🙏बुरा मानो या भला 🙏 —मनोज चतुर्वेदी “शास्त्री” आधुनिक मुस्लिम लीग के जन्मदाता और “आज के जिन्ना” माने जाने वाले जनाब असदुद्दीन ओवैसी साहब का कहना है कि – “मुस्लिम विरोधी नफरत का आदि है संघ, आधुनिक भारत में हिंदुत्व की कोई जगह नहीं है”. असदुद्दीन ओवैसी साहब ये बताएं कि जब शरिया कानून […]
श्रेणी: भयानक राजनीतिक षडयंत्र
विनाशपर्व लेखक:- प्रशांत पोळ ऑस्ट्रीया के एक मिशनरी, जॉन फिलिप वेस्डिन, अठारवी शताब्दी के अंत में केरल के मलाबार में काम कर रहे थे. वर्ष १७७६ से १७८९ तक वह केरल में थे. उन्होने यूरोप में वापस जा कर, वर्ष १७९६ मे, रोम में अपना लेख (जिसे उन्होने account कहा हैं) प्रकाशित किया. इस में […]
सैकुलर हिंदुओं को समर्पित एक बार मैं मेरे मित्रों के साथ हिमाचल के पालमपुर से होकर ट्रेकिंग पर जा रहे थे, मार्ग में माँ भगवती ज्वालाजी का प्रसिद्ध मंदिर आता है, जो कि कांगड़ा नगर से ३० किलोमीटर दूर एक नदी के तट पर है। हमने सोचा चलो माँ भगवती के दर्शन करते हुए चलते […]
भारत का वैदिक हिंदू धर्म कभी संपूर्ण भूमंडल के लोगों का धर्म हुआ करता था। तब धर्म की नैतिक शक्ति से सामाजिक व्यवस्था से ही चला करती थी। कालांतर में जब संसार की वैदिक व्यवस्था में किन्ही कारणों से घुन लगने लगा और विभिन्न राष्ट्रीयताओं का जन्म हुआ तो अनेकों संप्रदाय, मत, पंथ, मजहब […]
उत्तर प्रदेश पुलिस का एक सब-इंस्पेक्टर शैलेन्द्र सिंह जो लगभग विगत तीन साल से जेल में निरुद्ध हैं। शैलेन्द्र सिंह का नाम तब चर्चा में आया, जब उन पर आरोप लगा कि उन्होंने इलाहाबाद जिला अदालत में हमलावर वकील नबी अहमद को आत्मरक्षा में गोली मार दी थी। ये वो समय था जब न […]
ईसा की तीसरी शताब्दी में लिखी गई एक गल्प पुस्तक Acts of Thomas में लिखा है कि जीसस क्राइस्ट का जुड़वा भाई थॉमस दासत्व में बेच दिया जाता है और वह अन्द्रोपोलिस नामक पश्चिम एशियाई नगर में आता है, राजा को धोखा देता है, सुन्दर लौण्डे के लिये शैतान से भिड़ जाता है […]
🙏बुरा मानो या भला🙏 ————मनोज चतुर्वेदी आइआइटी-बीएचयू के पूर्व छात्र व फार्मास्युटिकल वैज्ञानिक डा. वाचस्पति त्रिपाठी ने एक हजार कल्पवासियों में नेचुरल इम्युनिटी देखी थी, जिनमें वायरस, बैक्टीरिया और फंगस से लडऩे की अभूतपूर्व इम्युनिटी थी। शोध में सभी कल्पवासियों में एक एंटीबाडी विकसित हो चुकी थी। वहीं बीएचयू में बायो-टेक्नोलाजी डिपार्टमेंट में इम्यूनोलाजिस्ट […]
ईसाई लोगों की दृढ़ व प्रमुख मान्यता है कि मुक्ति केवल यीशु के माध्यम से ही मिल सकती है और ईसाई धर्मांतरण भी ठीक इसी बात पर आधारित है कि यीशु में विश्वास से सभी पाप धूल जाते है और हमेशा के लिए मुक्ति (salvation) मिल जाती है। इसलिए हिंदुओ व अन्य लोगों, जिसका […]
(6 जून 1674 को वीर छत्रपति शिवाजी का राज्याभिषेक हुआ था। शिवाजी के सिंघासन आरोहण का प्रभाव अगली एक शताब्दी तक हम पूरे भारत में देखते है जब मराठा शक्ति पूरे भारत पर छा गई। आज शिवाजी महाराज के राज्याभिषेक के उपलक्ष में यह ऐतिहासिक लेख प्रकाशित किया जा रहा हैं। -डॉ विवेक आर्य) […]
मूल निवासी कौन ? कई दिनों से देख रहा हूँ कुछ अम्बेडकरवादी लोग आर्यों को विदेशी कह रहे है। ये कहते हैं कि कुछ साल पहले ( 1500 BC लगभग ) आर्य बाहर से ( इरान/ यूरेशिया या मध्य एशिया के किसी स्थान से) आए और यहाँ के मूल निवासियों को हरा कर गुलाम बना […]