महाकवि सूर्यकांत त्रिपाठी निराला उन्नीसवीं शताब्दी के परार्द्ध भारत के इतिहास का अपर स्वर्ण प्रभात है। कई पावन चरित्र महापुरुष अलग अलग उत्तरदायित्व लेकर इस समय इस पुण्य भूमि में अवतीर्ण होते हैं। महर्षि दयानंद सरस्वती भी उन्हीं में एक महाप्रतिभा मंडित महापुरुष हैं। शासन बदला ,अंग्रेज आये, संसार की सभ्यता एक नए प्रभाव से […]
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केसी सुदर्शन के आंखों के आंसू भी जानिये =================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त राहुल गांधी के अटल बिहारी वाजपेयी की समाधि पर जाने और श्रद्धा सुमन अर्पित करने को लेकर बहुत चर्चा हो रही है और इसके पीछे राहुल गांधी की सहृदयता बतायी जा रही है, राहुल गांधी की बदली हुई महान शख्सियत बतायी जा रही […]
डॉ. वेदप्रताप वैदिक संसद की बहस को देखते हुए ऐसा लगता है कि हमारे विपक्ष के तरकस में तीर हैं ही नहीं। वह सत्तारुढ़ दल पर खाली तरकस घुमाने में जुटा हुआ है। कांग्रेस की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने पहले उप-राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ पर हमला किया और फिर तवांग में हुई मुठभेड़ को लेकर लोकसभा […]
ईसाई लोगों की दृढ़ व प्रमुख मान्यता है कि मुक्ति केवल यीशु के माध्यम से ही मिल सकती है और ईसाई धर्मांतरण भी ठीक इसी बात पर आधारित है कि यीशु में विश्वास से सभी पाप धूल जाते है और हमेशा के लिए मुक्ति (salvation) मिल जाती है। इसलिए हिंदुओ व अन्य लोगों, जिसका धर्मांतरण […]
अगर स्वामी श्रद्धानंद के हत्यारे अब्दुल राशिद को ~महात्मा~ गांधी अपना भाई कहते हैं, तो स्वामी श्रद्धानंद के समर्थक भी क्यों न गांधी के हत्यारे नाथुराम गोडसे को अपना भाई कहने लग जाएं?_ स्वामी श्रद्धानंद जी , लाला लाजपत राय जी और महात्मा हंसराज इन तीनो आर्य नेताओं ने धर्म परिवर्तन करने वाले हिन्दुओं को […]
उत्तर प्रदेश में तमाम राजनैतिक दलों द्वारा ‘छोटी सरकार’ बनाने के लिए बड़े-बड़े दांवपेंच अजमाए जा रहे हैं। भारतीय जनता पार्टी, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी के साथ-साथ कांग्रेस भी नगर निकाय चुनाव में अपनी किस्मत का ताला खोलने को बेचैन है। भाजपा नगर निकाय चुनाव में वोटरों को लुभाने के लिए ट्रिपल इंजन की […]
कोलिकाता।( संवाददाता ) महर्षि दयानन्द सरस्वती के बंगाल आगमन दिवस के उपलक्ष्य में प्रान्तीय आर्य वीर दल बङ्गाल ने 16 दिसम्बर 1872 ई० के उपलक्ष में 150 वर्ष पूर्ति पर “महर्षि पदार्पण समारोह” का आयोजन समस्त बंगाल के प्रतिनिधियों की उपस्थिति में धूमधाम के साथ आयोजित किया , जिसमें महर्षि दयानन्द सरस्वती के प्रथम आगमन […]
ऋषिराज नागर (एडवोकेट) भारत के ऋषियों के दृष्टिकोण से देखा जाए तो परिवार शब्द की बड़ी व्यापक परिभाषा है। मैं, मेरी पत्नी और मेरे बच्चे तक सीमित रहना परिवार को बहुत छोटे दायरे में ले आना होता है उस दायरे से ऊपर उठकर परिवार बसाना और अंत में सारी वसुधा को ही परिवार मानना व्यापक […]
महरौनी (ललितपुर)। महर्षि दयानंद सरस्वती योग संस्थान आर्य समाज महरौनी के तत्वावधान में विगत 2 वर्षों से वैदिक धर्म के मर्म को युवा पीढ़ी को परिचित कराने के उद्देश्य से प्रतिदिन मंत्री आर्य रत्न शिक्षक लखनलाल आर्य द्वारा आयोजित आर्यों का महाकुंभ में दिनांक 5 दिसंबर 2022 सोमवार को “”जीवात्मा की सिद्धि का शास्त्रीय आधार […]
दुष्टों के लिए दंड जनसाधारण धर्म की मर्यादा का स्वाभाविक रूप से पालन करते हैं इसलिए उन्हें दंड की आवश्यकता नहीं पड़ती। जबकि दुष्ट प्रवृत्ति के लोग कठोरता से ही सीधे चलते हैं। इस प्रकार दंड और धर्म एक ही सिक्के के दो पहलू हो गए। यही कारण है कि बुद्धिमान लोग दंड को ही […]