गांधी का इतिहास _______________________ माना गांधी ने कष्ट सहे थे, अपनी पूरी निष्ठा से। और भारत प्रख्यात हुआ है, उनकी अमर प्रतिष्ठा से ॥ किन्तु अहिंसा सत्य कभी, अपनों पर ही ठन जाता है। घी और शहद अमृत हैं पर, मिलकर के विष बन जाता है।। अपने सारे निर्णय हम पर, थोप रहे थे गांधी […]
Category: कविता
चलो अयोध्या धाम
चलो अयोध्या धाम चलो अयोध्या धाम, विराजेंगे अपने श्रीराम। कभी राम झुठलाये जाते। नकली चरित बताये जाते। आतंकी बाबर के सम्मुख- मनगढ़ंत कहलाये जाते।। कैसी भी हो रात, किन्तु होती है सुबह ललाम। वंशज बहुधा जीते – हारे। अनुयायी के वारे – न्यारे। रक्तपात के छद्म खेल में – रामभक्त तन मन धन वारे।। हुआ […]
परमब्रह्म में ही है वास्तविक गुरु
✍ *गुरुर्ब्रह्मा: गुरुर्विष्णु: गुरुर्देवो महेश्वरः।* *गुरुर्साक्षात् परमब्रह्म: तस्मै श्री गुरुवे नमः।।* प्यारे भाइयो बहिनों आज हम आपको एक ऐसे विषय से अवगत कराने जा रहे हैं जिसके बारे में बहुत कम लोग इस श्लोक का अर्थ सटीक जानते हैं। आपने देखा होगा शादी विवाह आदि के निमंत्रण पत्र पर भी यह श्लोक सबसे ऊपर लिखा […]
वचन पर्व राखी
थाल सजाकर बहन कह रही,आज बँधा लो राखी। इस राखी में छुपी हुई है, अरमानों की साखी।। चंदन, रोली, अक्षत, मिसरी, आकुल कच्चे-धागे। अगर नहीं आए तो समझो, हम हैं बहुत अभागे।। क्या सरहद से एक दिवस की,छुट्टी ना मिल पायी? अथवा कोई और वजह है, मुझे बता दो भाई ? अब आँखों को चैन […]
👨🐅🐫🐓🐍🐁🕊️🌳🌵🌾🧛♂️ *छुआछूत ऊंचनीच का एक ही इलाज⁉️* *आर्यसमाज आर्यसमाज आर्यसमाज💞* यदि नही पढ़ा तो पढिये जीवविज्ञान को ; विश्व के सब मनुष्यों की एक प्रजाति है। समान संतान उत्पन्न करने की क्षमता भी, सिद्ध करती कि हमारी एक ही जाति है। सत्य सनातन वेद की वाणी मनुष्यों का, वसुंधरा पर समान अधिकार बताती है। पर न […]
कविता – समस्या
✍ ओ३म् सर्वेभ्यो नमः *समस्या* सबके जीवन में आती हैं, किसी के में कम, किसी के में ज्यादा। कई रोते हैं कम, तो कोई रोते हैं ज्यादा। जो रोते हैं अधिक जिस बात पर, वह तो समस्या ही नहीं थी। पता चला बाद में अम्मा ने, बाबा को एक अंतिम रोटी घी बूरे की शुगर […]
सावरकर जी पर कविता : हिमालय सा अटल रहे
आजादी जंग के स्तंभ बम कांड लंदन का प्रथम जंग । आजादी के दीवाने बलिदानी हारे नहीं पापियों से जंग में ।। अत्याचार का पहाड़ टूटा धैर्य की बांध नहीं टूटी आप अपने संकल्प पर हिमालय सा अटल रहे ।। आपके बलिदान संघर्ष का इतिहास दुनिया में नहीं , लाखों वर्ष आपको नमन करेंगे […]
उल्टा पानी नहीं उलीच
—————————– सच को सच तू कहना सीख सच से अब मत आँखें मींच मत गोदी में उनकी बैठ यदि है सच्चा खबर नबीस नदिया बहती गहरी धार उल्टा पानी नहीं उलीच कुछ नेता हैं बड़े खराब बात चीत में लगें अजीज़ असली राष्ट्र भक्त है जो वही चढ़े हैं यहाँ सलीब अलग बना अपनी पहिचान […]
चाँद उतरता हो जिस आँगन, उसको ईद मनाने दे । अपनी किस्मत में बस रोजा, रोजा रोज निभाने दे । कब तक देख भरी माँगों को, अपना माथा फोडेंगे – चाँद अड़ा है अपनी जिद पर, हमको भी अड़ जाने दे ।। चाँद देखकर ईद मुबारक- तुम भी बोलो मैं भी बोलूँ। वर्षों तक […]
ओ३म् ========== -रचयिताः ऋषि भक्त प्रो. सारस्वत मोहन मनीषी, दिल्ली। ========== समूचा आर्यजगत प्रसिद्ध ऋषिभक्त एवं अन्तर्राष्ट्रीय कवि डा. सारस्वत मोहन मनीषी, दिल्ली के नाम व शुभ कार्यों से परिचित है। आपके अनेक कविता संग्रह प्रकाशित हो चुके हैं। आप निरन्तर साहित्य साधना में लगे हुए हैं। आप देश भर में बड़े बड़े कवि सम्मेलनों […]