अशोक मधुप केंद्र सरकार ने सेवानिवृत्त होने वालों की परेशानी को समझा। यह माना कि सेवानिवृत्ति के बाद उनमें निराशा न आए, जीवन यापन में परेशानी न हो। इसके लिए उसने देश के उद्योगपतियों के बात की। कहा कि वह सेवानिवृत्त होने वालों के अनुभव का लाभ उठाएं। केंद्र सरकार ने देश के बुजुर्ग होते […]
Category: समाज
दिल्ली विश्वविद्यालय में पूरे देश के विद्यार्थी शिक्षा लेने आते है परन्तु इस विश्वविद्यालय के अनेकों शिक्षा केंद्रों में बहुत से अध्यापक ऐसे हैं जो समाज के लिए कालनेमि रूपी दानव की भूमिका निभा रहे हैं । हिन्दू कालेज में असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर कार्यरत रतन लाल ने ज्ञानवापी शिवलिंग पर अभद्र टिप्पणी करते […]
एक ऐसी सन्तान जिसके माता पिता को उसके तथाकथित मित्रो ने एक छोटे से कमरे में कैद कर दिया हो । उन्हें कैदी से भी बद्तर स्थिति, गंदगी व कीचड़ से भरे स्थान पर रखा हो । प्रतिदिन उनके ऊपर थूका हो , अपने पैरों से रौंदा हो । क्या ऐसे व्यक्तियों को अब भी […]
वहीं भारत में 3 लाख मौतें सालाना शराब के कारण होती है| देश के हर राज्य में आबकारी विभाग के साथ-साथ एक मद्य निषेध विभाग भी है… जिसका काम है लोगों को शराब के उपभोग से स्वास्थ्य सामाजिक आर्थिक दृष्टि से होने वाले नुकसान से परिचित कराते हुए स्वैच्छिक अघोषित शराबबंदी को बढ़ावा देना| कितना […]
मनोज कुमार बिटिया का आसमांं ऊंचा होता जा रहा है और बिटिया कह रही है कि आसमां थोड़ा और ऊंचा हो जाओ ताकि मैं तुम्हें छू सकूं। आज जब हम भारतीय सांस्कृतिक परम्परा के सबसे बड़े त्यौहार अक्षय तृतीया मना रहे हैं तब हमारे सामने दशकों से जड़ें जमायी हुई सामाजिक कुरीति के रूप में […]
ललित गर्ग यह तो सर्वविदित एवं सामान्य समझ की बात है कि सामाजिक उथल-पुथल देश की आर्थिक तरक्की को प्रभावित करती है। इससे निवेशक बिदकते हैं और राज्य की जो ऊर्जा तरक्की में लगनी चाहिए, वह सामाजिक सौहार्द की बहाली में खर्च करनी पड़ती है। देश लम्बे समय से शांत था, एकाएक एक वर्ग-विशेष एवं […]
– मुरली मनोहर श्रीवास्तव गंगा, गीता, गायत्री, लक्ष्मी, सरस्वती हैं बेटियां, शक्ति का स्वरुप हैं बेटियां, बेटियां ही हमें आगे बढ़ने का मार्ग भी प्रशस्त करती हैं। भारत एक ऐसा देश है जो अपनी संस्कृति, अपने रीति रिवाजों के लिये जाना जाता है। कहा जाता है । हमारे देश की भूमि को “भारत माता” कहा […]
क्या है साहित्य और समाज का संबंध ?
डॉ. सौरभ मालवीय साहित्य समाज का दर्पण है, समाज का प्रतिबिम्ब है, समाज का मार्गदर्शक है तथा समाज का लेखा-जोखा है. किसी भी राष्ट्र या सभ्यता की जानकारी उसके साहित्य से प्राप्त होती है. साहित्य लोकजीवन का अभिन्न अंग है. किसी भी काल के साहित्य से उस समय की परिस्थितियों, जनमानस के रहन-सहन, खान-पान व […]
उगता भारत ब्यूरो ग्रेटर नोएडा ।बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव और राबड़ी देवी की छोटी बहू रिचेल को नया नाम मिलने की खबर आ रही है। मीडिया रिपोर्टों के अनुसार तेजस्वी यादव की पत्नी का नया नाम राजेश्वरी यादव होगा। कहा जा रहा है कि उनकी पत्नी रिचेल ईसाई से हिंदू बन गईं […]
उगता भारत ब्यूरो अभय वसंत मराठे। यदि आप अंडमान द्वीप पर स्थित सेल्युलर जेल गए होंगे तो वहां राजबंदियों (क्रांतिकारियों) के नामों की एक सूची फलक (बोर्ड) पर लगी देखी होगी। यह सूची उन राजबंदियों की है, जिन्हें भारत की स्वाधीनता के लिए अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ने के आरोप में बंदी बनाकर यहां कैद किया गया […]