#डॉविवेकआर्य भारत जैसे बड़े देश में करोड़ों लोग वनक्षेत्र में सदियों से निवास करते है। कुछ लोग उन्हें आदिवासी कहते है क्योंकि उनका मानना है कि आदिकाल में सबसे प्रथम जनजाति इन्हीं के समान थी। कालांतर में लोग विकसित होकर शहरों में बसते गए जबकि आदिवासी वैसे के वैसे ही रहे। हम इसे भ्रान्ति मानते […]
Category: भयानक राजनीतिक षडयंत्र
गौतम अडाणी पर अमरीका में दो मुकदमे अमरीका की सरकार ने दायर किये हैं,दोनों में आरोप एक ही है कि अडाणी के मोबाइल फोन से भारत सरकार के अधिकारियों को घूस देने की बात की गयी और अडाणी के विण्डो कम्प्यूटर में माइक्रोसॉफ्ट एक्सेल के स्प्रेडशीट में भी घोटालों के साक्ष्य हैं । अडाणी ने […]
पहले हिंडनबर्ग, अब कोर्ट ने गौतम अडानी को निशाना बनाया है. अमेरिकी कोर्ट ने कहा है कि अडानी ने ठेके लेने के लिए भारत की 4 राज्य सरकारों को 250 मिलियन डॉलर की रिश्वत दी इससे भारत का विपक्ष, सोरोस गैंग और लश्कर मीडिया सर्दी में भी लुंगी डांस की धुन पर ऊ लाला कर […]
(पाखंड खंडन) जाकी रही भावना जैसी, प्रभु मूरत देखी तिन तैसी। गोस्वामी तुलसीदास की इस चौपाई का नाम लेकर एक हिन्दू नेता ने यह तर्क दिया कि आप चाहे साईं बाबा को पूजिये चाहे किसी अन्य को आपकी भावना प्रधान होनी चाहिए। आपको साईं बाबा को भगवान मानने में किसी को दिक्कत नहीं होनी चाहिए। […]
शंकर शरण वर्ष २००८ में भारत में मौलाना अबुल कलाम आजाद के जन्मदिन 11 नवंबर को ‘राष्ट्रीय शिक्षा दिवस’ घोषित किया था। यह भारत के शैक्षिक-सांस्कृतिक पतन का ठोस प्रमाण है, कि शिक्षा के ऐसे क्षुद्र राजनीतिकरण पर भी कोई आवाज नहीं उठी। उलटे अधिकांश बौद्धिक हर साल इस दिन को मौलाना आजाद का गुणगान […]
प्रह्लाद सबनानी भारत में विभिन्न क्षेत्रों में विकास से सम्बंधित हाल ही में जारी किए गए आंकड़ों को देखने के पश्चात ध्यान में आता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था अब पटरी पर तेजी से दौड़ने लगी है। परंतु, देश के मीडिया में भारत के आर्थिक क्षेत्र में लगातार बन रहे नित नए रिकार्ड का जिक्र कहीं […]
* ================== आचार्य विष्णु श्रीहरि यह सच्चाई सिर्फ दिल्ली की नहीं है, यह सच्चाई बडे-बडे सभी जगहों की है। छोटे-छोटे कस्बों की है। आज करवा चौथ है। मैं कल से ही दिल्ली घूम रहा हूं। हर जगह करवा चौथ करने वाली महिलाएं और लड़कियों की भीड लगी हुई है। मेंहंदी लगाने की होड लगी है। […]
हम भारत के मूलवासियों के लिए कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष की दशमी ,ब्राम्हणवादियो की दशमी से कई गुना महत्वपूर्ण v सचमुच ऐतिहासिक है । मनुवादियों ने फर्जी रामायण की कथा के काल्पनिक नायक राम की काल्पनिक दश सिर वाले कथित राक्षस रावण पर विजय प्राप्त कर अयोध्या लौटने पर खुशी के रूप में मनाया […]
₹ 23/- प्रति किलो की लागत आती है देसी घी बनाने में! चमड़ा सिटी के नाम से प्रसिद्ध कानपुर में जाजमऊ से गंगा जी के किनारे किनारे 10 -12 कि.मी. के दायरे में आप घूमने जाओ तो आपको नाक बंद करनी पड़ेगी! यहाँ सैंकड़ों की तादात में गंगा किनारे भट्टियां धधक रही होती हैं! इन […]
हमारा उद्देश्य लोगों को किसी चमत्कार पर विश्वास करके अंधविश्वासी बनाना नहीं है , परन्तु हम लोगों से पूछते हैं कि बताएं ,जिस व्यक्ति का बाप जिन्दगी भर पीतल के बर्तनों का धंदा करता रहा हो ,और जो व्यक्ति खद एक गैरेज में मेकेनिक का काम करता हो , और न जिस व्यक्ति के पास […]