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बंगाल: रामपंथ या वामपंथ या खेला होबे

प्रवीण गुगनानी बंगाली में एक कहावत है – डूबे डूबे झोल खाबा इसी भावार्थ की एक हिंदी कहावत है – ऊँट की चोरी नेवड़े नेवड़े नहीं हो सकती। दोनों ही कहावतो का एक सा अर्थ है कि बड़ी चोरी आज नहीं तो कल पकड़ी ही जायेगी। पश्चिम बंगाल में हिंदू हितों की चोरी भी ममता […]

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कांग्रेस और सपा दलित मतदाताओं को लुभाने के प्रयास में जुटे

अजय कुमार उत्तर प्रदेश में दलित मतदाता करीब 23 फीसदी हैं। 80 के दशक तक दलित कांग्रेस का वोट बैंक हुआ करता था, लेकिन दलित वोटर कांग्रेस की लीडरशिप से इसलिए नाराज रहते थे क्योंकि नेहरू-गांधी परिवार ने कांग्रेस में कभी दलित नेताओं को उभरने का मौका नहीं दिया। उत्तर प्रदेश में अगले वर्ष होने […]

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‘नामचीन’ राजनेताओं के पुत्रों की स्तरहीन राजनीति

अजय कुमार नेता पुत्रों ने राजनीति का स्तर इतना गिरा दिया है कि जब भी यह मुंह खोलते है ‘जहर’ ही उगलते हैं। राहुल गांधी तो इस खेल में बदनाम हैं ही, बहन प्रियंका भी कम नहीं हैं। दोनों नेताओं को मोदी-योगी सरकार की फजीहत करने में मजा आता है। चंद राजनैतिक दलों के नेताओं […]

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जय श्री राम बोलना ‘पाप’हो गया था दीदी के शासन मे !

प्रवीण गुगनानी दीदी राम विरोधी निकलीं और चलती गाड़ी से स्वयं निकल कर जय श्रीराम के नारे लगाते बच्चों को बड़ी ही निर्लज्जता से डांटने लगी थीं। बच्चों को श्रीराम का नारा लगाने पर डांटना एक छोटी किंतु प्रतीकात्मक बड़ी घटना है जिसके बड़े ही विशाल अर्थ निकलते हैं। बंगाली में एक कहावत है- डूबे […]

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राजनीति सेवा नहीं मेवा है

राजनीतिः सेवा नहीं, मेवा है डॉ. वेदप्रताप वैदिक देश के सिर्फ पांच राज्यों में आजकल चुनाव हो रहे हैं। ये पांच राज्य न तो सबसे बड़े हैं और न ही सबसे अधिक संपन्न लेकिन इनमें इतना भयंकर भ्रष्टाचार चल रहा है, जितना कि हमारे अखिल भारतीय चुनावों में भी नहीं देखा जाता। अभी तक लगभग […]

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राहुल गांधी : चार राज्यों में की जमकर जनसभा, अब बंगाल में हार होती देख नहीं करेंगे कोई चुनावी रैली

नेता जनता को कितना पागल समझते हैं, देश फैले कोरोना के दौरान चुनावी रैलियों से पता चल रहा है। ऊपर से बंगाल को छोड़ अन्य चार राज्यों में खूब प्रचार कर कोरोना का बहाना कर राहुल गाँधी ने बंगाल की रैलियां स्थागित कर दी। स्थागित करने का कारण भी है, क्योकि वहां असली लड़ाई तृणमूल […]

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बाहुबलियों से उत्तर प्रदेश की राजनीति को मुक्त कराते योगी आदित्यनाथ

  अजय कुमार उत्तर प्रदेश की सियासत में अपराधियों का बोलबाला अचानक नहीं बढ़ा। पहले पहल अपराधी नेताओं के पीछे चला करते थे, उनके कहने पर लोगों को डराते धमकाते थे। मुलायम सिंह यादव ने तो अपने राजनैतिक कॅरियर के दौरान तमाम दबंगों को खूब पाला पोसा था। मसल्स पावर के बल पर माननीय तक […]

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बंगाल विधानसभा चुनावों में भंग होती मर्यादा

  डॉ. वेदप्रताप वैदिक इस चुनाव में जितना मर्यादा-भंग हुआ है, उतना किसी चुनाव में हुआ हो, ऐसा मुझे याद नहीं पड़ता। अब तक भाजपा के लगभग डेढ़-सौ कार्यकर्ता मारे जा चुके हैं। बंगाली मतदाताओं को हिंदू-मुसलमान में बांटने का काम कम्युनिस्ट पार्टी के अलावा सभी पार्टियां कर रही हैं। पश्चिम बंगाल के नंदीग्राम में […]

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प्रधानों की पंक्ति में प्रथम नरेंद्र मोदी

  सुशोभित सक्तावत कैमरे की आंखें नरेंद्र मोदी के चेहरे से डिगती नहीं। सम्मोहित सी पीछा करती रहती हैं और कैमरे के उस मुग्ध पर्यवेक्षण से स्वयं मोदी की अटूट मैत्री है। मोदी के कहे गए एक-एक शब्द को मीडिया के मानसरोवर के हंस अहर्निश चुगते रहते हैं। नरेंद्र मोदी आज एक ऐसा दुर्दम्य नाम […]

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लोकतंत्र के लिए खतरनाक संकेत देते बंगाल के चुनाव

  -ललित गर्ग- पांच राज्यों में विधानसभा के लिए सिंहासन की लड़ाई जारी है, धमासान छिड़ा हुआ है। लेकिन सर्वाधिक चर्चा में पश्चिम बंगाल है, भारतीय जनता पार्टी ने सारी ताकत पश्चिम बंगाल में लगा रखी है, उसी कारण तृणमूल कांग्रेस एवं उसकी नेता ममता बनर्जी के लिये यह चुनाव बड़ी चुनौती बना हुआ है। […]

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