साधन मोक्ष का स्वरूप दो प्रकार का है। दुःखों से छूट जाना पहिला स्वरूप है और […]
भाग- 342 : *जाति,आयु और भोग*
(यह लेख माला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की पुस्तक वैदिक सम्पत्ति नामक से अपने सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति -देवेंद्र सिंह आर्य चैयरमेन- ‘उगता भारत’ गतांक से आगे …. कोई 25 वर्ष की बात है कि मध्यप्रदेश की रायगढ़ रियासत में एक छोटा सा शेर का बच्चा परकड़कर आया। राजा […]
(ये लेखमाला हम पं. रघुनंदन शर्मा जी की ‘वैदिक संपत्ति’ नामक पुस्तक के आधार पर सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहें हैं) प्रस्तुतिः देवेन्द्र सिंह आर्य (चेयरमैन ‘उगता भारत’) गतांक से आगे …. इस पर प्रायः लोग कहते हैं कि यदि परमेश्वर को किसी की अकाल मृत्यु मंजूर न होती, तो वह वर्षा ऋतु […]
(ये लेखमाला हम पं. रघुनंदन शर्मा जी की ‘वैदिक संपत्ति’ नामक पुस्तक के आधार पर सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहें हैं) प्रस्तुतिः देवेन्द्र सिंह आर्य (चेयरमैन ‘उगता भारत’) गतांक से आगे… जाति, आयु और भोग योगशास्त्र में लिखा है कि ‘सति मूले तद्विपाको जात्यायुर्भाग.’ अर्थात् पूर्वकर्मानुसार प्राणियों को जाति, बायु और भोग मिलते […]
यह लेखमाला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की वैदिक सम्पत्ति नामक पुस्तक से सभी सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं। प्रस्तुति – देवेंद्र सिंह आर्य चेयरमैन उगता भारत गतांक से आगे… हम कुदरत में देखते हैं कि बहुत ही छोटी सी गलती की सजा बहुत ही अधिक मिलती है, यद्यपि गलती को […]
(ये लेखमाला हम पं. रघुनंदन शर्मा जी की ‘वैदिक संपत्ति’ नामक पुस्तक के आधार पर सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहें हैं) प्रस्तुतिः देवेन्द्र सिंह आर्य (चेयरमैन ‘उगता भारत’) गतांक से आगे … मो क्ष से सम्बन्ध रखनेवाले इन उपर्युक्त समस्त मौलिक सिद्धांतों का सुनना और उन पर ध्यान से विचार करन आर्यसभ्यता का […]
(यह लेखमाला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी की वैदिक सम्पत्ति नामक पुस्तक के आधार पर सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं।) प्रस्तुति – देवेंद्र सिंह आर्य चैयरमेन ‘उगता भारत’ गतांक से आगे… इसी तरह जोंक (जलौका) बड़े-बड़े तूफानों को बतला देती है। आप एक गिलास में पानी भरिए और एक जोंक को उसमें […]