विष्णुगुप्त तथाकथित सेक्युलर मीडिया के निशाने पर हिन्दू ही क्यों रहता है। तथाकथित सेक्युलर मीडिया हिन्दुओं और हिन्दू संगठनों को ही झूठ और तथ्य विरोधी आधार पर खलनायक व हिंसक साबित करने पर क्यों आतुर रहता है? मुस्लिम सांप्रदायिकता, मुस्लिम आतंकवाद और मुस्लिम हिंसा पर इनकी चुप्पी क्यों रहती है। ‘मुस्लिम पीड़ित हैं’ पर झूठी […]
Category: राजनीति
रजाक अहमद गाजियाबाद। ‘बम गुरू’ अब्दुल करीम टूण्डा पकडा गया। ऐसी ही एक और खबर आई कि क्राईम ब्रांच व ए. टी. एस. को दूसरी बड़ी सफ लता मिली है कि इंडियन मुजाहिदिन (आई. एम.) का आतंकी सरगना यासीन भटकल पकड़ा गया। टूण्डा ने अपने पाकिस्तानी आकाओं के बारे में कई राज उगले। उसने भारत […]
देर आयद, दुरुस्त आयद
डॉ वेदप्रताप वैदिक उत्तर प्रदेश की अफसर दुर्गा शक्ति नागपाल की ससम्मान वापसी का सर्वत्र स्वागत होगा। यह दुर्गा शक्ति की वापसी से भी ज्यादा अखिलेश सरकार की प्रतिष्ठा की वापसी है। पिछले डेढ़ साल में अखिलेश की सरकार को अगर सबसे पहला बड़ा धक्का लगा तो दुर्गा शक्ति की मुअत्तिली से लगा। न सिर्फ […]
न्यायपालिका के पंख कुतरने की कोशिश
“यह आरोप मेरी बढ़ती लोकप्रियता के कारण विरोधियों ने साजिश के तहत लगाया है” – ”मुझे भारत की न्याय प्रणाली पर पूरा भरोसा है” – आदि आदि —पिछले २-३ दशकों से आरोपी रहनुमाओं के ऐसे खोखले बयान सुन सुनकर हम सभी आजिज हो गए हैं। जब जब न्यायालय द्वारा देशहित में कोई महत्वपूर्ण फैसला दिया है जो तथाकथित ”रहनुमाओं” के […]
तनवीर जाफ़री भारतीय लोकतंत्र कहने को तो विश्व का सबसे बड़ा लोकतंत्र है। परंतु दरअसल हमारे देश का ‘लोक’विभिन्न वर्गों में जितना अधिक विभाजित है उतना शायद किसी अन्य लोकतांत्रिक देश का नहीं होगा। मज़े की बात तो यह है कि इस व्यवस्था के स्वयं जि़म्मेदार राजनीतिज्ञ विभिन्न श्रेणियों में आम भारतीयों के बंटे होने की सार्वजनिक तौर पर आलोचना […]
कौन करता है धर्म को बदनाम
निर्मल रानीपिछले दिनों देश के प्रसिद्ध तथाकथित संत एवं उपदेशक आसाराम पर पूरे देश के मीडिया का ध्यान लगा रहा। कारण सर्वविदित हो चुका है कि आसाराम पर आरोप है कि उन्होंने अपने ही एक शिष्य की नाबालिग पुत्री का यौन शोषण किया। इस प्रकार के यौन शोषण संबंधी आरोप आसाराम पर पहले भी लगते […]
मोदी किस मर्ज की दवा हैं ?
वीरेन्द्र सिंह परिहार आखिर में भाजपा अध्यक्ष राजनाथ सिंह ने संसदीय बोर्ड की सहमति से गुजरात के मुख्यमंत्री नरेन्द्र मोदी को भाजपा की ओर से प्रधानमंत्री पद का उम्मीदवार घोषित कर ही दिया। राजनाथ सिंह ने गोवा में चल रही कार्यकारिणी में जब नेरन्द्र मोदी को भाजपा की चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष घोषित कर […]
आदरणीय आडवानी बाबा, सादर परनाम ! आगे समाचार इ है कि नीतिश कुमार के तरह-तरह के विरोध के बाद भी नरेन्दर मोदिया बिहार में भी लोकप्रिय होता जा रहा है। बिहार के लोगबाग नरेन्दर का इन्तज़ार बड़ी बेसब्री से कर रहा है। नीतीश तो आपके ही मानस पुत्र हैं। जब जरुरत थी तो सांप्रदायिक भाजपा […]
विष्णुगुप्त मुजफ्फ रनगर का दंगा सत्ता प्राप्त करने की घिनौनी राजनीति का दुष्परिणाम है। अगर ऐेसा नहीं होता तो एक महिला के साथ छेड़खानी पर हुई मजहबी हिंसा को पूरी छूट ही क्यों दी गयी? सरकार और प्रशासन द्वारा मजहबी हिंसा पर रोक लगाने की जरूरत क्यों नहीं समझी गयी? मजहबी हिंसा के पीड़ित परिवार […]
कांग्रेसी भी नही थे धर्मांतरण के पक्षधर
राकेश कुमार आर्य भारत धर्मान्तरण का जहर फेेलता ही जा रहा है। धर्म के नाम पर भारतीय उपहाद्वीप विभाजन की भयानक पीड़ा पूर्व में झेल चुका है। आगे क्या हो सकता है ये सोचकर भी मन सिहर उठता है। परंतु देश का बहुसंख्यक यदि किसी गफलत में सोता रहा तो कुछ भी संभव है, देश […]