संघर्ष करो – संघर्ष करो, जीवन ज्योति प्रदीप्त करो। संग्राम क्षेत्र यह जीवन है, यहां अपने को उद्दीप्त करो ।। रुक जाना नहीं जीवन होता, जीवन चलते जाना है। काम पथिक का चलते रहना, रुकना ही मिट जाना है ।। श्रम करो – पुरुषार्थ करो , यही सनातन कहता है। विश्राम नहीं, थकने से पहले […]
श्रम करो – पुरुषार्थ करो
