25 सितम्बर 2022 – पंडित दीनदयाल जी उपाध्याय के जन्म दिन पर विशेष लेख पंडित दीनदयाल जी उपाध्याय का जन्म दिनांक 25 सितम्बर 1916 को नगला चंद्रभान गांव उत्तर प्रदेश में हुआ था। आपके पिता का नाम श्री भगवतीप्रसाद जी उपाध्याय एवं माता का नाम श्रीमती रामप्यारी उपाध्याय था। बचपन के साथ-साथ आपका पूर्ण जीवन […]
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किसी भी देश में सामाजिक परिवर्तन लाने के लिए “स्व” आधारित सामूहिक दृष्टिकोण होना आवश्यक है। भारत के संदर्भ में “स्व” का मूल हिंदुत्व में ही निहित है, और भारत में “स्व” आधारित इतिहास मिलता है। इस दृष्टि से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम भी एक आध्यात्मिक एवं नैतिक कार्य था, क्योंकि यह भारत में पुनः सनातन […]
डॉ. पवन सिंह मलिक दूरदर्शन, इस एक शब्द के साथ न जाने कितने दिलों की धड़कन आज भी धड़कती है। आज भी दूरदर्शन के नाम से न जाने कितनी पुरानी खट्टी-मिट्ठी यादों का पिटारा हमारी आँखों के सामने आ जाता है। दूरदर्शन के आने के बाद न जाने कितनी पीढ़ियों ने इसके क्रमिक विकास को […]
*आदिवासी भारत के और केनाडा के*
*डॉ. वेदप्रताप वैदिक* भारत में आदिवासियों को कितना महत्व दिया जाता है, इसे आप इसी तथ्य से समझ सकते हैं कि इस समय भारत की राष्ट्रपति एक आदिवासी, वह भी महिला द्रौपदी मुर्मू हैं और तीन राज्यपाल आज भी आदिवासी हैं। छत्तीसगढ़ की राज्यपाल अनुसूय्या उइके ने जो मूलतः मध्यप्रदेश की हैं, आदिवासियों के लिए […]
ललित गर्ग तंबाकू के खिलाफ जागरूकता अभियान चला रहे तमाम वैश्विक संगठनों के मुताबिक, अगर तंबाकू के सेवन पर नियंत्रण नहीं लाया गया तो दुनियाभर में तंबाकू से लोगों की मृत्यु का आंकड़ा और बढ़ेगा, जिसे रोक पाना मुश्किल होगा। भारत के लिये यह बेहद चिन्ताजनक एवं दुखद स्थिति है कि बड़ी संख्या में नवयुवतियां […]
चमत्कारिक दावा नहीं पर चमत्कार ही चमत्कार दिखा :- अपनी उम्र, कठिन तप और सिद्धियों के बारे में देवरहा बाबा ने कभी भी कोई चमत्कारिक दावा नहीं किया, लेकिन उनके इर्द-गिर्द हर तरह के लोगों की भीड़ ऐसी भी रही जो हमेशा उनमें चमत्कार खोजते देखी गई। अत्यंत सहज, सरल और सुलभ बाबा के सानिध्य […]
डा. राधे श्याम द्विवेदी बस्ती बाबा जी की जन्म और कुलभूमि रही :- भारत देश में कई चमत्कारिक बाबा और सिद्ध पुरुष अवतरित हुए हैं। उनमें से एक प्रमुख नाम देवरहा बाबा काआता है। बताया जाता है कि बाबा के पूर्वज उत्तर प्रदेश के जिला बस्ती के उमरिया गांव के मूल निवासी थे। बाबा के […]
आर्य समाज एक परिचय
आर्य समाज कोई धर्म नहीं 1. सनातन वैदिक संस्कृति का पहरेदार और भारत के अस्तित्व का रक्षक है 2.आर्य समाज 88 से ज्यादा देशों में फैला हुआ है । 3. जनसंख्या प्रतिशत के हिसाब से सबसे ज्यादा आर्य समाज मॉरीशस देश के बाद भारत का दूसरा स्थान है। 4. भारत सरकार के बाद देश में […]
वारकरी संप्रदाय और निर्मल वारी
पंकज जायसवाल जीवन जीने का का धार्मिक और आध्यात्मिक तरीका भारत की नींव है। जिन अध्यात्मिक प्रथाओं का पालन किया जाता है, उनका उद्देश्य शांति को बढ़ावा देना, एक दूसरे का उत्थान करना, सुख दुःख मे मदत करना और देखभाल करना, प्यार बाटना और एक खुशहाल जीवन निर्माण करना है। कई धार्मिक और आध्यात्मिक संगठन […]
चलो रे डोली उठाओ कहार
दर्शनी प्रिय सदियों बाद जब आर्यावर्त की कथाएं किताबों में बांची जाएंगी तो कुछ निशानियां शेष होंगी जो रेणु की परती देश की परी कथा की मानिंद डोली और कहारो की कहानियां बयां कर रही होंगी। ये भी पढ़िये : कहाँ ठहर गई जनमासे की रीत दूर देश की इस कथा में कहार केवल डोली उठाने […]