भारत में स्वतंत्रता दिवस को बहुत अहम दिन माना जाता है। 200 साल की लम्बी लड़ाई के बाद 15 अगस्त 1947 को भारत को ब्रिटिश हुकूमत से पूर्ण रूप से आजादी मिली। स्वतंत्रता दिवस, 1947 में ब्रिटिश शासन के अंत और स्वतंत्र भारतीय राष्ट्र की स्थापना का प्रतीक है। यह दो देशों, भारत और पाकिस्तान […]
Category: राजनीति
सचिन पायलट का गिरता हुआ ग्राफ
ललित गर्ग राजस्थान के इस संकट की जड़ में केवल मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री पद से हटाए गए सचिन पायलट के बीच के मतभेद ही सामने नहीं आए हैं, बल्कि कांग्रेस नेतृत्व की निर्णयहीनता एवं नेतृत्व की अपरिपक्वता भी सामने आयी है। राजस्थान में कांग्रेस की अशोक गहलोत सरकार के संकट के बादल […]
“मुझे एक सम्पूर्ण राजनीतिज्ञ बनना है। इसके लिए मुझे एकाध चुनाव हारने पड़ेंगे। अगर मैं चुनाव नहीं हारता हूँ तो मैं एक अच्छा नेता नहीं बन पाऊँगा। मैं हार से डरता नहीं हूँ। ये मेरी ज़िंदगी का हिस्सा है।“- ये पंक्तियाँ पहली बार सांसद बने एक ऐसे व्यक्ति की है, जो इसके 12 साल बाद […]
नई दिल्ली । (विशेष संवाददाता ) अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष संदीप कालिया ने कहा है कि माननीय सर्वोच्च न्यायालय द्वारा दी गई भूमि का मुस्लिम संगठनों द्वारा किसी भी स्थिति में बाबर के नाम से प्रयोग न किया जाए । उन्होंने केंद्र सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार से मांग की है […]
मृदुल चंद्र श्रीवास्तव कोर्ट ने और न ही भारतीय संविधान में कहीं कोई उल्लेख नहीं है कि नेता अर्थात “जन प्रतिनिधि” किसी भी धर्म कार्य में सम्मलित नहीं हो सकता, बात यहाँ समाप्त नहीं होती यदि आप वास्तव में इस बात के विरुद्ध हैं कि प्रधानमंत्री को किसी धार्मिक कार्यक्रम में सम्मलित नही होना चाहिये […]
आनंद जोनवार अयोध्या राममंदिर मामले में लंबी कानूनी लड़ाई के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के अनुरूप ही समिति बनाकर मंदिर निर्माण की प्रक्रिया जारी है। 5अगस्त को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की मौजूदगी में राम मंदिर का शिलान्यास हुआ।निश्चित ही राम मंदिर के निर्माण को लेकर समस्त हिन्दूओं में खुशी का माहौल है। खुशी […]
अयोध्या में पवित्र श्रीराम मंदिर के ऐतिहासिक भूमिपूजन के अवसर पर पूरा देश उत्सव के मूड में है, लेकिन देश के कुछ चुनिन्दा इस्लामिक और सेक्युलर विचारकों ने आज इस शुभ दिन पर हिंदुओं के खिलाफ जहर उगलने का अपना पारम्परिक व्यवसाय जारी रखते हुए खुद को प्रासंगिक बनाए रखा है। इन लोगों ने जनमानस की नस […]
वर्ष 1991 में भारत में आर्थिक सुधार कार्यक्रम लागू होने के बाद से उत्पादों के आयात के मामले में हम पूरे तौर पर चीन की ओर झुक गए हैं इसका हमें आभास हुआ कोरोना वायरस की महामारी के दौरान जब यह सोचा जाने लगा कि यदि कोरोना महामारी का प्रभाव चीन में लम्बे समय तक […]
डॉ. अजय खेमरिया सवाल यह है कि जब बीजेपी का राजनीतिक दर्शन “पार्टी को सर्वव्यापी और सर्वस्पर्शी “बनाने का है तब मप्र में सिंधिया प्रहसन पर सवाल क्यों उठाये जा रहे हैं? क्या यह तथ्य नहीं है कि सिंधिया के कारण ही मप्र जैसे बड़े राज्य में पार्टी को फिर से सत्ता हांसिल हुई। मध्य […]
जीवन में हर काम का निश्चित समय पर होना विधाता ने पहले ही लिखा हुआ है। जो मीडिया 2014 से पूर्व भारतीय जनता पार्टी, विहिप, बजरंग दल, हिन्दू महासभा और आरएसएस को अयोध्या मुद्दे पर देश में साम्प्रदायिकता फ़ैलाने के आरोप लगाती थी, समय चक्र ऐसा घुमा, वही मीडिया मंदिर विरोधियों पर तंज कस रही […]