एक फिजिक्स के प्रोफेसर ने कक्षा 6 से 12 NCERT की हिस्ट्री बुक्स के अध्ययन का निश्चय किया और उसने पाया कि लगभग 110 बातें ऐसी हैं जो संदिग्ध हैं… NCERT की Book में लिखा है कि दो सुल्तान, कुतुबुद्दीन ऐबक और इल्लतुतमिश ने वो मीनार बनवाया था, जिसे आज कुतुबमीनार कहा जाता है। इस […]
श्रेणी: भयानक राजनीतिक षडयंत्र
अनिल सिंह उत्तर प्रदेश में विधानसभा का चुनावी समर जारी है, लेकिन इस बार का चुनाव कुछ मायनों में पिछली तमाम राजनीतिक लड़ाइयों से अलहदा है। कम से कम अयोध्या आंदोलन के बाद यह पहला चुनाव है, जिसमें 20 फीसदी मुस्लिम आबादी किसी भी दल के एजेंडे में शामिल नहीं है। कोई भी राजनीतिक दल […]
असम में एक ईसाई धर्मप्रचारक भेजे गए थे, नाम था फादर क्रूज़ इन्हें असम के एक प्रभावशाली परिवार के लड़के को घर आकर अंग्रेजी पढ़ाने का मौका मिला, पादरी साहब धीरे-धीरे घर का मुआयना करने लगे,उन्हें पता चल गया कि, बच्चे की दादी इस घर में सबसे प्रभाव वालीं हैं, इसलिए उनको यदि ईसा की […]
अरुण लवानिया बामसेफियों और 22 प्रतिज्ञाओं वाले अंबेडकरवादियों की छटपटाहट मोदी के सत्तासीन होने के बाद और ही बढ़ गयी है।जितने भी ईश्वरवादी संत हैं उन्हें एक-एक कर नास्तिक, हिंदू द्रोही, डॉ अंबेडकर के विचारों और बुध्द के समीप या बौध्द साबित करने का कुचक्र भी जोर-शोर से चल रहा है। बामसेफियों की प्रचार सामग्रियों, […]
प्रसिद्ध नेस्ले कम्पनी ने किटकैट चॉकलेट पर जगन्नाथपुरी के मन्दिर की प्रतिकृति बनाई थी। विरोध के बाद वापिस ली। इससे पहले तनिष्क ने विज्ञापन में लव जेहाद को बढ़ावा देने वाली कहानी दिखाई थी। सिएट टायर के विज्ञापन में अमीर खान सड़क पर दिवाली के पटाखे का विरोध करता है परन्तु सड़क पर नमाज का […]
– आजादी के बाद दिल्ली के सिंहासन पर कांग्रेस ने कब्जा कर लिया । इसलिए आजादी की सच्ची कहानी आज तक देश के सामने आ ही नहीं पाई – कांग्रेस के चमचे इतिहासकारों ने आजादी की जो थ्योरी डिज़ाइन की… उसमें ये कहा गया कि 1942 में हुए भारत छोड़ो आंदोलन की वजह से आजादी […]
सुरेश्वर त्रिपाठी भैय्या आपको यह तो ज्ञात होगा कि NDA (National Defence Academy) में जो बेस्ट कैडेट होता है, उसको एक गोल्ड मैडल दिया जाता हैं | लेकिन क्या आपको यह ज्ञात हैं कि उस मैडल का नाम “लचित बोरफुकन” है? कौन हैं ये “लचित बोरफुकन”? लेख को पूरा पढ़ने पर आपकों भी ज्ञात हो […]
आर.एल. फ्रांसिस ईसा मसीह ने दुनिया को शांति का संदेश दिया था। लेकिन गरीब ईसाइयों के जीवन में अंधेरा कम नहीं हो रहा। अगर समुदाय में शांति होती तो आज दलित – आदिवासी ईसाई की स्थिति इतनी दयनीय नहीं होती। भारत में सदियों से ऊंच-नीच, असमानता और भेदभाव का शिकार रहे करोडों दलितों आदिवासियों और […]
राष्ट्र~ चिंतन : *~ डॉ. विकास मानव* पहले यह बयान पढ़ें : “हम नफरत की सार्वजनिक अभिव्यक्ति के साथ हिंसा के लिए इस तरह के उकसावे की अनुमति नहीं दे सकते हैं, जो न केवल आंतरिक सुरक्षा के लिये गम्भीर खतरा है, बल्कि हमारे राष्ट्र के सामाजिक ताने-बाने को भी नष्ट कर सकता है।” यह […]
——————————————— अंग्रेज आज चाहे कितने ही लोकतांत्रिक और उदार विचारों विचारों वाले क्यों न बन लें, उनके बारे में सच्चाई यही है कि वह बहुत ही चतुर, धूर्त और चालाक किस्म के लोग रहे हैं । उन्होंने भारतवर्ष पर शासन किया तो यहां की जनता पर मनमाने अत्याचार भी किये। केवल इसलिए कि उनका […]