एलफिंस्टन का कहना है-”जावा का इतिहास कलिंग से आये हिन्दुओं की बहुत सी संस्थाओं के इतिहास से भरा पड़ा है। जिससे पता चलता है कि वहां से आये हुए सभ्य लोगों द्वारा स्थापित किये गये निर्माण कार्य जो ईसा से 75 वर्ष पूर्व बनाये गये थे, आज भी वैसे के वैसे ही खड़े हैं।” […]
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ओ३म् मनुष्य जीवन का उद्देश्य ज्ञान की प्राप्ति कर सत्य व असत्य को जानना, असत्य को छोड़ना, सत्य को स्वीकार करना व उसे अपने आचरण में लाना है। सबसे पहला कार्य जो मनुष्य को करना है वह स्वयं को व इस संसार को अधिक सूक्ष्मता से न सही, सार रूप में जानना तो है ही। […]
नरेंद्र मोदी कौन है !? “न्यू यार्क टाइम्स” का मुख्य सम्पादक जोसफ होप ने इसपर एक सनसनीखेज टिप्पणी किया है !! इसका पूरा विवरण आप लोगों के सामने रख रहा हूं !! जरा ध्यान से पढि़एगा. ✍️ : जोसफ होप मोदीजी पर टिप्पणी करते हुए कहता है कि “इस आदमी” का “उत्थान”, सारे “संसार” के […]
——————————————— वीर सावरकर ने अंडमान जेल में रहते हुए, भारत सरकार के गृह मंत्रालय के सदस्य को अंडमान की जेल में उनके साथ होने वाले भेदभाव व अन्याय के प्रति ध्यान आकर्षित करने के लिए एक पत्र लिखा। पत्र का ९५ प्रतिशत अंश का सारांश उनके साथ होने वाले अन्याय व भेदभाव को ही लेकर […]
मोदी_के_सात_वर्ष -कविता- मोदी तुम सात वर्ष में इक आस भरी कविता से लगते हो। बस कमी यही कि नही लगते हो शासक से कुछ संत संत से लगते हो। माँ भारती के आराधक भ्रष्टाचारों के संहारक तुम इस घुटन भरे वातावरण मे वातायन से लगते हो मोदी तुम श्वांस श्वांस से लगते हो। ऐसा नहीं […]
◆ क्या अकबर ने इस्लाम छोड़ दिया था? कुछ समय से गीतकार जावेद अख्तर बादशाह अकबर का झंडा बुलंद कर रहे हैं। एक ताने जैसा कि अकबर के समय भारत धनी था, इसलिए मुगल-काल को बुरा नहीं कहना चाहिए। उन के पीछे दूसरे सेक्यूलर-वामपंथी भी वही दुहरा रहे हैं। लेकिन क्या वे जानते हैं कि […]
◆ क्या अकबर ने इस्लाम छोड़ दिया था? कुछ समय से गीतकार जावेद अख्तर बादशाह अकबर का झंडा बुलंद कर रहे हैं। एक ताने जैसा कि अकबर के समय भारत धनी था, इसलिए मुगल-काल को बुरा नहीं कहना चाहिए। उन के पीछे दूसरे सेक्यूलर-वामपंथी भी वही दुहरा रहे हैं। लेकिन क्या वे जानते हैं कि […]
🙏#गिलोय एक ही ऐसी बेल है, जिसे आप सौ मर्ज की एक दवा कह सकते हैं। इसलिए इसे संस्कृत में अमृता नाम दिया गया है। कहते हैं कि देवताओं और दानवों के बीच समुद्र मंथन के दौरान जब अमृत निकला और इस अमृत की बूंदें जहां-जहां छलकीं, वहां-वहां गिलोय की उत्पत्ति हुई। #इसका वानस्पिक नाम( […]
‘भारतीय ऐतिहासिक कालानुक्रम’ (क्रोनोलॉज़ी) मेरे सर्वाधिक प्रिय विषयों में से है और विगत डेढ़ दशक से मैं इस विषय पर अन्वेषण और लेखन-कार्य कर रहा हूँ। इस सन्दर्भ में सन् 2009 में मेरी पुस्तक ‘भगवान् बुद्ध और उनकी इतिहाससम्मत तिथि’ इलाहाबाद से प्रकाशित हुई थी, जिसका विद्वज्जगत् में समादर हुआ था। इसके अतिरिक्त कालगणना […]
श्याम वेताल कोरोना की दूसरी लहर इतनी जानलेवा बन जाएगी , इसका एहसास देश की जनता को बिलकुल नहीं था लेकिन केंद्र एवं राज्य सरकारों में बैठे लोग और धुरंधर प्रशासनिक अधिकारियों को भी इसका कोई अंदेशा नहीं था ,यह आज साबित हो चुका है। अगर था भी तो इससे पार पाने के लिए कुछ […]