पं० मदनमोहन विद्यासागर [जब हम ‘वेद’ को भूलकर अपने को भुला चुके थे तब ऋषिवर दयानन्द ने लुप्त ज्ञान भंडार ‘वेद’ पुनः संसार को दिया, इसके लिए मानव-जाति सदा ऋषि की ऋणी रहेगी। इस लेख के लेखक पं० मदनमोहन विद्यासागर जी ने ऋषि दयानन्द जी के मत से वेद की महत्ता का वर्णन किया है, […]
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मानवता की सेवा करने के लिए ईसाई बनाना आवश्यक नहीं है। गरीब और असहाय लोगों की सेवा करते-करते उनको लालच देकर आर्थिक सहायता करके मतांतरण कराकर इसाई बना दिया गया। भारत के पूर्वोत्तर के सात प्रांत ईसाई बहुल आज इन्हीं मदर टेरेसा की वजह से हैं । जी हां मैं उन्ही मदर टेरेसा की बात […]
199 चंदन को ज्यों ज्यों घिसें, सुगंधि बढ़ती जाय । सोने से कुंदन बने, कीमत बढ़ती जाय।। कीमत बढ़ती जाय , ईख से रस भी निकले। चमक बढ़े तप से सदा,जाने जो इस पथ चले।। तपता चल, जपता चल, बन जा तू भी कुंदन। मूल्यवान बन जा तू इतना, लोग बना लें चंदन।। 200 पागल […]
========= परमात्मा ने जीवात्मा को उसके पूर्वजन्म के कर्मानुसार मनुष्य जीवन एवं प्राणी योनियां प्रदान की हैं। हमारा सौभाग्य हैं कि हम मनुष्य बनाये गये हैं। मनुष्य के रूप में हम एक जीवात्मा हैं जिसे परमात्मा ने मनुष्य व अन्य अनेक प्रकार के शरीर प्रदान किये हैं। विचार करने पर ज्ञान होता है कि मनुष्य […]
जैसे जैसे लोकसभा के चुनाव पास आने लगे हैं ,तो मुस्लिम वोटों को रिझाने के लिए देश के कुख्यात , अपराधी ,भ्रष्टाचारी ,हत्यारे ,बलात्करी नेता खुद को सबसे बड़ा और असली सेकुलर साबित करने के हर प्रकार के हथकंडे अपना रहे हैं .कांगरेस तो सोनिया कुपुत्र राहुल को प्रधानमंत्री की कुर्सी पर बिठाने के सपने […]
डॉ डी के गर्ग अक्सर ऐसा कहते है की हिन्दू धर्म में एक नहीं अनेको भगवान् है ,किसकी पूजा करें ये समझ नहीं आता ,इसका लाभ विधर्मी उठाते है और कुछ सीधे सच्चे भावुक लोग इस्लाम आदि के चंगुल में फस जाते है। यधपि इस विषय पर लिखने का मेरा कोई इरादा नहीं था फिर […]
योगिता आर्या चोरसौ, उत्तराखंड भारत में हर बच्चे का अधिकार है कि उसे, उसकी क्षमता के विकास का पूरा मौका मिले. लेकिन आज़ादी के सात दशक बाद भी देश में लैंगिक असमानता की धारणा विद्यमान है. इसके पीछे सदियों से चली आ रही सामाजिक कुरीतियां मुख्य वजह रही हैं. जिसकी वजह से लड़कियों को मौके […]
उमेश चतुर्वेदी इसे बिडंबना नहीं तो क्या कहेंगे कि समृद्ध सांस्कृतिक विरासत, गंगा-यमुना और घाघरा जैसी सदानीरा नदियों का उपजाऊ मैदानों के बावजूद उत्तर प्रदेश की ख्याति बीमारू यानी रोगी राज्य के रूप में रही। उत्तर प्रदेश राजनीतिक रूप से बेहद सचेत लोगों का भी राज्य रहा है। माना जाता है कि जिस इलाके की […]
अजय कुमार करीब 20 वर्ष पहले उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ की पेपर मिल कॉलोनी में रहने वाली कवयित्री मधुमिता शुक्ला की हत्या के मामले मामले में उम्र कैद की सजा काट रहे पूर्व मंत्री अमरमणि त्रिपाठी और उनकी पत्नी मधुमणि त्रिपाठी को जेल से रिहा करने के अदालती आदेश से अमरमणि त्रिपाठी के प्रशंसकों […]
योगेंद्र योगी चीन और ईरान सहित कई देश इसके उदाहरण हैं, जहां हर साल बड़ी संख्या में मृत्युदंड दिया जाता है। इसके बावजूद इन देशों में अपराध नहीं थम रहे हैं। चाहे चीन हो या भारत, अपराधों की जड़ कहीं ओर है और निदान कहीं और ढूँढ़ा जा रहा है। केंद्र सरकार ने संसद में […]