संसार के महान मनोचिकित्सक : पतंजलि तन के साथ-साथ मन की चिकित्सा करना सचमुच बहुत बड़ी साधना का परिणाम होता है। भारतीय ऋषियों ने इस सत्य को बड़ी गहराई से समझा कि तन तभी रोग ग्रस्त होता है जब मन रोग ग्रस्त हो चुका होता है। ‘मन के हारे हार है, मन के जीते जीत’ […]
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दीवान बहादुर हरबिलास शारदा जी ने इंग्लिश में 1943 में लिखी थी। लम्बे समय से इसकी हिन्दी मे करने की मांग थी। अब यह हिन्दी मे है।इसे मंगवाने के लिए 7015591564 पर Whatsapp करे. मूल्य ₹700 डाक खर्च सहित। 824 पृष्ठ सजिल्द। इस पुस्तक से कुछ अंश। महर्षि दयानन्द द्वारा स्थापित आर्यसमाज। (१) प्रथम आर्यसमाज […]
भारतीय धर्मों में इश्वर को अनेकों रूप से माना जाता है .उसे माता ,पिता ,बंधू और अपना मित्र तक कहा गया है .अर्थात वह पुरुष और स्त्री दोनो ही हो सकता है .भारत में देवताओं के साथ देवियों की भी पूजा की जाती है .इसी के साथ कई महिला संतों का आदर करते हैं .इस्लाम […]
योगी आदित्यनाथ इस समय एक कठोर प्रशासक की छवि बना चुके हैं। स्पष्ट है कि उनकी यह कठोरता जनसाधारण के लिए न होकर उन असामाजिक और राष्ट्र विरोधी तत्वों के प्रति है, जो लोगों का जीना मुहाल करते हैं और राष्ट्र की मुख्यधारा में किसी न किसी प्रकार का विघ्न डालते रहते हैं। किसी भी […]
इस देश को सबसे बड़ा नुकसान दो प्रधानमंत्रियों के काल में हुआ… जिसमें पहला नाम है इंद्र कुमार गुजराल. इंद्र कुमार गुजराल – पैदाइशी कम्युनिस्ट जो कांग्रेस में गए और फिर जनता दल में… 1996 में जब देवेगौड़ा प्रधानमंत्री थे तब कम्युनिष्टों की पसंद गुजराल को विदेश मंत्री बनाया और तब ही से भारत के […]
🚩 साध्वी प्रज्ञा सिंह ने जेल में रहते हुए जो 2013 में चिट्ठी लिखी थी, उसे हर हिंदुस्तानी को पढ़ना चाहिए जिससे हिंदू धर्मगुरुओं पर कितना अत्याचार होता है वह पता चल जाएगा । 🚩 आइए जानते हैं क्या लिखा था साध्वी ने… 🚩 मैं साध्वी प्रज्ञा चंद्रपाल सिंह ठाकुर, उम्र-38 साल, पेशा-कुछ नहीं, 7 […]
मुगल शासनकाल के दौरान बादशाह औरंगजेब का आतंक बढ़ता ही जा रहा था। चारों और औरंगज़ेब की दमनकारी नीति के कारण हिन्दू जनता त्रस्त थी। सदियों से हिन्दू समाज मुस्लिम आक्रांताओं के झुंडों पर झुंडों का सामना करते हुए अपना आत्म विश्वास खो बैठा था। मगर अत्याचारी थमने का नाम भी नहीं ले रहे थे। […]
काबा के गिलाफ का इतिहास विश्व में जितने भी धर्म और संप्रदाय हैं सभी के अपने अपने उपासना स्थल या भवन है ,जिनमे कुछ तो ऐसे भी हैं जो अपनी स्थापत्य कला और निर्माण शैली के विश्व में विख्यात हैं जिनको देखने के लिए अन्य धर्म के लोग भी जाते हैं यह भवन इस प्रकार […]
सौम्या ज्योत्सना मुजफ्फरपुर, बिहार बिहार में कला और संस्कृति के नाम मधुबनी पेंटिंग और भाषा के रूप में भोजपुरी विश्व पटल पर अपनी पहचान रखता है. आमतौर पर लोग भोजपुरी को केवल एक भाषा के तौर पर ही जानते हैं, जबकि कला के रूप में भी इसकी एक पहचान रही है. लेकिन वर्तमान समय में […]
हमारे उपनिषद हमारे महान ऋषियों की मेधा शक्ति और उनकी आध्यात्मिक शक्ति के प्रदर्शन का एक अकाट्य प्रमाण है। उपनिषदों के गूढ़ रहस्यों को समझकर हमें यह पता चलता है कि हमारे देश में प्राचीन काल से ही बौद्धिक जागृति की हलचल रही है। साधना की अमोघ शक्ति की घुट्टी पीकर हमारे ऋषियों ने प्रकृति […]