दिल्ली के प्रमुख स्थलों में से एक नेहरु प्लेस है। यहां का बाजार प्रसिद्ध है। इसके पास का इलाका कालकाजी नाम से जाना जाता है। क्या आप जानते हैं कि कालकाजी का यहां से लगभग 900 किलोमीटर दूर स्थित इंदौर से गहरा संबंध है। वास्तव में यहां कालिका माता का एक मंदिर मौजूद है। इसी […]
श्रेणी: Uncategorised
भारत में बाबर अकबर और औरंगजेब के मुरीद (भक्त / प्रशंसक) बड़ी संख्या मे हैं। आज तक हमारी शिक्षा व्यवस्था जेहादी सोच के मुस्लिम शिक्षामंत्रियों और वामपंथी इतिहास लेखकों के हाथ में रही है। इन्होंने जो लिखा वह अधिकांश झूठ था। इन्हें अत्याचारियों को महान बताना था। इनके झूठ का पता पूज्य गुरु नानक देव […]
चिकित्सा रसायन के क्षेत्र में भारत के नाम को विश्व स्तर पर सम्मान दिलाने वाले भारत के महान वैज्ञानिक वृंद के बारे में मान्यता है कि उनका जन्म 1000 ईसवी के लगभग हुआ था। यह वह काल था जब भारत पर महमूद गजनवी के आक्रमण हो रहे थे। इस काल में भारत के वैज्ञानिक नई-नई […]
मनीष कुमार पांडेय पटना में बाबा बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर शब्द है आचार्य धीरेंद्र शास्त्री जी का कार्यक्रम भीषण गर्मी अत्याधिक भीड़ एवं निश्चित रूप से प्रशासनिक अक्षमता के कारण बंद कर देना पड़ा, यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि राज्य सरकार इस विषय पर उचित समाधान ना निकालकर सिर्फ आरोप-प्रत्यारोप का दौर चला रही है […]
प्रवीण गुगनानी, विदेश मंत्रालय, भारत सरकार मे राजभाषा सलाहकार 9425002270 बुद्ध जयंती, बुद्ध पूर्णिमा, वेसाक या हनमतसूरी समूचे भारत वर्ष के लिए एक महत्वपूर्ण, आस्था जन्य और उल्लासपूर्वक मनाया जाने वाला पर्व है। विश्व के अनेक भागों में फैले हुए हिंदू, बौद्ध इस पर्व को वेसाक (हिंदू कैलेंडर के वैशाख का अप्रभंश) के नाम से […]
रुपी उदयपुर, राजस्थान देश में महिलाओं के खिलाफ होने वाली शारीरिक एवं यौन हिंसा को लेकर हाल में नेशनल फैमिली हेल्थ सर्वे (NFHS-5) में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए हैं. सर्वे के मुताबिक, 18 से 49 साल की आयु वाली लगभग 30 प्रतिशत महिलाएं ऐसी हैं, जिन्हें 15 साल की उम्र के बाद शारीरिक हिंसा […]
गतांक से आगे…. यजुर्वेद में लिखा है कि- शतमिन्नु शरदो अन्ति देवा यत्रा नश्रवका जरसं तनूनाम् । पुत्रासो यत्र पितरो भवन्ति मा नो मध्या रीरिषतायुर्गन्तोः ।। (यजु० 25/22) अर्थात् है विद्वानो ! मनुष्य की आयु सौ वर्ष नियत है, अतः जब तक हमारे शरीरों की जरा अवस्था न हो जाय और हमारा पुत्र भी पिता […]
महाराष्ट्र के बाहर बहुत कम लोग जानते है कि वह एक कट्टर ‘आर्य समाजी राजा थे ।1902 मे जब वह इंग्लैंड जा रहे थे तब उनकी मुलाकात जोधपुर के नरेश सर प्रतापसिंह महाराज से हुई। जोधपुर नरेश से उनका आर्य समाज से प्रारंभिक परिचय हुआ। भारत वापिस आने के बाद उनका वडोदरा के महाराज श्री […]
संसार के सबसे पहले ग्रंथ संपादक, धर्म के मर्मज्ञ, महान राजनीतिज्ञ और महान कवि के रूप में व्यास जी का नाम अग्रगण्य है। उनकी विलक्षण प्रतिभा भारत की विरासत है। भारत के इतिहास लेखकों ने ‘भारत को समझो’ के स्थान पर ‘भारत को भुलाओ’ अभियान चलाकर उनकी पूर्णतया उपेक्षा की गई है। व्यास जी ने […]
=================== आचार्य श्री विष्णुगुप्त अटल बिहारी वाजपेयी की दलबदलुओं और नैतिकहीनों के भाजपा में प्रवेश देने पर विचार जानकार आज की भाजपा के संबंध में आप अपनी धारणा विकसित कर सकते हैं। मैंने एक बार पूछ लिया था कि भाजपा में दलबदलुओं और नैतिकहीनों का प्रवेश इतना आसान और सुलभ क्यों हो गया है, आपलोग […]