राकेश दत्त मिश्र फैजाबाद। बीकापुर के विधायक जितेंद्र कुमार सिंह ‘बब्लू’ के पार्टी छोड़ते ही बसपा नए सिरे से अपना कुनबा सहेजने में जुट गई है। पार्टी ने बब्लू सिंह के विरोधी माने जाने वाले अशोक सिंह को न सिर्फ पार्टी में वापस ले लिया है, बल्कि उन्हें क्षत्रिय भाईचारा बनाओं कमेटी का जोन कोआर्डिनेटर […]
Category: राजनीति
पर्यटन दिवस मनाया
आगरा। विश्व पर्यटन दिवस पर सीकरी स्थित टूरिस्ट पार्किंग व स्मारकों में गाइडों ने देशी-विदेशी पर्यटकों को फूल देकर स्वागत किया। गाइडों ने पर्यटकों को भारतीय संस्कृति से परिचित कराया। वहीं, दूसरी ओर यूपीटी के आगरा गेट कार्यालय पर एक गोष्ठी का आयोजन किया गया है। गोष्ठी में यूपीटी गाइड एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष जेपी सिंह […]
वैदिक युग की पवित्र ऋचाएं
उपनिषदकाल के पहले वैदिक युग सांसारिक आनंद एवं उपभोग का युग था। मानव मन की निश्चिंतता, पवित्रता, भावुकता, भोलेपन व निष्पापता का युग था। जीवन को संपूर्ण अल्हड़पन से जीना ही उस काल के लोगों का ध्येय व श्रेय था। प्रकृति के विभिन्न मनोहारी स्वरूपों को देखकर उस समय के लोगों के भावुक मनों में जो […]
हिमालय की बांहों में स्थित तुंगनाथ मंदिर तीर्थयात्रियों और पर्यटकों के आकर्षण का केन्द्र है। इस स्थल की खास बात यह है कि यहां आने वाले लोगों में ऐसे लोग बड़ी संख्या में देखे जा सकते हैं, जिनका जीवन तनावों से भरा हुआ है और वह आधुनिक जीवनशैली के अभिशापों को झेल रहे हैं, लेकिन […]
मौन व्रत स्वेच्छा या मजबूरी
गांधीवादी अन्ना हजारे की ओर से शुरू किये गये एक सप्ताह के ‘मौन व्रत’ का उद्देश्य भले ‘आत्म शांति’ घोषित किया गया हो लेकिन इसके आयोजन का समय कुछ और ही कहानी बयां करता है। दरअसल देश में बड़े बदलाव लाने की उम्मीदें जगाने के बाद हजारे पक्ष की ओर से पिछले कुछ दिनों में […]
राजकुमार आर्य दादरी। जब देश आलस और प्रमाद की झपकी लेने लगता है, निराशा निशा चहुं ओर झलकने लगती है, जब देश की फिज़ाओं में चारों ओर एक मौन आह्वान गूंजने लगता है तब कवि आशा की एक किरण बनकर मैदान में आता है और अपनी लेखनी की पैनी धार से निराशा के सारे बादलों […]