-ललित गर्ग- अठारहवीं लोकसभा के गठन के लिये हो रहे चुनाव अब अन्तिम चरण में हैं। अब चुनाव परिणामों पर सबकी निगाहें लगी है, इसी के साथ नयी लोकसभा कैसी हो, किस तरह से राजनीतिक विसंगतियों से उसे बचाकर एक नये आदर्श लोकसभा का गठन हो, ताकि आजादी का अमृतकाल स्वर्णिम एवं सार्थक बन सके। […]
श्रेणी: राजनीति
प्रियंका सौरभ महिलाओं का वोट 48%, फिर सीटें 14% ही क्यों? भारत की महिला मतदाता; एक ताकत है जिसे गिना जाना चाहिए। राजनीतिक दल कल्याणकारी योजनाओं और रियायतों के वादों के साथ महिलाओं के वोट हासिल करने की होड़ में हैं, लेकिन सच्चा सशक्तिकरण अभी भी मायावी है। जब तक राजनीतिक पार्टियां अधिक से अधिक […]
(राकेश अचल- विभूति फीचर्स) मैं देश में चौतरफा राजनीति के चक्रवात की बढ़ती असंवेदनशीलता देखकर हैरान हूँ। राजनीति के चक्रवात में जो उजड़ेगा सो उजड़ेगा लेकिन सबसे पहले संवेदनशीलता राख होती दिखाई दे रही है । सत्ता हासिल करने के लिए बैचेन हमारे नेताओं को न राजकोट के गेम जोन में राख हुई जिंदगियों को […]
(शिव शरण त्रिपाठी-विनायक फीचर्स) कभी कांग्रेस की खानदानी सीट मानी जाने वाली अमेठी से 2019 में पहले भाजपा की स्मृति ईरानी से चुनाव हारना और अब 2024 में राहुल गांधी का पलायन करना नि:संदेह यह बताने को काफी है कि कांग्रेस इस सीट पर स्मृति ईरानी से टक्कर लेने का साहस नहीं दिखा पा रही […]
– ललित गर्ग- लोकसभा के चुनाव उग्र से उग्रतर होते जा रहे हैं, लोकतंत्र के महायज्ञ की 7 मई को आधी से ज्यादा आहुति पूरी होने वाली है, पहले चरण में 102 और दूसरे चरण में 88 सीटों पर मतदान हो चुका है। तीसरे चरण में 94 सीटों पर मतदान होने वाला है। इसके बाद […]
सुरेश हिंदुस्थानी लोकसभा चुनाव के दौरान राजनेताओं के बयान सुनकर ऐसा लगने लगता है कि ये अपनी हदों को पार कर करने लगे हैं। अभी हाल ही में कांग्रेस के नेता सैम पित्रोदा के बयान की मीमांसा की जा रही है। इसके तारतम्य यही है कि इस नेता ने भारत में भेद पैदा करने के […]
दिव्य अग्रवाल (लेखक व विचारक) तेलांगना हैदराबाद लोकसभा सीट भारत की महत्वपूर्ण सीटों में से एक है इसका कारण है की धार्मिक तुष्टिकरण की राजनीति कर ओवैसी ब्रदर्स का इस सीट पर कईं वर्षो से दबदबा रहा है । परन्तु इस बार यह सीट सबसे ज्यादा सुर्ख़ियों में है उसका कारण भाजपा प्रत्याशी कोम्पेला माधवी […]
प्रभुनाथ शुक्ल देश का आम चुनाव जहाँ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए जनविश्वास की चुनौती का बड़ा सवाल है। वहीं दूसरी तरफ विखरे विपक्ष की सियासी एकता की अग्निपरीक्षा भी है। आम चुनाव को लेकर देश में शोर की राजनीति है। जनपक्ष से जुड़े जमीनी मुद्दे गायब हैं सिर्फ जुबानी जंग की लड़ाई है। आधुनिक […]
पूरन चन्द्र शर्मा – विनायक फीचर्स हम सभी जानते हैं कि लोकतंत्र के हित में एक मजबूत विपक्ष का होना जरूरी है। विपक्ष को सदन में जनता ही भेजती है जिससे सत्ताधारी पार्टी किसी प्रकार की मनमानी न कर सके और देश सुचारु रूप से चलता रहे। यह स्वस्थ्य लोकतंत्र के लिए आवश्यक भी है। […]
सुरेश हिंदुस्तानी गाजियाबाद ( ब्यूरोडेस्क ) राजनीति में कब क्या हो जाए, कुछ भी नहीं कहा जा सकता। कांग्रेस की स्थिति कमोवेश ऐसी ही है, जिसमें कांग्रेस के बड़े बड़े नेता देश की संसद में पहुँचने के लिए सुरक्षित सीट की तलाश करते दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस में राहुल गांधी भले ही राष्ट्रीय अध्यक्ष […]