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राजनीति

चुनावों के बाद के नीतीश कुमार में चुनावों से पहले वाले नीतीश कुमार की अपेक्षा बहुत अंतर है

  संतोष पाठक इस बार छोटे भाई की भूमिका में बिहार के मुख्यमंत्री के तेवर शुरुआत से ही बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। भाषण देते हुए शांति से अपनी बात रखने वाले नीतीश कुमार की सबसे बड़ी राजनीतिक खासियत यही मानी जाती थी कि वो कम बोलते हैं, नपा-तुला बोलते हैं। बिहार में मिलकर […]

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कृषि जगत राजनीति

किसान और सरकार मिलकर राष्ट्रहित में लें निर्णय

  यदि भीड़ और सभा में अंतर किया जाए तो पता चलता है कि भीड़ भावना प्रधान होती है ,जबकि सभा व्यवस्था प्रधान होती है ? व्यवस्था में सब कुछ सिस्टमैटिक होता है, जबकि भीड़ में सब कुछ अव्यवस्थित होता है । यदि एक तरफ दो-चार आदमी भागना आरंभ कर दें तो सारी भीड़ बिना […]

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राजनीति

अवसरवादी राजनीति और सत्य इतिहास

  डॉ विवेक आर्य भीमा कोरेगांव की घटना को कुछ तथाकथित बुद्धिजीवी लोग दलित और आदिवासियों पर हुए अत्याचार के विरुद्ध संघर्ष के रूप में दर्शाने का प्रयास कर रहे है। सत्य यह है कि हमारे देश की कुछ विभाजनकारी मानसिकता को बढ़ावा देने वाली ताकतें अपना राजनीतिक भविष्य बनाने के चक्कर में देशवासियों को […]

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राजनीति

कोरोना वैक्सीन पर हो रही घटिया राजनीति भारतीय वैज्ञानिकों का अपमान नहीं तो क्या है?

ललित गर्ग कोरोना वैक्सीन पर चल रही स्तरहीन राजनीति भारतीय वैज्ञानिकों का अपमान है।स्वदेशी कोरोना वैक्सीन पर चल रही स्तरहीन राजनीति हमारे वैज्ञानिकों का अपमान है, उनके आत्मविश्वास को कमजोर करने का षड्यंत्र है, उजालों पर कालिख पोतने का प्रयास है। इस दुष्प्रचार को रोकने के लिए भाजपा के नेता स्वयं वैक्सीन लेकर टीकाकरण अभियान […]

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राजनीति

भारत के संदर्भ में सेकुलरिज्म का सही अर्थ क्या हो सकता है

  “सनातन धर्म, जिसे अब हिन्दू धर्म कहा जाता है, वह केवल एक धर्म नहीं, बल्कि पूरी सभ्यता है जो अनगिन युगों से फलती-फूलती रही है, और जो कई प्रकार के हिंसक साम्राज्यवादों से लम्बे संघर्ष के बाद अपने स्वरूप में खड़े होने के लिए संघर्ष कर रही है। दूसरी ओर, मैं इस्लाम और ईसाईयत […]

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राजनीति

बिहार में सत्ता के लिए बढ़ती ही जा रही है राजद की बेचैनी

  रमेश सर्राफ धमोरा बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री लालू प्रसाद यादव चारा घोटाले में रांची की जेल में सजा काट रहे हैं। ऐसे में राजद का नेतृत्व उनके छोटे पुत्र तेजस्वी यादव के हाथों में है। पिछले लोकसभा व विधानसभा चुनाव में लालू यादव के जेल में रहने के कारण राजद के सभी फैसले तेजस्वी […]

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कोरोना वैक्सीन को लेकर अपने दिए गए गलत बयान पर पछतावा करते अखिलेश यादव

  अजय कुमार पूर्व मुख्यमंत्री और सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने गत सप्ताह एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि वो बीजेपी सरकार में लगने वाली वैक्सीन नहीं लगवाएंगे। इसके बाद समाजवादी पार्टी के अन्य नेताओं में अखिलेश के बयान से दो कदम आगे बढ़ने की होड़-सी लग गई। समाजवादी पार्टी के मुखिया और पूर्व […]

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जन विमुख हुआ जनतंत्र

अवधेश कुमार ‘अवध’ छब्बीस जनवरी को फिर से मनाया जाएगा गणतन्त्र दिवस। ठीक वैसे ही जैसे पाँच महीने पहले मनाया गया था स्वाधीनता दिवस। ये दोनों हमारे जन्म से बहुत पहले से मनाए जा रहे हैं। शायद आप भी न जन्में हों या नन्हें-मुन्ने रहे हों। सच की दस्तक भी नहीं जन्मा था। यकीनन नहीं […]

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राजनीति

कांग्रेस के फिर से अध्यक्ष क्यों नहीं बनना चाहते राहुल गांधी

  सबसे पुरानी पार्टी आज अजीब पशोपेश में होने के कारण बिना अध्यक्ष के चल रही है। पार्टी का उत्तर प्रदेश आधार होने के बावजूद वहां भी अपना प्रभुत्व खो चुकी है, जो इस बात को प्रमाणित करता है कि आने वाले समय में कांग्रेस की स्थिति किसी क्षेत्रीय पार्टी से भी दुखत होने वाली […]

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राजनीति

पश्चिमी बंगाल में इस बार तृणमूल कांग्रेस और भाजपा मुकाबला होना तय

  रमेश सर्राफ धमोरा कांग्रेस और वाम का गठबंधन तो हो गया लेकिन असल समस्या सीट बँटवारे के दौरान आयेगी पश्चिम बंगाल में कांग्रेस का वाम मोर्चे से गठबंधन तो हो चुका है। मगर अभी सीटों पर फैसला नहीं हुआ है। 2016 के विधानसभा चुनाव में वाम मोर्चे ने कांग्रेस को मात्र 92 सीटें ही […]

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