व्यक्ति को धन भी चाहिए और शांति भी। धन कमाने के लिए वह पढ़ाई करता है, ऊंची ऊंची डिग्रियां लेता है, ऊंचे-ऊंचे पदों की प्राप्ति करता है। “फिर धन कमा कर वह भोजन वस्त्र मकान मोटर गाड़ी तथा अन्य भी बहुत से जीवन ज़रूरी सामान खरीद लेता है। बहुत सा सम्मान भी उसे मिल जाता […]
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-ललित गर्ग- लोकसभा चुनाव का चुनाव प्रचार चरम पर है। सभी राजनीतिक दल अपनी बढ़त बनाने के लिये कुछ अतिश्योक्तिपूर्ण करने का प्रयास करते हुए राष्ट्र की एकता-अखण्डता एवं बहुसंख्यक हिन्दू धर्म विरोधी स्वरों को बुलंद किये हुए है और अपनी मर्यादाओं को भूल रहे हैं। विशेषतः इंडिया गठबंधन से जुड़े दल एवं बाहर से […]
* (यह लेखमाला हम पंडित रघुनंदन शर्मा जी के वैदिक सम्पत्ति नामक पुस्तक के आधार पर सुधि पाठकों के लिए प्रस्तुत कर रहे हैं। ) प्रस्तुति – देवेंद्र सिंह आर्य (चेयरमेन – ‘उगता भारत’) गतांक से आगे …. कारणों से कार्य की उत्पत्ति उपर्युक्त तीनों कारणों में से पहिला कारण जड़, परमाणुरूप और नियम से […]
स्वर्ग की कामना रखने वालों, जरा ध्यान दो :- दौलत और शोहरत, ज़माना देखता है। मगर दिल की पाकीज़गी, सिर्फ खुदा देखता है॥2650॥ जन्नत की तमन्ना है, तो दिल को पाक रख। जहाँ तेरा यकीन करें, ऐसी साख रख ॥2651॥ जन्नत में पुण्य की , मुद्रा चलती है। वहाँ संसारी दौलत को, कोई नहीं पूछता॥2652॥ […]
-ः ललित गर्ग:- उच्च रक्तचाप यानी हाई ब्लड प्रेशर के बारे में जागरूकता बढ़ाने और इसके रोकथाम, पहचान और नियंत्रण को प्रोत्साहित करने के लिए हर साल 17 मई को ‘विश्व उच्च रक्तचाप दिवस मनाया जाता है।’ वर्तमान में दुनिया भर में उच्च रक्तचाप से करीब डेढ अरब से अधिक लोग पीड़ित हैं। दुनिया भर […]
-ललित गर्ग- इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन फॉर माइग्रेशन (आईओएम) की 7 मई 2024 को जारी विश्व प्रवासन रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2024 में भारत विदेशों में काम करने वाले भारतीय कामगारों से सबसे ज्यादा धन पाने वाले देशों के रूप में सूचीबद्ध हुआ है। मैक्सिको, चीन, फिलीपींस व फ्रांस जैसे देश भी इस सूची में भारत की […]
एक इन्द्र पुरुष किस प्रकार ज्ञान के समुद्र को अपना मित्र बना लेता है? किस प्रकार सूर्य समुद्र को ठंडा और मित्रवत बनाये रखता है? सूर्य का विज्ञान किस प्रकार आध्यात्मिकता के विज्ञान से सम्बन्धित है? वि यत्तिरो धरुणमच्युतं रजोऽतिष्ठिपो दिव आतासु बर्हणा। स्वर्मीळहे यन्मद इन्द्र हर्ष्याहन्वृत्रं निरपामौब्जो अर्णवम्।। ऋग्वेद मन्त्र 1.56.5 (वि) विशेष रूप […]
मनु और महात्मा बुद्ध के विचार मनु और बुद्ध के स्त्री सम्बन्धी विचारों का तुलनात्मक अध्ययन – . महर्षि मनु कृत मनु स्मृति में– यत्र नार्य्यस्तु पूज्यन्ते रमन्ते तत्र देवताः। यत्रैतास्तु न पूज्यन्ते सर्वास्तत्रऽफलाः क्रियाः। मनुस्मृति 3/56 अर्थात जिस समाज या परिवार में स्त्रियों का सम्मान होता है, वहां देवता अर्थात् दिव्यगुण और सुख़- समृद्धि […]
जब एक इन्द्र पुरुष पर दिव्यता प्रारम्भ होती है तो क्या होता है? दो पवित्र ताकतों के परस्पर जुड़ने का क्या परिणाम होता है? देवी यदि तविषी त्वावृधोतय इन्द्रं सिषक्त्युषसं न सूर्यः। यो धृष्णुना शवसा बाधते तम इयर्ति रेणुं बृहदर्हरिष्वणिः।। ऋग्वेद मन्त्र 1.56.4 (देवी) दिव्य (यदि) यदि (तविषी) शक्ति (त्वावृधः) आपकी तरफ प्रगति को प्रोत्साहित […]
• हैदराबाद सत्याग्रह का एक स्वर्णिम पृष्ठ… अभी-अभी रिलीज हुई फिल्म ‘रजाकार’ के एक दृश्य में हैदराबाद के सुल्तान बाजार आर्यसमाज भवन में तीन युवाओं को हैदराबाद के निज़ाम को खत्म करने की योजना करते और दूसरे दृश्य में निज़ाम की कार पर बम फेंककर योजना को कार्यान्वित करते दिखाया गया है। ४ दिसम्बर, १९४७ […]