जब भारत की राजनीति पूर्णतया अस्तव्यस्तत हुई पड़ी है और राजनीतिज्ञ अपने स्वार्थों से परे की सोचने मेंं सर्वथा अक्षम नजर आते हैं , तब कुछ ऐसे लोगों को देखकर सुखद आश्चर्यय होता है जो कई बार राष्ट्र हित को सर्व प्रथम रख कर राजनीति करने को प्राथमिकता देते हैंं और शरद पवार ऐसे ही […]
श्रेणी: राजनीति
प्रह्लाद सबनानी कोरोना वायरस महामारी ने पूरी दुनिया में सभी देशों की अर्थव्यवस्थाओं को जब ध्वस्त कर दिया है तब ऐसे समय में, भारत के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी इस समय को भारत के लिए एक मौके की तरह देख रहे हैं। इसी कड़ी में माननीय प्रधानमंत्री ने राष्ट्र के नाम संबोधन में […]
देश मे आपातकाल लगाए जाने वाले काले 25 जून पर प्रतिवर्ष कुछ न कुछ लिखना मेरा प्रिय शगल रहा है। किंतु, आज जो मैं आपातकाल लिख रहा हूं, वह संभवतः इमर्जेंसी के सर्वाधिक कारुणिक कथाओं मे से एक कथा होगी। जिस देश मे मतदान की आयु शर्त 18 वर्ष हो व चुनाव लड़ने की 21 वर्ष हो वहां 14 वर्ष के अबोध बालक […]
जब एक आयोजन में मित्रों ने उपहार भेंट किए। अगली सुबह जब उपहारों को खोलना शुरू किया तो आश्चर्य का ठिकाना नहीं था। एक दो उपहारों को छोड़कर बाकी सभी में लाफिंगबुद्धा, फेंगशुई पिरामिड, चाइनीज़ ड्रेगन, कछुआ, फेंगसुई सिक्के, तीन टांगों वाला मेंढक और हाथ हिलाती हुई बिल्ली जैसी अटपटी वस्तुएँ दी थी। जिज्ञासावश इन […]
ऐसा प्रतीत हो रहा हैं कि 2014 के बाद 2019 में और अधिक बहुमत से विजयी हुए “मोदी शासन” को गिराने के लिये सोनिया गांधी परिवार किसी विशेष गुप्त एजेण्डे पर कार्य कर रहा हैं। मोदी शासन को अस्थिर करने के लिये सोनिया, राहुल व प्रियंका सहित कुछ और मुख्य कांग्रेसी देश में अराजकता व […]
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत-चीन सीमा विवाद पर सर्वदलीय बैठक बुला कर सभी पार्टियों की बातें सुनी और उसके बाद देश को आश्वस्त किया कि भारत की एक इंच ज़मीन पर भी चीन ने घुसपैठ नहीं किया है। इसके बाद से ही कांग्रेस सहित कई दलों के नेताओं और लिबरल गिरोह के पत्रकारों ने आरोप […]
संजय सक्सेना कभी-कभी तो ऐसा लगता है कि गांधी परिवार सुबह उठकर जब तक मोदी-योगी को कोस नहीं लेता है तब तक उसकी दिनचर्या शुरू नहीं होती है। न जाने क्यों गांधी परिवार अपने आप को हिन्दुस्तान का बेताज बादशाह समझता है। करीब छह वर्ष पूर्व देश की जनता ने कांग्रेस से दिल्ली का ‘राजपाठ’ […]
प्रसिद्ध राजनीतिज्ञ, कूटनीतिज्ञ व रणनीतिकार चाणक्य का कथन है कि “शत्रु के साथ युद्ध केवल रणक्षेत्र मे व केवल हथियारों से Yही नहीं लड़ा जाता; युद्ध अपने व शत्रु देश के मानस मे उसकी मानसिकता को हथियार बनाकर भी लड़ा जाता है”। स्वाभाविक है कि चाणक्य के अनुसार युद्धकाल मे देश के नेतृत्व, विपक्ष व […]
राज्यसभा की 18 सीटों के लिए आज होने जा रहे चुनाव से केंद्र में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी के संख्या बल में ज़रूर इजाफा होगा लेकिन संसद के इस उच्च सदन में उसे बहुमत हासिल करने के लिए अभी और इंतज़ार करना पड़ सकता है, अगर कुछ बहुत अप्रत्याशित नहीं हुआ तो.. 245 सदस्यों वाले […]
_____________________ गलतियां बांझ नहीं होती, उनके भी बच्चे होते हैं| पंडित नेहरू द्वारा की गई गलतियों के अब बच्चे हो गए हैं | दुनिया का सबसे ऊंचा पठार देश तिब्बत 1837 ईसवी तक तिब्बत भारत के अधीन रहा है महाराणा रंजीत सिंह के कमांडर हरि सिंह नलवा ने चीनियों को कूट-कूट कर लद्दाख को तो […]