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कृषि जगत राजनीति

कृषि संबंधित तीन बिल मौजूदा किसान आंदोलन और मजदूर वर्ग

– अभिनव जून 2020 में मोदी सरकार ने कृषि-सम्‍बन्‍धी तीन अध्‍यादेश पेश किये और सितम्‍बर 2020 में लोकसभा और राज्‍यसभा में काफ़ी हो-हल्‍ले के बीच उन्‍हें पारित कर दिया गया। अचानक सभी पूँजीवादी पार्टियाँ किसानों के पक्ष में खड़ी हो गयीं। यहाँ तक कि कुछ अनपढ़ “मार्क्‍सवादी” भी धनी किसानों व कुलकों के आन्‍दोलन के […]

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कृषि जगत राजनीति

‘कृषि बिल’ मदारी का खेल बनाते हमारे राजनीतिज्ञ

प्रभुनाथ शुक्ल केंद्र सरकार की तरफ़ से कृषि सुधार पर लाया गया बिल सत्ता और विपक्ष की राजनीति में ‘मंदारी और सपेरे’ का खेल बन गया है। सरकार ने बीन बजाई और उसकी झोली से एक उम्दा ‘किसानहित’ बिल निकल गया। लेकिन यह खेल दूसरे सियासी मदारियों को नहीँ पच रहा है। कृषि सुधार के […]

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राजनीति

कांग्रेस को उत्तर प्रदेश में आधार मजबूत करने के लिए कफील खान का सहारा

संजय सक्सेना डॉ. कफील की पूरी कहानी में काफी टर्निंग प्वांइट हैं। उन्हें कोई नायक तो कोई खलनायक मानता है। हाईकोर्ट के आदेश के बाद हाल ही में जेल से छूटे डॉक्टर कफील खान कितना सही हैं और कितना गलत, इस बात को लेकर लोग दो खेमों में बंटे हुए हैं। उत्तर प्रदेश में मुस्लिम […]

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राजनीति

देश का दुर्भाग्य : किसान विधेयक पर बेजा शोर मचाता विपक्ष

ललित गर्ग राज्यसभा में विपक्ष द्वारा कृषि विधेयकों के विरोध प्रकट करने का असंसदीय एवं आक्रामक तरीका, सत्तापक्ष एवं विपक्ष के बीच तकरार, आठ सांसदों का निलंबन और इन स्थितियों से उत्पन्न संसदीय गतिरोध लोकतंत्र की गरिमा को धुंधलाने वाले हंै। अपने विरोध को विराट बनाने के लिये सार्थक बहस की बजाय शोर-शराबा और नारेबाजी […]

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राजनीति

माननीयों द्वारा उच्च सदन की गरिमा पर लगा प्रश्नचिह्न

अजय कुमार मोदी सरकार द्वारा लाए गए कृषि विधेयक के विरोध के नाम पर राज्यसभा में जोरदार हंगामा देखने को मिला। ऐसा लग रहा था मानो उत्तर प्रदेश, बिहार, पश्चिम बंगाल के चुनाव की तैयारी राज्यसभा के भीतर की जा रही थी। राज्यसभा जिसे उच्च सदन भी कहा जाता है, समय के साथ अपनी गरिमा […]

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राजनीति

कांग्रेस को ‘किसान प्रेम’ और उसके चलते लिए जा रहे कृषि से संबंधित फैसले रास नहीं आ रहे

अजय कुमार कृषि संबंधी विधेयकों के पास होने के बाद देश के अनेक हिस्सों में राजनीति का गरमाना जितना स्वाभाविक है, उतना ही चिंताजनक भी है। विरोधी दलों के नेताओं द्वारा किसानों के प्रदर्शन के सहारे मोदी सरकार की छवि को पूंजीपतियों वाली सरकार के तौर पर पेश किया जा रहा हैं। कांग्रेस फिर ‘सड़क’ […]

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राजनीति

प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में ऐसे कई काम हुए जिनसे भारत की साख पूरे विश्व में बढ़ी

मुख्तार अब्बास नकवी देखा जाये तो एक तरफ कोरोना का कहर, दूसरी तरफ सीमाओं की सुरक्षा, तीसरी तरफ भूकंप-तूफान-बाढ़ जैसी प्राकृतिक चुनौती, इसी बीच टिड्डियों द्वारा फसलों की बर्बादी और “फ़िसड्डियों” की बकवास बहादुरी भी चलती रही। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सत्ता के गलियारे से “परिक्रमा संस्कृति” खत्म कर “परिश्रम और परिणाम” को प्रामाणिक बनाया। […]

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आर्थिकी/व्यापार महत्वपूर्ण लेख मुद्दा राजनीति

लोकल को ग्लोबल बनाने हेतु प्रयासरत केंद्र सरकार

देश के प्रधानमंत्री माननीय श्री नरेंद्र मोदी ने एक अंतरराष्ट्रीय कार्यक्रम, “अमेरिका-भारत स्ट्रेटेजिक पार्टनरशिप फ़ोरम के तीसरे लीडरशिप समिट”, को सम्बोधित करते हुए अभी हाल ही में कहा है कि 130 करोड़ भारतीय अब देश को आत्म निर्भर बनाने के मिशन पर निकल पड़े हैं। भारत के आत्म निर्भर बनने की परिभाषा में पूरे विश्व […]

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राजनीति

चुनावों के मद्देनजर हिंदू मतदाताओं को खुश करने के लिए पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने लिया अहम फैसला

पश्चिमी बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने हिन्दू मतदाताओं को साधने के लिए अब चुनावी चाल चलकर एक नया फैसला लिया है । बनर्जी सरकार ने घोषणा की है कि अब मंदिरों में काम करने वाले पुजारियों को प्रत्येक महीने ₹1000 दिए जाएंगे । इस योजना के तहत 8 हजार पंडितों को ये लाभ मिलेगा. […]

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राजनीति

कंगना रनौत, महाराष्ट्र सरकार और शिवसेना

डॉ. मयंक चतुर्वेदी अभिनेत्री कंगना रनोट ने मुंबई में रहने को लेकर एक प्रश्‍न खड़ा किया था कि अब मुंबई सेफ नहीं है। कंगना के ट्वीट में सवाल किया था कि मुंबई धीरे धीरे ‘पाकिस्तान के कब्जे वाला कश्मीर’ क्यों लगने लगी है, यह प्रश्‍न कितना सही है अथवा नहीं, इस पर चर्चा होनी ही […]

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