(राकेश अचल -विभूति फीचर्स) दल-बदल को लोकतंत्र का सबसे बड़ा अपराध मानकर कांग्रेस की तत्कालीन सरकार के प्रधानमंत्री राजीव गांधी ने दल-बदल के खिलाफ क़ानून की नींव रखी और संयोग देखिये कि आज यही दल-बदल कांग्रेस के लिए अभिशाप और भाजपा के लिए वरदान बन गया है। आज दल-बदल राष्ट्रहित में किया जाने वाला सबसे […]
श्रेणी: राजनीति
जैसे जैसे लोकसभा के चुनाव पास आते जा रहे हैं वैसे वैसे कांग्रेसी मानसिकता वाले नेता खुद को सबसे बड़ा सेकुलर और देशप्रेमी संगठनों और पार्टियों को सम्प्रदायवादी साबित करने में जुट गए हैं . यदि हम गम्भीरता से विचार करें तो सेकुलरिज्म हिन्दूविरोध का पर्याय बन गया है , अर्थात जो भी हिंदुओं को […]
सुरेश हिंदुस्तानी भारत में एक समय ऐसा भी था ज़ब राजनीति से आम जनमानस का विश्वास समाप्त होता जा रहा था। राजनीतिक दलों से जो अपेक्षा थी, सब जनता की इन अपेक्षाओं पर पानी फेरते दिखाई दे रहे थे। उस समय देश की यह अवधारणा बन गई थी कि अब भारत की राजनीति ऐसे ही […]
सरकारी भ्रष्टाचार की सजा भुगतते शिक्षक (पूरनचंद्र शर्मा-विनायक फीचर्स) कलकत्ता हाई कोर्ट की डिविजन बेंच ने ममता बनर्जी सरकार को एक बड़ा झटका देते हुए वर्ष 2016 के एसएससी शिक्षक भर्ती के पूरे पैनल को रद्द कर दिया।इससे बंगाल के लगभग 25 हजार शिक्षकों को अपनी नौकरियों से हाथ धोना पड़ेगा।शिक्षकों को चार हफ्ते के […]
(दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल राजनीति में नौटंकी बाज के नाम से जाने जाते हैं. उनकी नौटंकी दिन प्रतिदिन बढ़ती तो जा रही है घटती नहीं है . दुर्योधन की भांति वह जिद किए बैठे हैं कि सत्ता से हटूंगा नहीं ,चाहे जो कुछ हो जाए । इस हटीले अंदाज को अब न्यायालय भी समझ चुकी […]
(राकेश अचल-विभूति फीचर्स) अठारहवीं लोकसभा में जाने के लिए चुनाव लड़ रहे मध्यप्रदेश के राजा हों या महाराजा अपनी जीत को लेकर एकदम बेफिक्र नहीं हैं। इसीलिए राजा हों चाहे महाराजा उन्हें जिताने के लिए उनके बीबी-बच्चे तक चुनाव प्रचार में पसीना बहा रहे है। बुंदेलखंड में इसे फसूकर डालना भी कहते हैं। मध्यप्रदेश की […]
प्रमोद भार्गव- प्रमोद भार्गव मध्य प्रदेश लोकसभा चुनाव में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को लाडली बहनाओं का साथ मिल गया तो, वे मध्य प्रदेश में सबसे ज्यादा मतों से जीतने वाले प्रत्याशी हो सकते हैं ? वैसे भी मतदान में इस आधी आबादी की लगभग बराबर की हिस्सेदारी है। प्रदेश में 2,73,87,122 महिला मतदाता […]
– कुलदीप चन्द अग्निहोत्री कर्नाटक विधान सभा में पिछले दिनों कांग्रेस के वरिष्ठ मंदिर डी के सुरेश ने कहा कि केन्द्र सरकार दक्षिण भारत के राज्यों को कम पैसा मुहैया करवाती है , इससे हो सकता है कि हम दक्षिण के राज्य भविष्य में भारत से अलग होने की सोचें । वैसे तो पूछा जा […]
ललित गर्ग लोकसभा चुनाव का प्रचार उग्र से उग्रतर होता जा रहा है। जैसे-जैसे चुनाव की तिथियां नजदीक आती जा रही है, प्रचार-अभियान में नफरती सोच एवं हेट स्पीच का बाजार बहुत गर्म है। राजनीति की सोच ही दूषित एवं घृणित हो गयी है। नियंत्रण और अनुशासन के बिना राजनीतिक शुचिता एवं आदर्श राजनीतिक मूल्यों […]
(राकेश अचल-विभूति फीचर्स) भारत की राजनीति में पिछले सात दशक से लगातार प्रासंगिक बने हुए ग्वालियर के सिंधिया राजवंश की हर पीढ़ी ने पराजय का स्वाद चखा ,लेकिन राजनीतिक मैदान नहीं छोड़ा। आजादी के बाद सिंधिया परिवार की अंतिम राजमाता श्रीमती विजया राजे सिंधिया राजनीति में उतरने वाली पहली महिला थी। उन्हें तत्कालीन प्रधानमंत्री पंडित […]