राजनीति में प्रणब मुखर्जी से जुड़ी अनगिनत यादें हैं। ऐसा ही एक किस्सा बताते हैं, जब टीएन शेषन की जिद के कारण प्रणब दा की मंत्री की कुर्सी चली गई थी। मई का महीना था और 1991 का साल। तब लोकसभा का चुनाव चल रहा था। चुनाव के दरम्यान ही 21 मई को तमिलनाडु के […]
श्रेणी: व्यक्तित्व
‘बहुत पहले से उन कदमों की आहट जान लेते हैं, तुझे ऐ जिंदगी हम दूर से पहचान लेते हैं’…. मशहूर शायर रघुपति सहाय उर्फ फिराक गोरखपुरी की ये पंक्तियां उनकी संजीदगी और वक्त के तकाजे को परखने की क्षमता को बयां करती हैं। अपनी बेबाकी के लिए भी मशहूर फिराक ने यह रचना पं. जवाहर […]
डॉ राकेश कुमार आर्य / धर्मचंद्र पोद्दार गिरधारीलाल देबू का जी आज हमारे बीच में स्मृति शेष हैं ।उनके जीवन के अनेकों ऐसे उदाहरण हैं जो आज हमारे लिए अनुकरणीय बन गए हैं वह जितनी देर भी हमारे बीच रहे उन्होंने नैतिकता और मानवता की अनेकों मिसाल कायम की । वह एक शाख के सुर्खरु […]
*श्री जी के नाम से मशहूर अरविंद सिंह मेवाड़* लाभेश जैन ( कासवा ) मौजूदा समय में सिटी पैलेस अरविंद सिंह मेवाड़ का मिनी साम्राज्य है। अरविंद सिंह को लोग प्यार से *श्रीजी* के नाम से बुलाते हैं। 18 अप्रैल 1948 को जिस समय अरविंद सिंह महज चार साल के थे, उस समय उनके *दादा […]
एक अध्ययनशील , मननशील चिंतनशील और क्रियाशील व्यक्तित्व के धनी थे वैदिक जी ————————————- प्रत्येक मनुष्य इस संसार में आया है तो जाएगा जरूर । लेकिन जीवन उसी का सफल व सार्थक होता है जो इस संसार में रहते हुए अपनी खुशबू बिखेरता है और पुण्य कार्य में जीवन व्यतीत करता है । श्री सुमन […]
*हरियाणा हिसार की भूमि पर विधिवत पूर्णाहुति के साथ संपन्न हुआ 101 कुंटल घी के विराट गायत्री महायज्ञ का वैदिक अनुष्ठान* | _________________________________________ मैंने अपने तीन दशक के जीवन में आज तक ना इतना विशाल विराट यज्ञ देखा है ना सुना था लेकिन प्रभु कृपा से इसी जीवन में यह अभिलाषा पूर्ण हो गई यद्यपि […]
[हमारी शिक्षा और व्यवस्था, आलेख – 17] ——————— बुद्ध के कथनों का बुद्ध के पश्चात क्या हुआ? उन पथों की ओर दृष्टि डालना आवश्यक हो जाता है जिसपर भगवान के महापरिनिर्वाण के पश्चात बुद्धानुयाई चलते रहे। उन चार बौद्ध सभाओं के निष्कर्षों पर हमें दृष्टिपात करना चाहिये जिसने बौद्ध धर्म की परिपाटी बनायी। पहली बौद्ध […]
ओ३म् ============ माना जाता है कि देश 15 अगस्त, 1947 को अंग्रेज़ों की दासता से मुक्त हुआ था। तथ्य यह है कि सृष्टि के आरम्भ से पूरे विश्व पर आर्यों का चक्रवर्ती राज्य रहा। आर्यों वा उनके पूर्वजों ने ही समस्त विश्व को बसाया है। सभी देशों के आदि पूर्वज आर्यावर्तीय आर्यों की ही सन्तानें […]
अमर सिंह के बारे में कुछ पुरानी यादें सीताराम अग्रवाल : राज्यसभा सांसद अमर सिंह अब हमारे बीच नहीं हैं। लम्बी बीमारी के बाद आज (1 अगस्त 2020) सिंगापुर के एक अस्पताल में उनका निधन हो गया। किसी जमाने में मुलायम सिंह यादव के बाद सपा में सबसे कद्दावर नेता, महानायक अमिताभ बच्चन को गर्दिश […]
शंकर शरण मनु बेन की डायरी दिखाती है कि भोली मनु के सिवा सभी लड़कियाँ और स्त्रियाँ महात्मा गाँधी के साथ सोने, नहाने, आदि परिचर्या को उन की निजी सेवा के रूप में लेती थीं। उन के बीच आपसी ईर्ष्या-द्वेष, कलह, दुराव, धमकियाँ, गाँधीजी से किसी विशेष लड़की को दूर करने, उस के बदले स्वयं […]