——————————————— गाँधी ने बाल्मीकी मन्दिर में क़ुरान पढ़ी। इसके विरोध में वहां प्रदर्शन होने लगे। गाँधी के प्राण उस समय प्रधान मन्त्री नेहरू के लिये मूल्यवान थे,उन्होंने गाँधी को भंगी कॉलोनी से हटा कर सुरक्षित स्थान, बिरला हाउस, में स्थानांतरित कर दिया। गाँधी ने पाकिस्तान को ५५ करोड़ देने के लिये नेहरू सरकार के बिरुद्ध […]
श्रेणी: भयानक राजनीतिक षडयंत्र
———————————————गोखले के उत्तराधिकारी गाँधी ने कांग्रेस नेता के रूप में तीन जन आन्दोलन किये। पहला ख़िलाफ़त आंदोलन,दूसरा नमक सत्याग्रह व तीसरा और अंतिम ‘अंग्रेजों ! भारत छोड़ो’ पर अपनी फौज भारत में ही बनाए रहो। गांधी द्वारा देश की आजादी के नाम पर लड़े गए इन तीनों आंदोलनों की यदि हम समीक्षा करते हैं तो […]
साभार…”फॉरेस्ट गंप” फिल्म में जब बच्चे की माँ अपने मंदबुद्धि बच्चे का एडमिशन सामान्य स्कूल में ही करवाने की जिद्द पकड़ती है तो उससे स्कूल का प्रिंसिपल क्रिस्चियन फॉदर इसकी कीमत उसका यौन शोषण करके वसूलता है। लेकिन “लाल सिंह चढ्ढा” फिल्म का क्रिस्चियन फॉदर तो बड़ा महान निकला। वह न तो बच्चे की माँ […]
यीशु और बाइबिल में दृढ विश्वास रखने वाली मदर टेरेसा खुद कई बार अपने आँखों एवं दिल का आपरेशन करवाया. हार्ट अटैक के कारण ही 5 सितंबर 1997 के दिन मदर टैरेसा की मृत्यु हुई थी. रोमन कैथोलिक में किसी को सन्त घोषित करना हो तो उसकी पहली शर्तें होती है, उपरोक्त व्यक्ति के नाम […]
तमाम विरोधों के बावजूद भी बॉलीवुड अपना हिन्दू विरोधी रुक त्यागने को तैयार नहीं है। अब फिल्म ‘मासूम सवाल’ के पोस्टर को लेकर विवाद खड़ा हो गया है, जिसमें सैनिटरी पैड पर भगवान श्रीकृष्ण को दिखाया गया है। दावा किया जा रहा है कि इस फिल्म को महिलाओं को आने वाले पीरियड्स और इसकी समस्याओं […]
कांग्रेसी , कांग्रेस के समर्थक और गांधीवादी – सब यह कहते हैं कि गांधी के चरखा चलाने से हमें आजादी प्राप्त हो गई थी। यदि इस बात पर विचार किया जाए तो संसार के समकालीन इतिहास का यह सबसे बड़ा झूठ है। भारतवर्ष के संदर्भ में इस बात को पूरी तरह समझ लेना चाहिए कि […]
भीम मीम की राजनीति का षड़यंत्र भारत में शताधिक वर्षों से किया जा रहा है। जोगेंद्रनाथ मंडल, इस कुत्सित राजनीति का एक पठनीय व स्मरणीय अध्याय है, दलित बंधुओं को अवश्य पढ़ना चाहिए। आज भी दलितों पर सर्वाधिक अत्याचार मुस्लिमों द्वारा किए जाते हैं। ये अत्याचार केवल सामाजिक प्रकार के नहीं होते बल्कि वे आपराधिक […]
#वनराज स्वतंत्रता प्राप्ति के पूर्व से ही ईसाई मिशनरियों ने गोंड जाति का विशेष अध्ययन करने के प्रयत्न किये। सर्वप्रथम 1842 में जर्मनी से चार ईसाई धर्म प्रचारक (पादरी) मंडला आये और उन्होंने अमरकंटक के पास #करंजिया गाँव में अपना क्षेत्र बनाया, परन्तु जलवायु अनुकूल न होने से प्राकृतिक प्रकोप के कारण चारों की मृत्यु […]
*भारत में ‘मूलनिवासी’ संकल्पना – वामपंथियों की गहरी साजिश जिसे समझना आवश्यक है।* “If there is to be revolution , there must be a revolutionary party” ये माओ के विचार थे। सम्पूर्ण क्रान्ति यह कम्युनिस्ट विचार धारा का एक प्रमुख लक्ष्य है। अगर क्रान्ति का लक्ष्य प्राप्त करना है तो उनके लिए समस्या होना जरूरी […]
अभी एक फ़िल्म आई जिसमे खलनायक त्रिपुण्ड (तिलक) लगाए हुए है। यह फ़िल्म सुपर फ्लॉप हो गई है। यह जागृति का शुभ संकेत है। अधिकाँश लोग मानते हैं कि परदे पर दिखाई देने वाला अभिनेता सच में भी इतना अधिक शक्तिशाली होगा जैसा वह फिल्म में दिखाया जाता है.उनका मानना है कि फिल्म के हीरो […]