डा. अशोक आर्यपरमपिता परमात्मा अनेक प्रकार के असीमित दान करने वाला है । जीव इन दोनों का पूरी तरह से प्रयोग नहीं कर सकता, सम्भव ही नहीं है। क्योंकि जीव की सीमित शक्ति इन सब का प्रयोग कर ही नहीं सकती । इस पर ही इस मन्त्र में प्रकाश डालते हुए स्पष्ट किया गया है […]
Category: राजनीति
हिंदू महासभा ने दिया राष्ट्रपति को ज्ञापन
हिंदू महासभा ने राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी को राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि महाराज के नेतृत्व में ज्ञापन सौंपकर मांग की है कि विश्व हिन्दू परिषद द्वारा विश्व से अब तक अरबों रुपये रामभक्तों से श्रीरामजन्मभूमी पर भव्य मन्दिर निर्माण के नाम पर चन्दा इकट्ठा किया गया उसके आय व्यय के हिसाब की जांच सी.बी.आई से की […]
सिर्फ तेलंगाना नहीं, पूरे भारत की चिंता
डा. वेदप्रकाश वैदिकगाजियाबाद। कांग्रेस का किला सारे देश में दरक रहा है। उसे बचाने के नए-नए उपाय खोजे जा रहे हैं। खाद्य सुरक्षा, नकदी सहायता, आवास की सुविधा आदि कई पैंतरे मारे जा रहे हैं। उनमें से तेलंगाना भी है। तेलंगाना के वोट झोली में गिरेंगे, इसी लालसा से कांग्रेस ने यह कदम उठाया है।तेलंगाना […]
सोनिया की चिट्ठी की पिटी मिट्टी
राजनीति के शोर में दुर्गाशक्ति नागपाल का मामला उलझ कर रह गया है। वैसे तो ये दुनिया ही स्वार्थों पर टिकी है, पर जब बात राजनीति की की जाए, तो वह तो कतई स्वार्थों पर चलती है। अब यदि राजनीति भी गठबंधन की हो तो ‘मजबूरियां’ और भी बढ़ जाती हैं और हम देखते हैं […]
उत्तर प्रदेश में भाजपा की चुनौतियां
अरविंद जयतिलकगोवा की राष्ट्रीय कार्यकारिणी में नरेंद्र मोदी को चुनाव प्रचार की कमान सौंपने और उनके सेनापति अमित शाह को यूपी का प्रभारी नियुक्त करने के बाद भाजपा आश्वस्त है कि यूपी में उसका जादू चल जाएगा। कमल खिल उठेगा और और वह सत्ता का भोग लगाने में कामयाब होगी। शायद उसके आत्मविश्वास का आधार […]
मनीराम शर्मा ब्रिटिश साम्राज्य के व्यापक हितों को ध्यान में रखते हुए गवर्नर जनरल ने भारतीयों पर विभिन्न कानून थोपे थे। यह स्वस्प्ष्ट है कि भारत में राज्य पदों पर बैठे लोग तत्कालीन ब्रिटिश साम्राज्य के प्रतिनिधि थे और उनका मकसद कानून बनाकर जनता को न्याय सुनिश्चित करना नहीं बल्कि ब्रिटिश साम्राज्य का विस्तार करना, […]
भारत में नागरिकों के मौलिक अधिकार
भारतीय नागरिकों को 7 मौलिक अधिकार प्रदान किये गये थे, परंतु 44वें संशोधन के द्वारा संपत्ति का अधिकार अब मौलिक अधिकारों से नही रहा है। इस प्रकार भारतीय नागरिकों को केवल 6 मौलिक अधिकार प्राप्त हैं, जो इस प्रकार है-1. समानता का अधिकार-कानून की दृष्टि में प्रत्येक नागरिक समान है। धर्म, जाति, वंश, लिंग, रंग, […]
लो, अब सरकार ही चली मन्दिर तोड़ने
विनोद बंसलकभी असामाजिक तत्वों, तो कभी आतंकवादियों के निशाने पर रहने वाले दिल्ली के असंख्य मन्दिर व गुरुद्वारे अब जनता द्वारा चुनी गई सरकार की हिट लिस्ट में भी सामिल हो गए हैं। जिन 74 धर्म स्थलों को तोडने के लिए दिल्ली सरकार उच्च न्यायालय में शपथ पत्र दे चुकी है उनमें से 54 मन्दिर […]
तनवीर जाफ़रीजनता दल युनाईटेड द्वारा भारतीय जनता पार्टी से अपना नाता तोडऩे के बाद राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन(एनडीए) बिखर चुका है। जेडीयू व बीजेपी के मध्य आई दरार का प्रभाव बिहार सरकार पर भी पड़ा तथा नितीश कुमार की सरकार ने अपने पूर्व सहयोगी भाजपा से पल्ला झाड़ कर चार निर्दलीय विधायकों का समर्थन लेकर विधानसभा […]
राजीव कुमारसुप्रीम कोर्ट ने एक फैसला सुनाया है कि अगर किसी विधायक या सांसद को किसी भी न्यायालय से दो साल या उससे अधिक की सजा हो जाती है, तो वे पद पर नहीं रहेंगें और चुनाव भी नहीं लड़ पाएंगे। इसके साथ हीं इस फैसले में यह प्रावधान भी है कि जेल से कोई […]