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व्यक्तित्व

आचार्य चंद्रशेखर शास्त्री का जीवन और कार्य प्रेरक एवं अनुकरणीय है

ओ३म् -जन्म दिवस 1 जनवरी पर शुभकामनायें ========= आचार्य चन्द्र शेखर शास्त्री जी का जीवन साहित्य, समाज एवं संस्कृति के प्रति पूर्णतः समर्पित हैं। वेदकथा के साथ श्रीमद्भगवद् गीता, रामायण, उपनिषद् आदि में भी उनकी गहरी पैठ है। अपने इसी गुण के कारण उन्हें देश विदेश में प्रवचनों के लिए आमंत्रित किया जाता है। आचार्य […]

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व्यक्तित्व हमारे क्रांतिकारी / महापुरुष

स्वराज्य ,स्वधर्म और स्वाभिमान के लिए बलिदानी महात्मा स्वामी श्रद्धानंद

23/12/20 को स्वामी श्रद्धानंद बलिदान दिवस पर प्रकाशनार्थ लेख: -विनोद बंसल                                                                                                                                            राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप       एडवोकेट मुंशीराम से स्वामी श्रद्धानंद तक जीवन यात्रा विश्व के प्रत्येक व्यक्ति के लिए बेहद प्रेरणादायी है। स्वामी श्रद्धानंद उन बिरले महापुरुषों में से एक थे जिनका जन्म ऊंचे कुल में हुआ किन्तु बुरी लतों के कारण प्रारंभिक जीवन बहुत ही निकृष्ट किस्म का था। स्वामी […]

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इतिहास के पन्नों से व्यक्तित्व

केके मोहम्मद उस व्यक्तित्व का नाम है जिसने बाबरी मस्जिद के नीचे दबे राम मंदिर को खोज निकाला था

__________________________________________ अयोध्या में #राम_जन्मभूमि के मालिकाना हक़ को लेकर 1990 में पहली बार पूरे देश में बहस ने जोर पकड़ा था। इसके पहले 1976-77 में पुरातात्विक अध्ययन के दौरान अयोध्या में होने वाली खुदाई में हिस्सा लेने के लिए मुझे भी भेजा गया। प्रो बी.बी. लाल की अगुवाई में अयोध्या में खुदाई करने वाली आर्कियोलॉजिस्ट […]

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उगता भारत न्यूज़ व्यक्तित्व

शून्य से शिखर के धनी भामाशाह : महाशय धर्मपाल आर्य

-विनोद बंसल राष्ट्रीय प्रवक्ता-विहिप         कुछ लोग कर्म शील होते हैं तो कुछ धर्मशील। कोई विद्यावान होता है तो कोई गुणवान। कोई धनवान होता है तो कोई बलवान। कोई ज्ञानी होता है तो कोई दानी। किन्तु ये सभी गुण यदि कहीं एक साथ देखने को मिले तो वे थे महाशय धर्म पाल गुलाटी ‘आर्य’। माघ कृष्ण […]

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व्यक्तित्व

नव दधीचि नाना भागवत

4 दिसम्बर/जन्म-दिवस नव दधीचि नाना भागवत बिहार में पहले राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ और फिर विश्व हिन्दू परिषद के कार्य विस्तार में अपना महत्वपूर्ण योगदान देने वाले दत्तात्रेय बालकृष्ण (नाना) भागवत का जन्म वर्धा (महाराष्ट्र) में चार दिसम्बर, 1923 को हुआ था। छात्र जीवन में ही ये संघ के संस्थापक डा. हेडगेवार के सम्पर्क में आ […]

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व्यक्तित्व

राष्ट्रधर्म के संपादक आनंद मिश्रा अभय

4 दिसम्बर/जन्म-दिवस लखनऊ से प्रकाशित हो रही राष्ट्रधर्म पत्रिका की स्थापना रक्षाबन्धन 31 अगस्त, 1947 को उ.प्र. के तत्कालीन प्रांत प्रचारक श्री भाऊराव देवरस तथा सह प्रान्त प्रचारक श्री दीनदयाल उपाध्याय ने की थी। इसके प्रथम सम्पादक थे श्री अटल बिहारी वाजपेयी, जो आगे चलकर देश के प्रधानमन्त्री बने। इसे श्री रामशंकर अग्निहोत्री, श्री भानुप्रताप […]

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व्यक्तित्व

प्रेरक जीवन के धनी ऋषि भक्त श्री दौलत सिंह राणा

ओ३म् =============== श्री दौलत सिह राणा जी देहरादून के अग्रणीय ऋषि दयानन्द जी के भक्तों में से एक हैं। आप देहरादून के रैफल होम की कालोनी ‘शिव-सदन’ में अपनी पत्नी श्रीमती उषा राणा जी के साथ निवास करते हैं। आपकी एक पुत्री है जो पीएनबी बैंक में अधिकारी है। वह देहरादून से लगभग100 किमी. दूर […]

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व्यक्तित्व

मध्यप्रदेश का अपनापन लिए शिवराज सिंह चौहान

मनोज कुमार भाजपा के लिए, खासतौर पर शिवराजसिंह चौहान के लिए यह मानस बन जाता तो चुनौती भरा था लेकिन उन्होंने जनता के सामने जाकर अपनी बात रखी। जनकल्याणकारी योजनाओं से आम आदमी की भलाई और प्रदेश के विकास का अपना एजेंडा रखा। आम धारणा है कि राजनीति संभावनाओं का खेल है। इस बीना पर […]

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इतिहास के पन्नों से व्यक्तित्व

राम मंदिर आंदोलन के निकटस्थ साक्षी : चंपत राय जी

18 नवम्बर/जन्म-दिवस   1947 के बाद भारत के हिन्दू नवजागरण में श्रीराम जन्मभूमि आंदोलन की विशेष भूमिका है। इसने देश के धार्मिक, सामाजिक और राजनीतिक परिदृश्य को बदल दिया। आंदोलन में सार्वजनिक मंचों पर वरिष्ठ साधु-संतों के साथ विश्व हिन्दू परिषद के श्री अशोक सिंहल सदा उपस्थित रहते थे; लेकिन पीछे रहकर सब योजनाओं को […]

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इतिहास के पन्नों से व्यक्तित्व समाज

बिरसा मुंडा जयन्ती आर्य -अनार्य विमर्श के अवसान का अवसर

  बिरसा मुंडा महान क्रांतिकारी थे, जनजातीय समाज को साथ लेकर उलगुलान किया था उन्होने। उलगुलान अर्थात हल्ला बोल, क्रांति का ही एक देशज नाम। वे एक महान संस्कृतिनिष्ठ समाज सुधारक भी थे, वे संगीतज्ञ भी थे जिन्होंने सूखे कद्दू से एक वाद्ध्ययंत्र का भी अविष्कार किया था जो अब भी बड़ा लोकप्रिय है। इसी वाद्ध्ययंत्र को बजाकर वे आत्मिक […]

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