आतंकी गोली से पहले इस्लामीकरण का खेल नेता खेलने लगे थे, अफसोस! तीन दशकों से कश्मीर घाटी में कश्मीरी पंडितों पर अत्याचार होता रहा है। हाल ही में तीन आंतकियों द्वारा दक्षिणी कश्मीर के त्राल में नगर पार्षद बीजेपी […]
Category: आतंकवाद
दानव लोग सदियों से सहजीवन तोडते आए हैं । मानव मानव के बीच के सहजीवन को तोडने के लिए विविध षड्यंत्र चलाए, मानव मानव के बीच नफरत पैदा की, आज भी की जा रही है । मानव मानव के बीच का आर्थिक सहजीवन बडी बडी कंपनियोंने तोड दिया और सहजीवन कंपनी और मानव के बीच […]
दिसंबर 2013 में प्रकाशित लेख जो आज भी हमें बहुत कुछ सीखने समझने की प्रेरणा देता है यूपीए सरकार के दूसरे कार्यकाल के आखिरी दो संसद सत्र इसके लिए काफी महत्वपूर्ण और विवादित रहे हैं. विवादों के कई कारण हो सकते हैं लेकिन इनके केंद्र में चुनाव और इसी चुनावी धुरी पर घूमते विधेयक को […]
चीन अब विश्व स्तर पर अपनी होती बेइज्जती को समझने लगा है । उसे पता चल गया है कि दुनिया को खत्म कर दुनिया पर हुकूमत करने की जो उसने योजना बनाई थी, वह कितनी गलत हो सकती है ? और उसकी इस योजना के चलते उसे विश्व स्तर पर कितना अपमान झेलना पड़ रहा […]
आचार्य श्री विष्णु गुप्त योगी आदित्यनाथ के राज्य में भी हिंदुओं की बरात नहीं निकलेगी, हिंदुओं की बरात निकलने पर मुसलमान हिंसा फैलाएंगे ,हिंदुओं का कत्लेआम करेंगे, उनकी बहू बेटियों को उठा के ले जाएंगे, यह सिर्फ धमकी नहीं है बल्कि ऐसा कर के मुसलमानों ने दिखाया है। …….. घटना उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ के […]
दो दिन पहले दिल्ली के एक अस्पताल में किसी कार्यवश मेरा जाना हुआ। अस्पताल के गेट पर एक महिला पर्चे देते हुए “अपने पाप क्षमा करो” चिल्ला रही थी। मैं उसके निकट गया और उससे पूछा- यह बताये यह पाप कैसे क्षमा होते हैं? वह बोली प्रभु येशु में जो विश्वास लाता है। उसके […]
अपने देश में किसी और क्षेत्र में काम तेजी से हों या न हों, राजनीति के क्षेत्र में बहुत तेजी से होते हैं। इसी परंपरा की रक्षा के उद्देश्य से केंद्र शासित प्रदेश लक्षद्वीप में प्रस्तावित प्रशासनिक सुधारों पर राजनीतिक गतिविधियाँ तेज हुई। इस बात पर भी किसी को आश्चर्य नहीं कि यह राजनीति मात्र […]
खान मार्केट गैंग अर्थात अर्बन नक्सल
खान मार्केट गैंग / अर्बन नक्सल स्वतंत्र भारत में पीढ़ियों से एक विशेषाधिकारी वर्ग केंद्रीय सत्ता का दरबारी, सहयोगी और चहेता रहा है। उसी को कभी लुटियन तो कभी खान-मार्केट ‘गिरोह’ कहा जता है। सोशल मीडिया में उन्हें और भी नाम दिए जाते हैं। इसी वर्ग की प्रतिनिधि शोभा डे और तवलीन सिंह ने चुनाव […]
आप एक प्रयोग कीजिये, एक भगौने में पानी डालिये और उसमे एक मेढक छोड़ दीजिये। फिर उस भगौने को आग में गर्म कीजिये। जैसे जैसे पानी गर्म होने लगेगा, मेढक पानी की गर्मी के हिसाब से अपने शरीर को तापमान के अनकूल सन्तुलित करने लगेगा। मेढक बढ़ते हुए पानी के तापमान के अनकूल अपने […]
मार्क्सवाद के प्रणेता कार्ल माक्र्स की समग्र रचनाओं में “राष्ट्र” नामक इकाई के लिए कोई स्थान नहीं है। मार्क्सवादी तो केवल सर्वहारा को जानता है, जिसे मार्क्स ने “प्रोलेतेरियत” कहकर पुकारा है और जो उसके अनुसार भौतिक द्वंद्ववाद के आधार पर हो रहे ऐतिहासिक विकास-क्रम में पूंजीवाद की अन्तर्निहित कमजोरियों अथवा विरोधाभास के परिणामस्वरूप अस्तित्व […]