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मुद्दा समाज

किसान आंदोलन को लेकर मोदी जी भी यही चाहते थे ….

  मोदी चाहते थे कि किसान स्वयं समझें कि वह कैसे इन कृषि कानूनों के अन्तर्गत किसानों को बचाना चाहते हैं और उनकी स्थिति बेहतर करने को प्रतिबद्ध हैं। पंजाब के किसानों ने रोपड़ से 44 ट्रक जो उ.प्र से 1100 रुपये किं० खरीद कर और भटिण्डा मण्डी में बिहार से 1000 रुपया किं० गेहूं […]

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समाज

मां दुर्गा का रूप है नारी शक्ति

डॉ. वंदना सेन भारत में सदियों से प्रचलित पौराणिक मान्यताओं के अनुसार नारी को महाशक्ति की संज्ञा दी गई है। जहां नारी का आदर और सम्मान होता है, वहां दैवीय वातावरण विद्यमान रहता है। दैवीय वातावरण के बारे में अध्ययन किया जाए तो यही परिलक्षित होता है कि वहां आसुरी प्रवृत्तियों का पूरी तरह से […]

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मुद्दा समाज

पाखंड और अंधविश्वास को बढ़ावा देने वाली मृत्यु भोज प्रथा बंद हो

प्राय देखने में आता है कि समाज में सभी जातियों में मृत्यु भोज का चलन आज भी प्रचलित है l इस प्रथा का उद्देश्य वर्तमान में पुरानी पद्धति पर ही आधारित है जो आज के वर्तमान परिपेक्ष में तर्कसंगत नहीं है और ना ही व्यवहारिक l मेरे विचार में यह फिजूलखर्ची है तथा महंगाई के […]

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समाज

पंचायती चुनाव और महिला प्रतिनिधि

 चरखा फिचर्स     राजेश निर्मल सुल्तानपुर, यूपी मौसम में बदलाव के लक्षण नजर आने लगे है। मौसम में उमस और गर्मी के साथ साथ पंचायत चुनाव ने भी दस्तक दे दी है। उत्तर प्रदेश में पंचायती चुनाव इसी महीने मार्च में होने वाले थे लेकिन महामारी और बोर्ड परीक्षा के चलते इसे थोड़ा और […]

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देश विदेश समाज

बुर्कों पर लगाते प्रतिबंधों के असल मायने क्या है ?

डॉ. वेदप्रताप वैदिक यहां सवाल यही उठता है कि आखिर इस्लामी देशों ने भी बुर्के पर प्रतिबंध क्यों लगाया ? इसका तात्कालिक कारण तो यह है कि बुर्का पहनकर कई आदमी जघन्य अपराध करते हैं। वे अपनी पहचान छिपा लेते हैं और अचानक हमला बोल देते हैं। स्विट्जरलैंड ताजातरीन देश है, जिसने बुर्के पर प्रतिबंध […]

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समाज

भाईचारे का झूठ फैलाने वाले फिल्मी गाने की सच्चाई

प्रस्तुति:- अजय आर्य तू हिंदू बनेगा ना मुसलमान बनेगा… इंसान की औलाद है इंसान बनेगा असलियत- इस गाने में बड़ी चालाकी से हिंदू धर्म को इस्लाम के साथ खड़ा कर दिया गया है जबकि सच्चाई ये है कि इस्लाम धर्म के लोगों ने ना सिर्फ हिंदुओं बल्कि ईसाई, यहूदियों और पारसियों पर भी भीषण अत्याचार […]

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इतिहास के पन्नों से समाज

हिंदू समाज के पतन के कारण

वैदिक धर्म की मान्यताओं में अविश्वास एवं मत-मतान्तर, भिन्न भिन्न सम्प्रदाय, पंथ, गुरु आदि के नाम से वेद विरुद्ध मत आदि में विश्वास रखना। इस विभाजन से हिन्दू समाज की एकता छिन्न-भिन्न हो गई एवं वह विदेशी हमलावरों का आसानी से शिकार बन गया। वेदों में वर्णित एक ईश्वर को छोड़कर उनके स्थान पर अपने […]

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देश विदेश समाज

कोरोना महामारी के बाद भारत विश्व का ‘ नेतृत्व ‘ करने की ओर अग्रसर

डॉ. राजेन्द्र प्रसाद शर्मा आज दुनिया के देशों में चीन खलनायक बन कर उभरा है तो पाकिस्तान अलग-थलग होने के साथ ही याचक की दृष्टि में आ गया है। अमेरिका में जिस तरह से ट्रंप ने जाते-जाते लोकतंत्र की हत्या करने के प्रयास किए वह जगजाहिर है तो रूस भी अब पहले वाली स्थिति में […]

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राजनीति विविधा समाज

प्रश्नों से परे है भारतभक्ति

देश में एक बहस प्रारम्भ करने की कोशिश की गई है, किसका भारत चाहिए, गांधी का या भागवत का? मुझे लगता है कि एक बेमानी बहस बेईमान मानसिकता के साथ शुरू की जा रही है। भारत को बनाने की बात की जाती है तो जिन महापुरुषों के कारण आज भारत सनातन बना हुआ है उनको […]

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समाज

राष्ट्रीय एकता का सुदृढ़ आधार : शुद्धि और संगठन

– डॉ. भवानीलाल भारतीय आर्यसमाज का सुदृढ़ विश्वास है कि राष्ट्रीय एकता की सिद्धि और प्राप्ति तब तक सम्भव नहीं है जब तक भारत की आर्य-धर्मावलम्बिनी प्रजा अपने-आपको सबल और सप्राण बनाकर अपने सभी घटकों को एकता के सूत्र में न पिरो ले। इस महद् उद्देश्य की सिद्धि के लिए आर्यसमाज ने शुद्धि और संगठन […]

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