पूर्वोत्तर के छोटे 3 राज्यों ने विधानसभा चुनावों में भाजपा और उसके सहयोगी दलों को सरकार बनाने के लिए बहुमत देकर यह साबित कर दिया है कि प्रधानमंत्री मोदी का जलवा अभी बरकरार है और यदि उनके नेतृत्व में भाजपा इस आंधी को बनाए रखने में सफल हुई तो 2024 के आम चुनावों में भी […]
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विशेष संवाददाता लखनऊ। प्रयागराज विकास प्राधिकरण (पीडीए) ने बुधवार को कुख्यात गैंगस्टर अतीक अहमद के सहयोगी के घर को गिराना शुरू कर दिया, जिसे उसके भाई अशरफ के साथ उमेश पाल हत्याकांड में आरोपी बनाया गया है। प्रयागराज के करेली थाना क्षेत्र के चकिया में स्थित मकान खालिद जफर का बताया जा रहा है। यह […]
भारती डोगरा पुंछ, जम्मू जैसे जैसे तापमान चढ़ रहा है पानी की समस्या को लेकर वैज्ञानिक से लेकर विशेषज्ञ तक की चेतावनी बढ़ती जा रही है. लगातार यह बताया जा रहा है कि यदि गंभीरता से किसी ठोस और सतत योजना पर अमल नहीं किया गया तो जल्द ही पानी के लिए हाहाकार मच सकता […]
1999 में प्रकाशित 900 पेज के उपन्यास ‘पहला गिरमिटिया’ में लेखक गिरिराज किशोर ने लिखा था- ‘महात्मा गाँधी के जीवन के तीन पक्ष हैं-एक मोहनिया पक्ष, दूसरा मोहनदास पक्ष और तीसरा महात्मा गाँधी पक्ष।’ यह उपन्यास गाँधी के दक्षिण अफ्रीकी जीवन केंद्रित मोहनदास पक्ष पर था। उन्होंने लिखा-आने वाली पीढ़ी को मोहनदास की ज्यादा जरूरत […]
ओ३म् =========== आर्यसमाज का अस्तित्व वेद के अस्तित्व पर विद्यमान है। वेद के बाद ऋषि मुनियों के ग्रन्थ व उनकी ईश्वर, जीव व प्रकृति सहित मानव जीवन के सभी पक्षों पर मार्गदर्शन करने वाली सत्य मान्यताओं पर है। यदि किसी को शास्त्र वा शास्त्र ज्ञान उपलब्ध न हो तो उसे तर्क व युक्ति का सहारा […]
पशुयज्ञों के संहिताकालीक न होने का बहुत बड़ा प्रमाण तैत्तिरीयसाहित्य में लिखा हुआ है। लिखा है कि- यद्दचोsध्यगीषत ताः पय आहुतयो देवानामभवन् । यद्यजूषि घृताहुतयो यत्सामानि सोमाहुतयो पदथर्वाङ्गिरसो मध्वाहुतयो यद्ब्राह्मणानि इतिहासान् पुराणानि कल्पान् गाथा नाराशंसीमँदाहुतयो देवानामभवन् । (तैत्तिरीय प्र 3 अ० 6 मं० 3) अर्थात् ऋग्वेद का पाठ देवताओं के लिए दूध की बाहुतियाँ, यजुर्वेद […]
प्रवीण गुगनानी, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार मे राजभाषा सलाहकार यदि मध्यप्रदेश के सामाजिक ताने बाने, अर्थव्यवस्था, राजनैतिक वातावरण, व्यापार वयवसाय के पिछड़े होने की और इन सबसे धर्मांतरण के संबंध की चर्चा करें तो एक जनजातीय कहावत स्मरण मे आती है – तेंदू के अंगरा बरे के न बुताय के अर्थात दुष्ट व्यक्ति न स्वयं […]
डा. राधे श्याम द्विवेदी अयोध्या का क्षेत्रफल 12 योजन अर्थात 84 किलोमीटर लंबा और तीन योजन अर्थात 21 किमी. चौड़ा है. इसके उत्तरी छोर पर सरयू और दक्षिणी छोर पर तमसा नदी अवस्थित हैं. इन दोनों नदियों के बीच की औसत दूरी लगभग 20 किलोमीटर है. माना जाता है कि अयोध्या शहर मछली के आकार […]
अमित शुक्ला बात आजादी के बाद की है। देश के पहले प्रधाानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने तत्कालीन गृहमंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को चिट्ठी लिखी थी। इस चिट्ठी में उन्होंने मस्जिदों का मुद्दा उठाया था। नेहरू ने कहा था कि उन्हें बताया गया है कि दिल्ली में कुछ मस्जिदों को नुकसान पहुंचाया गया है। उन्होंने ऐसी मस्जिदों […]
गतांक से आगे … ऋषि देवता और छन्दादि तथा सूक्त, अध्याय और मण्डल आदि की आलोचना के बाद अब वेदों के अर्थो की – भावो की बात सामने आती है। क्योंकि अर्थो अर्थात् भाष्यों के ही द्वारा जाना जाता है कि वेदों में किन विषयों का वर्णन है। परन्तु अव तक जितने वेदों के भाष्य […]