” “ “1-लोके च भगिनी पूज्या,पूजनीया गृहे ननु।” ” भगिनी-भावना भव्या,भगिनी-कामना सदा।।” भावार्थ- इस महालोक में भगिनी ( बहन ) सर्वाधिक पूज्या है, निश्चय से अपने सदन में भी स्वसा ( बहन ) का सम्मान करना चाहिए। भगिनी की पावन भावना भव्य है और भगिनी की कामना ( चाहना ) हमेशा करनी चाहिए। “2- भगिन्या […]
भगिनीभ्रातृपावनप्रेम
