क्या आप भी बोलते हैं हैप्पी क्रिसमस डे? क्या आप भी देते हैं बड़े दिन की बधाइयां? यदि हां तो जानिए इसकी वास्तविकता। ईश्वर ने मनुष्य को सृष्टि के प्रारंभ में वेद का ज्ञान दिया और मनुष्य से यह अपेक्षा की कि इस ज्ञान को आगे बढ़ना। उसी कड़ी में मैं अपना उत्तरदायित्व निर्वहन कर […]
श्रेणी: पर्व – त्यौहार
सुप्रभातम आज देवोत्थान एकादशी की शुभकामनाएं। देवोत्थान क्या होती है? यह तिथि देवों के उठने की तिथि है। तो क्या देव अभी तक सोए हुए थे? नहीं,देव कभी नहीं सोते। जब देव सोते ही नहीं तो देवों के उठने से क्या तात्पर्य है? इसके लिए पहले हम यह समझ लें कि देव किसको कहते हैं। […]
छठ पूजा का त्योहार जो पहले मुख्य रूप से बिहार के कुछ भागों मे मनाया जाता था,अब देश के कई भागों में मनाया जाने लगा है । छठ पूजा अभी भी बिहार के प्रत्येक जिले मे पूर्ण रूप से नही मनाया जाता है। घर परिवार वाले प्रायः छठ पूजा के लिए नव दम्पति को […]
* DR D K Garg,Ishan College ,Greater Noida छठ पर्व, छठ या षष्ठी पूजा कार्तिक शुक्ल पक्ष के षष्ठी को मनाया जाने वाला एक पर्व है। सूर्योपासना का यह लोकपर्व मुख्य रूप से बिहार, झारखण्ड, पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल के तराई क्षेत्रों में मनाया जाता है। कहा जाता है यह पर्व बिहारीयों का सबसे […]
वाल्मीकि रामायण महापुरुष श्री रामचन्द्र जी का प्रेरणादायक एवं मार्गदर्शक जीवन चरित्र है। सदियों से विश्व के जनमानस को रामायण से जीवन में आचरण, परिवार में सम्बन्ध, राज्य व्यवस्था, त्याग, तपस्या, भातृप्रेम, पति-पत्नि व्रता, न्याय व्यवस्था आदि महत्वपूर्ण विषयों पर मानव सीखता आया हैं। इसी कड़ी में रामायण का एक अत्यंत महत्वपूर्ण पक्ष उसकी आध्यात्मिकता […]
इस वर्ष दीपावली त्यौहार के धनतेरस के दिन भारतीयों ने विभिन्न उत्पादों की जमकर खरीद की है। भारतीय अर्थव्यवस्था को तो जैसे पंख लग गए हैं एवं भारतीय अर्थव्यवस्था अब बहुत तेजी से आगे बढ़ रही है। इसी कारण से वैश्विक स्तर पर सकल घरेलू उत्पाद में भारत की भागीदारी लगातार बढ़ती जा रही है। […]
” “ “1-लोके च भगिनी पूज्या,पूजनीया गृहे ननु।” ” भगिनी-भावना भव्या,भगिनी-कामना सदा।।” भावार्थ- इस महालोक में भगिनी ( बहन ) सर्वाधिक पूज्या है, निश्चय से अपने सदन में भी स्वसा ( बहन ) का सम्मान करना चाहिए। भगिनी की पावन भावना भव्य है और भगिनी की कामना ( चाहना ) हमेशा करनी चाहिए। “2- भगिन्या […]
शारदीय नवसस्येष्टि (दीपावली) के पञ्चदिवसीय पर्व एवं महर्षि दयानन्द सरस्वती के निर्वाण दिवस के अवसर पर सभी भारतीय बन्धुओं व बहनों को हार्दिक शुभकामनाएँ। समस्त वैदिक सत्य सनातन धर्मप्रेमी मित्रजनो! महर्षि दयानन्द जी ने कहा था कि किसान राजाओं का राजा है और यह पर्व किसानों का ही है, जो खरीफ की फसल आने और […]
दिवाली कोई तो हमको समझाये,होती कैसी दीवाली। तेल नदारद दीया गायब,फटी जेब हरदम खाली। हँसी नहीं बच्चों के मुख पर,चले सदा माँ की खाँसी। बापू की आँखों के सपने,रोज चढ़ें शूली फाँसी। अभी दशहरा आकर बीता,सीता फिर भी लंका में। रावण अब भी मरा नहीं है,क्या है राघव-डंका में। गिरवी माता का कंगन है,बंधक पत्नी […]
रावण के राष्ट्र में नीति थी, धर्म नहीं था ।नीति भी अधर्म की नीति थी। यदि उसके साथ धर्म भी होता तो निश्चित था कि रावण की पताका संसार में सबसे ऊंची कहलाती। आज संसार में प्रत्येक मनुष्य यह कह देता है कि वह तो पाखंडी है, लेकिन पाखंड कहते किसको हैं ? इसको देखें […]