कविता हम भी ज़िद्दी ठहरे, पीछे नहीं हटेंगे , – – धुंधले धुंधले गम के ये बादल छंट जाएंगे- – भयावह कोरोना काल में कलम के तेवर से हौसलों की इबारत रच रहे कविवर राकेश छोकर 29/04/2020