पंडित हरि किशन जी घर-घर पूजा-पाठ कर अपने और अपने परिवार का लालन-पालन बड़ी मुश्किलों से कर पाते थे।कभी-कभी किसी-किसी घर से अच्छी दक्षिणा मिलने पर घर पर अच्छा खाना भी बन जाता था।लेकिन कोरोना बीमारी की इन खतरनाक परिस्थितियों में धीरे-धीरे उनके काम में बहुत ही कमी आ गई।आजकल […]
Category: कहानी
जीवन में परिवर्तन के लिए बहुत ही प्रेरक कथा
कमल किशोर सोने और हीरे के जवाहरात बनाने और बेचने का काम करता था। उसकी दुकान से बने हुए गहने दूर-दूर तक मशहूर थे। लोग दूसरे शहर से भी कमल किशोर की दुकान से गहने लेने और बनवाने आते थे। चाहे हाथों के कंगन हो, चाहे गले का हार हो, चाहे कानों के कुंडल हो […]
बालकथा : मैं भी एक सिपाही
दादा जी इस कोरोना काल में तो हमने कोई भी देश के सिपाही की तरह काम नहीं किया और दूसरी तरफ हमारी सेना बॉर्डर पर दिन रात हमारे लिए काम करती है।14 साल के राहुल ने बड़ी मासूमियत से यह सवाल अपने दादा जी से पूछा। राहुल के दादा जी […]
लघु कथा : वक्त – वक्त की बात
अभी बस दो साल पहले की ही बात है।कि शर्मा जी के पड़ोस में एक घर में चोरी हो गई थी।चोरी कोई बड़ी नहीं थी।केवल गुप्ता जी की काफी पुरानी कार चोरी हो गयी थी। शर्मा जी ने फिर भी पड़ोस वालों को समझाया।कि अपने […]
पुत्री की सीख
किसी शहर में एक पूंजीपति सेठ रहते थे, उनके चार पुत्र व एक पुत्री थी जब पुत्री विवाह के योग्य हुई तब उन्होंने अपने बराबरी का परिवार ,योग्य वर देख अपनी पुत्री की शादी करवा दी अपनी हैसियत से भी दहेज देकर विदा किया। सेठ की पुत्री के कुछ पूर्व जन्म के कुछ इसी जन्म […]
लघुकथा : कोरोना से क्या डरना ?
राम और अमर बचपन के बहुत अच्छे मित्र हैं।दोनों इस वक्त दसवीं कक्षा के विद्यार्थी है।एक दूसरे से हर बात शेयर करते हैं।कोरोनावायरस संकट के समय जहां हर आदमी अपने-अपने घरों में रुका हुआ है और सिर्फ जरूरत के कामों से ही घर से बाहर जा रहा है।ऐसे दौर में […]
नदी और एक टीले की कहानी
आप तनिक कल्पना करें । एक नदी है । उस नदी के एक छोर पर एक विशाल टीला स्थित है । नदी बरसात की ऋतु में बार बार उस टीले को काटने व मिटाने का प्रयास करती है । उसे एक चुनौती देती है, और उसकी थोड़ी बहुत मिट्टी हर बार वर्षा ऋतु में अपने […]
बुढिय़ा तथा रसीले आमों का पेड़
किसी गांव में गरीब बुढिय़ा रहती थी। सारे गांव में वह अम्मा के नाम से मशहूर थी। अम्मा विष्णु की भक्त थी। गरन्ीब होने परभी वह दयालु थी। सारा गांव उसकी इज्जत करता था। एक दिन अम्मा को सपने में भगवान विष्णु के दर्शन हुए। उन्होंने प्रसन्न होकरन् अम्मा से कहा-मैं तुम्हारी भक्ति से बहुत […]
एक संत का जीवन और परोपकार
एक संत हुए जो बड़े ही सदाचारी और लोकसेवी थे. उनके जीवन का मुख्य लक्ष्य परोपकार था. एक बार उनके आश्रम के निकट से देवताओं की टोली जा रही थी. संत आसन जमाये साधना में लीन थे. आखें खोली तो देखा सामने देवता गण खड़े हैं. संत ने उनका अभिवादन कर उन सबको आसन दिया. […]