रवींद्र श्रीवास्तव मेरी उंगली पकड़ के चलते थे अब मुझे रास्ता दिखाते हैं मुझे किस तरह से जीना है मेरे बच्चे मुझे सिखाते हैं… दिल्ली हाईकोर्ट ने जब ब्लैक फंगस की दवा की किल्लत के संदर्भ में कहा कि बुजुर्गों ने अपना जीवन जी लिया। युवा देश के भविष्य हैं, उन्हें प्राथमिकता से बचाया जाना […]
Category: कहानी
तिल्ली से सीखे दिल्ली
“तिल्ली से सीखे दिल्ली” कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर भारत में अपने चरम पर है। संक्रमण का वक्र इस बार कितना ऊपर उठेगा इसके केवल अनुमान ही लगाए जा रहे हैं। राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र में जरूरी दवाइयों ऑक्सीजन की भारी किल्लत है ऐसे में संक्रमित व उनके तीमारदारों की चिंता रोष वाजिब है दिल्ली के […]
क्या है धन की गति?
(दार्शनिक विचार) #डॉ_विवेक_आर्य मैंने अपने जीवन में 10 वर्ष विभिन्न सरकारी और गैर सरकारी अस्पतालों में काम किया है। इस कार्य को करते हुए मुझे अनेक अच्छे-बुरे अनुभव हुए। सबसे अधिक बुरा तब लगता था जब मैं किसी जवान युवक-युवती को नशे के कारण अस्पताल में भर्ती होते हुए देखता था। इनमें से अनेक समृद्ध […]
इतिहास पुनर्लेखन के यक्ष प्रश्न?
‘दैनिक ट्रिब्यून’ में मेरी पुस्तक ‘भारत के स्वर्णिम इतिहास के कुछ पृष्ठ’ – की समीक्षा. शक्ति वर्मा ‘भारत के स्वर्णिम इतिहास के कुछ पृष्ठ’ पुस्तक इतिहास के पुनर्लेखन की एक कोशिश के रूप में प्रस्तुत की गई है। भारत में एक वर्ग है जो मानता है कि देश के इतिहास के साथ न्याय नहीं किया […]
पुस्तक समीक्षा : कोरोना एक वैश्विक बदलाव
पुस्तक समीक्षा ‘कोरोना : एक वैश्विक बदलाव’ ‘कोरोना : एक वैश्विक बदलाव’ रेखा जैन जी द्वारा लिखित पुस्तक है। जिसका प्रथम संस्करण 2020 में आया है। निश्चित रूप से वर्तमान समय में सारे संसार के लिए कोरोना एक बड़ी भारी समस्या के रूप में आया है। जिससे समाज में कई बदलाव देखने को मिले हैं। […]
-मुंशी प्रेमचंद बहुत पुरानी बात है। हिंदुओं का एक काफिला अपने धर्म की रक्षा के लिए पश्चिमोत्तर के पर्वत-प्रदेश से भागा चला आ रहा था। मुद्दतों से उस प्रांत में हिंदू और मुसलमान साथ-साथ रहते चले आये थे। धार्मिक द्वेष का नाम न था। पठानों के जिरगे हमेशा लड़ते रहते थे। उनकी तलवारों पर […]
पुस्तक समीक्षा : ज्ञानवर्धक रोचक कहानियां
ज्ञानवर्धक रोचक कहानियां साहित्यिक संसार में डॉ बानो सरताज देश में वरिष्ठ बाल साहित्यकार के रूप में अपना स्थान रखती हैं। सुकोमल बालमन पर कथा कहानियों के माध्यम से उत्कृष्ट संस्कारों को उकेरने की भारत की पुरानी परंपरा है । उसी को इस पुस्तक में नए जमाने के अनुसार अपने ढंग से और अपनी शैली […]
पुस्तक समीक्षा : सुलगता मौन
‘ सुलगता मौन’ ‘सुलगता मौन’ वर्तमान समाज की कई सच्चाइयों को उजागर करने वाली एक ऐसी पुस्तक है जो हमें बहुत कुछ सीखने ,समझने और सोचने को मजबूर करती है। पुस्तक के लेखक विजय जोशी हैं । जिन्होंने इस पुस्तक में कहानियों के माध्यम से अपने मन की वेदना और समाज की सच्चाई को […]
पुस्तक समीक्षा : तेरे शहर के मेरे लोग
तेरे शहर के मेरे लोग संसार के आज तक के इतिहास में ऐसी अनेकों कहानियां बनी बिगड़ी हैं जिन्हें मैंने अपने ढंग से लिखा है तो आपने अपने ढंग से लिखा है । कहानी का सच क्या था ? – इसे ना तो वक्त ने तय किया और ना ही लोगों ने मिल बैठकर तय […]
एक सत्य रोचक कथा
प्रेषक : आचार्य जीवन सिंह स्वामी सर्वदानन्द जी कट्टर शिव भक्त थे ,वे स्वयं फूल आदि चुनकर लाते और शिवलिंग पर चढ़ा घंटो उनकी पूजा मे लीन रहते थे । एक दिन की बात है जब वे बाग से फूल लेकर शिव मंदिर पहुंचे तो देखा कि जिस शिवलिंग को कल फूलों से सजा कर […]