-इंजीनियर श्याम सुन्दर पोद्दार, महामंत्री, वीर सावरकर फाउंडेशन —————————————————— कांग्रेस दोहरी और दोगली मानसिकता की शिकार रही है। गांधी और नेहरू की अस्थिर मानसिकता के चलते इस संगठन को यह संस्कार विरासत में प्राप्त हुआ। इन दोनों नेताओं ने भी अपने जीवन काल में कभी किसी एक बात के पक्ष में स्थिर होकर अपना मन […]
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” माँ ” ‘ माँ ‘ शब्द नहीं अनुभूति है, उसका जीवन ही आहुति है। उसके आगे सब बौने हैं, वह प्रभु- प्रदत्त विभूति है। माँ शब्द नही अनुभूति है , उसका जीवन ही आहुति है। माँ प्रतिरूप है ईश्वर का, बच्चों के लिये फरिश्ता है। सब रिश्तों का है मूल यही , रिश्तो में […]
लोग सुबह से शाम तक आपस में बातें करते हैं। एक-आध घंटा भी मौन नहीं रहते। “यदि एक-आध घंटा भी दिन में मौन रहें, तो उन्हें बहुत शांति मिलेगी। तनाव राग द्वेष आदि कम होगा। काम क्रोध लोभ आदि दोष भी कम होंगे। मौन रहकर ईश्वर का चिंतन करने से ये सारे लाभ होते हैं।” […]
ग्रेटर नोएडा ( अजय कुमार आर्य ) दिनांक 22 दिसंबर को आचार्य दार्शनेय लोकेश के आवास पर यहां बड़े हर्ष व उल्लास के साथ कॉलोनी के निवासियों ने मकर संक्रांति का पर्व मनाया। इस अवसर पर आचार्य श्री ने सभी उपस्थित लोगों का मार्गदर्शन किया और ऐतिहासिक एवं ज्योतिषीय गणना के आधार पर यह सिद्ध […]
1355 विक्रमी में दिल्ली से 15 मील उत्तर की ओर मुगलों के 40000 सैनिक एकत्र हो गए थे । तब हरियाणा के 37000 पंचायती योद्धाओं ने मुगलों को रोकने के लिए कमर कस ली और लगातार 3 घंटे लोहा लेकर ‘मारो काटो शत्रु को मत जाने दो’ की वीर ध्वनि से जंगल को गुंजा कर […]
अंततः वह घड़ी भी बहुत करीब आ पहुंची है, जिसका इंतजार हिंदू धर्मावलंबी पिछले लगभग 500 वर्षों से कर रहे हैं। 5 अगस्त 2020 को भारत के यशस्वी प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेन्द्र मोदी ने पूजनीय संत मंडल एवं राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के परम पूजनीय सर संघचालक श्री मोहन जी भागवत के सानिध्य में प्रभु श्रीराम […]
नई दिल्ली – लेखन के माध्यम से गांव के सामाजिक मुद्दों को मीडिया में प्रमुखता दिलाने वाली सामाजिक संस्था चरखा डेवलपमेंट कम्युनिकेशन नेटवर्क ने गुरुवार को नई दिल्ली स्थित इंडिया इस्लामिक कल्चर सेंटर में अपना 29वां स्थापना दिवस समारोह मनाया। इस अवसर पर संजॉय घोष मीडिया अवॉर्ड के विजेताओं को भी सम्मानित किया गया। कार्यक्रम […]
* लेखक आर्य सागर खारी 🖋️ 🐍🧪 16वीं शताब्दी तक समूचे यूरोप में यह ज्ञान नहीं था कि सर्प के काटने से मृत्यु कैसे होती है?। यह कथन आपको अजीबोगरीब लगेगा लेकिन यही सत्य है यूरोप में सर्प के काटने से होने वाली मृत्यु को लेकर यह आम विश्वास था कि- ‘सर्प की दुष्ट आत्मा […]
सरदार चिरंजीव सिंह चिरंजीव जी का जन्म एक अक्तूबर, 1930 (आश्विन शु. 9) को पटियाला में एक किसान श्री हरकरण दास (तरलोचन सिंह) तथा श्रीमती द्वारकी देवी (जोगेन्दर कौर) के घर में हुआ। मां सरकारी विद्यालय में पढ़ाती थीं। उनसे पहले दो भाई और भी थे; पर वे बचे नहीं। मंदिर और गुरुद्वारों में पूजा […]
* डॉ डी के गर्ग भाग -१ ये लेख सीरीज 3 भाग में है। कृपया अपने विचार बताये। नवरात्रि पर्व साल में दो बार मनाये जाने वाला भारतीय पर्व है , जो सृष्टि के आदिकाल से मनाया जाता रहा है । एक नवरात्रि अश्वनि नक्षत्र यानी शारदीय नवरात्रि और दूसरा चैत्र नवरात्रि होती है। पौराणिक […]