Categories
Uncategorised

अध्याय … 68 , नींद चैन की लेय…..

202 सुख आया तो दु:ख गया, दु:ख आए सुख जाय। यही सनातन खेल है, मनवा समझ न पाय।। मनवा समझ न पाय , करता रहा ठिठोली। समझा वही , जिसकी आंख विधाता ने खोली।। समझदार ना विचलित होता, जब आता है दु:ख। समत्व भाव से जीवन जीता , ना भटकाता सुख।। 203 भूमि शय्या प्रेम […]

Categories
Uncategorised

वैदिक सम्पत्ति : गताक से आगे…

इसके सम्बन्ध में वेद उपदेश करते हैं कि- शिवे ते स्तां द्यावापृथिवो असन्तापे अभिथियो । शं ते सूर्य आ तपतु शं वातो वातु ते ह्रदे । शिवा अभि क्षरन्तु त्वापो दिव्याः पयस्वतीः ।।14।। शिवास्ते सन्त्वोषधय उत् त्वाहार्थमधरस्या उत्तरां पृथिवीमभि । तत्र त्वादित्यों रक्षतां सूर्याचन्द्रमसावुभा ।। 15।। (अथर्व०8/2) अर्थात हे बालक ! तेरे लिए यह द्यौ […]

Categories
Uncategorised

हिन्दू धर्म में एक ईश्वर के अतिरिक्त वृक्ष आदि की पूजा* भाग -2

* डॉ डी के गर्ग हिन्दू धर्म में पशु पक्षी पूजा : सभी जीव अपने अपने कर्म का परिणाम ईश्वर की आज्ञा से भोगते है। पशु पक्षी ईश्वर का मानव के लिया उपहार है जो उसकी सहायता करते है। गौ का दूध अमृत सामान है इसीलिए गौ को माता कहा है ,इस अलोक में गौ […]

Categories
Uncategorised

भारत के यह पांच पर्यटन स्थल और रेल यात्रा का आनंद

अनन्या मिश्रा वैसे तो भारत में घूमने के लिए कई पर्यटन स्थल हैं। यह पर्यटन स्थल अपनी खासियत के लिए काफी ज्यादा फेमस हैं। हम आपको उत्तर भारत के 5 ऐसे पर्यटक स्थलों के बारे में बताने जा रहे हैं। जहां पर आप ट्रेन के जरिए पहुंच सकते हैं। वैसे तो भारत में घूमने के […]

Categories
Uncategorised

मैं आर्य समाजी कैसे बना?

-स्व० श्री महात्मा हंसराज जी अपने ग्राम में मैंने केवल एक बार किसी वृद्ध व्यक्ति से सुना था कि लाहौर में एक साधु आया हुआ है, जो ईसाइयों से वेतन पाता है तथा हिन्दू धर्म के विरुद्ध उपदेश करता है। उस समय मुझे यह ज्ञात नहीं था कि यह ऋषि दयानन्द है तथा उनका उपदेश […]

Categories
Uncategorised

वेद और ऋषि दयानन्द

पं० मदनमोहन विद्यासागर [जब हम ‘वेद’ को भूलकर अपने को भुला चुके थे तब ऋषिवर दयानन्द ने लुप्त ज्ञान भंडार ‘वेद’ पुनः संसार को दिया, इसके लिए मानव-जाति सदा ऋषि की ऋणी रहेगी। इस लेख के लेखक पं० मदनमोहन विद्यासागर जी ने ऋषि दयानन्द जी के मत से वेद की महत्ता का वर्णन किया है, […]

Categories
Uncategorised

मानवता की सेवा करने के लिए ईसाई बनाना आवश्यक नहीं

मानवता की सेवा करने के लिए ईसाई बनाना आवश्यक नहीं है। गरीब और असहाय लोगों की सेवा करते-करते उनको लालच देकर आर्थिक सहायता करके मतांतरण कराकर इसाई बना दिया गया। भारत के पूर्वोत्तर के सात प्रांत ईसाई बहुल आज इन्हीं मदर टेरेसा की वजह से हैं । जी हां मैं उन्ही मदर टेरेसा की बात […]

Categories
Uncategorised

अध्याय … 67 आई और आकर गई ,……

199 चंदन को ज्यों ज्यों घिसें, सुगंधि बढ़ती जाय । सोने से कुंदन बने, कीमत बढ़ती जाय।। कीमत बढ़ती जाय , ईख से रस भी निकले। चमक बढ़े तप से सदा,जाने जो इस पथ चले।। तपता चल, जपता चल, बन जा तू भी कुंदन। मूल्यवान बन जा तू इतना, लोग बना लें चंदन।। 200 पागल […]

Categories
Uncategorised

ओ३म् “ऋषि दयानन्द कृत सत्यार्थप्रकाश ग्रन्थ मनुष्य को सन्मार्ग दिखाता है”

========= परमात्मा ने जीवात्मा को उसके पूर्वजन्म के कर्मानुसार मनुष्य जीवन एवं प्राणी योनियां प्रदान की हैं। हमारा सौभाग्य हैं कि हम मनुष्य बनाये गये हैं। मनुष्य के रूप में हम एक जीवात्मा हैं जिसे परमात्मा ने मनुष्य व अन्य अनेक प्रकार के शरीर प्रदान किये हैं। विचार करने पर ज्ञान होता है कि मनुष्य […]

Categories
Uncategorised

सेकुलर गाइड और लोकसभा चुनाव 2024

जैसे जैसे लोकसभा के चुनाव पास आने लगे हैं ,तो मुस्लिम वोटों को रिझाने के लिए देश के कुख्यात , अपराधी ,भ्रष्टाचारी ,हत्यारे ,बलात्करी नेता खुद को सबसे बड़ा और असली सेकुलर साबित करने के हर प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं .कांगरेस तो सोनिया कुपुत्र राहुल को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बिठाने के सपने […]

Exit mobile version