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Uncategorised राजनीति

विपक्ष कैसे तोड़ पाएगा प्रधानमंत्री मोदी का तिलिस्म

लिमटी खरे देश पर आधी सदी से ज्यादा शासन करने वाली कांग्रेस पार्टी को बीच बीच में कुछ विराम मिले हैं। 1977 में पहली बार मोरारजी देसाई के प्रधानमंत्री बनते ही कांग्रेस का शाही रथ रूक गया था। इसके उपरांत एक बार फिर कांग्रेस सत्ता में आई। 1989 में विश्वनाथ प्रताप सिंह, 1990 में चंद्रशेखर, […]

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राजनीति

शाहीन बाग के शिकारी एक बहाने के सहारे आसमान में ऊंची उड़ान भरते और घात लगाते

विजय मनोहर तिवारी जो दिखता है, वो बिकता है। दिखाऊ माल ही बिकाऊ माल है। शाहीनबाग दिख रहा है। शाहीनबाग बिक रहा है। एक महीना हो गया। शो हाऊसफुल है। एक समीक्षा में किसी परम ज्ञानी ने शाहीन का मतलब लिखा- “एक ऐसी चिड़िया जो बहुत ऊँचाई पर उड़ती है और अपने शिकार को उड़ते […]

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राजनीति

बिहार में भाजपा बनाएगी अकेले सरकार या फिर नीतीश का नेतृत्व है स्वीकार

मुरली मनोहर श्रीवास्तव बिहार में भाजपा नेताओं द्वारा आए दिन कुछ न कुछ बयान दिया जा रहा है जिसका जदयू जवाब तो दे रहा है। मगर इस तरह से नीतीश पर उठ रहे सवालों से एनडीए के रिश्तों में खटास बढ़ने की काफी संभावनाएं बढ़ सकती है। भाजपा नेता केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह, रामेश्वर चौरसिया, […]

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राजनीति

क्या नागरिक संशोधन अधिनियम की मजहबी उन्मादी आग से 2024 में रोशन होगी भाजपा ?

आर.बी.एल.निगम, वरिष्ठ पत्रकार लगता है 1555 में नॉस्त्रेदमस द्वारा की गयीं भविष्यवाणियां परवान चढ़ रही है। दूसरे, चाणक्य के कथन को देखें कि “जब देश के राजा के विरुद्ध शोर मचे, समझ लो राजा सख्त है।” भी चरितार्थ होती प्रतीत हो रही है।नागरिक संशोधन कानून पर हो रहे उपद्रवों से मोदी सरकार को लेशमात्र भी […]

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राजनीति

‘मैन ऑफ द मुमकिन ‘ के रूप में उभरे अमित शाह

डॉ अजय खेमरिया “मोदी है तो मुमकिन है”यह नारा पिछले लोकसभा चुनावों में जमकर चला।यह भारतीय मतदाताओं को भी खूब भाया और 2014 की तुलना में ज्यादा सीटें देकर जनता ने नरेन्द्र मोदी को फिर से देश की कमान सौंपी।दुबारा सत्ता में आने के बाद’ मोदी है तो मुमकिन है’ के नारे को सार्थक बनाने […]

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राजनीति

हिंदुत्व आरएसएस और कम्युनिस्ट

साम्यवाद की विचारधारा क्या भारतीय संस्कृति के अनुकूल है? या साम्यवाद का भारतीय संस्कृति, धर्म और इतिहास से भी कोई संबंध है? यदि इन जैसे प्रश्नों के उत्तर खोजे जाऐं तो ज्ञात होता है कि वास्तविक साम्यवाद भारतीय संस्कृति में ही है। संसार का कम्युनिस्ट समाज भारतीय साम्यवाद को समझ नहीं पाया है और ना […]

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महत्वपूर्ण लेख राजनीति

आवश्यकता भारत जोड़ो आंदोलन की

भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ के अवसर पर आज हम महात्मा गांधी द्वारा 1942 में चलाए गए भारत छोड़ो आंदोलन की वर्षगांठ मना रहे हैं । वैसे हमारा मानना है कि यदि 1857 की क्रांति के इतिहास का और उस समय घटे घटनाचक्र का सूक्ष्मता से अवलोकन किया जाए तो पता चलता है कि भारतवासियों […]

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राजनीति विधि-कानून

आजाद जी ! देश के संविधान की हत्या तो नेहरु जी ने की थी

5 अगस्त को जब धारा 370 और 35a को हटाने के लिए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने राज्यसभा में प्रस्ताव प्रस्तुत किया तो कांग्रेस के नेता गुलाम नबी आजाद ने इस प्रस्ताव का यह कहकर विरोध किया भाजपा ऐसा करके लोकतंत्र और संविधान की हत्या कर रही है । जबकि उन्हें यह ज्ञात होना […]

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राजनीति

ट्रंप नहीं अमेरिका का अतीत बोल रहा है

अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने पिछले दिनों कश्मीर के संबंध में अपना यह बयान देकर कि भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी उनसे कश्मीर समस्या का समाधान कराने के लिए मध्यस्थ होने के लिए कहा था , अपनी स्थिति को खराब कर लिया है । भारत में बड़ी तेजी से ट्रंप के प्रति एक […]

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राजनीति

“कर्नाटक ने दिए 2019 के संकेत”

लोगों को आशंका थी कि कर्नाटक में भाजपा का अश्वमेघ का घोड़ा अटक जाएगा पर कर्नाटक की जनता ने जिस प्रकार का जनादेश दिया है उससे यह तो स्पष्ट हो ही गया है कि वहां के लोग राष्ट्र हित में उचित निर्णय लेना जानते हैं। इस चुनाव पर सारे देश की निगाहें थीं और इसका […]

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