प्रवीण गुगनानी कभी नमो के पांच करोड़ से रन आऊट हुए नितीश अब नमो के सवा सौ लाख करोड़ से स्टम्पड आउट होते स्पष्ट दिख रहे। देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आसन्न बिहार चुनाव के पहले बिहार को सवा सौ लाख करोड़ का आर्थिक पैकेज देकर एक प्रकार से नितीश पर साहसिक किन्तु डबल […]
Category: राजनीति
राजनीति के ये एक ही थाली के चटटे-बट्टे
रविन्द्र प्रताप सिंह सियासतदारों की जिद्द के आगे संसद का पूरा मानसून-सत्र धूल गया। हर किसी की जुबान पर इनकी करतूत के चर्चे हैं। लेकिन ,इनको इसका कोई पछतावा नहीं। हो भी क्योंज्..क्योकि इनकी पुरानी फितरत है वादे करके, भूल जाना। लगता है अब भारतीय राजनीति की यही परम्परा बन गई है। जिस वंदनीय संसद […]
राजहठ-बालहठ में फंसी संसद
संसद का मानसून सत्र आरोप-प्रत्यारोपों की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने ललित गेट के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को घेरा संसद का मानसून सत्र आरोप-प्रत्यारोपों की भेंट चढ़ गया। विपक्ष ने ललित गेट के जरिए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे को घेरा। वहीं व्यापमं […]
मृत्युंजय दीक्षित प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 34 वर्षों के बाद संयुक्त अरब अमीरात की यात्रा करके देश के अपने धुर विरोधी राजनैतिक दलों को चौंकाने का प्रयास किया है। जब मीडियामें यह खबर आई थी कि पीएम मोदी यूएई की दो दिवसीय यात्रापर जाने वाले हैं तो किसी को उन पर विश्वास ही नहीं हो […]
बिहार में तेज हो रहा चुनावी घमासान
बिहार में 18 अगस्त को पीएम मोदी की आरा सहरसा की रैलियों में उमड़ी विशाल भीड़ और भीड़ के सामने पीएम की ओर से एक लाख 56 हजार करोड़ के मेगा पैकेज से बिहार विधानसभा के चुनावों की गतिविधियों में और अधिक तेजी आ गयी है। बिहार में दोनों गठबंधनों का स्वरूप भी लगभग साफ […]
हवाओं के रुख को बताता मोदी का भाषण
के. बेनेडिक्ट प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का इस बार का स्वतंत्रता दिवस का भाषण यूं तो हमेशा की तरह उनकी वक्तृत्व शैली और श्रोताओं से जुडऩे की उनकी क्षमता की ही एक और बानगी था, लेकिन इस बार का भाषण उनके कई समर्थकों को शायद इसलिए निराशाजनक लगा हो, क्योंकि उसमें पर्याप्त सामग्री नहीं थी। कइयों […]
वीरेन्द्र सिंह परिहार ब्यापम घोटाले को लेकर प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह की घेराबन्दी करनें वाले प्रदेश के भतूपूर्व मुख्यमंत्री एवं कांग्रेस पार्टी के बड़बोले नेंता दिग्विजय सिंह स्वत: कुछ ऐसे घिर गये हैं कि निकलने का रास्ता शायद ही मिल सके। उल्लेखनीय है कि दिग्विजय सिंह वर्ष 1993 से वर्ष 2003 तक सतत् दस […]
सुरेश हिन्दुस्थानी अच्छे सपने देखना बुरी बात नहीं है, और इस सपने को खुली आँख से देखा जाये तो और भी अच्छा है। लेकिन इस बात का भी ध्यान रखना होगा कि इन सपनों में किसी प्रकार का संकुचन ना हो। मतलब साफ है कि व्यापक दृष्टि से सपने देखे जाएँ तो यह समग्र विकास […]
आज से कुछ दिनों पहले , रविवार ९ अगस्त २०१५ को , गया की रैली में बिहार के पिछले २५ वर्षों के शासनकाल को , जंगलराज , कुशासन और बिहार की बदहाली का कारण बता कर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने तो भाजपा की प्रदेश इकाई को सांसत में ही डाल दिया है l प्रधानमंत्री के इस बयान […]
मृत्युंजय दीक्षित राजधानी लखनऊ में विगत 4 अगस्त को समाजवादियों का सम्मान समारोह किया गया इस बहाने देशभर के समाजवादी एकत्र हुए तथा भविष्य में समाजवादी की भूमिका पर अपने विचारों का आदान प्रदान भी किया। यह सम्मेलन तो था समाजवादियों के सम्मान का लेकिन इसके मुख्य केंद्रबिंदु युवा मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ही थे। सभी […]