======== श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन देश के आर्य व हिन्दू बन्धु श्रावणी पर्व को मनाते हैं। वैदिक धर्म तथा संस्कृति 1.96 अरब वर्ष पुरानी होने से विगत दो ढाई हजार वर्ष पूर्व उत्पन्न अन्य सब मत-मतान्तरों से प्राचीन है। वैदिक धर्म के दीर्घकाल के इतिहास में लगभग पांच हजार वर्ष हुए महाभारत युद्ध […]
श्रेणी: पर्व – त्यौहार
समुत्कर्ष समिति द्वारा गुरु पूर्णिमा की पूर्व संध्या पर *तस्मै श्री गुरवे नमः* विषयक 124 वीं समुत्कर्ष विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया l सामाजिक एवं राष्ट्रीय परिप्रेक्ष्य में गुरु गौरव पुनर्स्थापना के प्रयास में *समुत्कर्ष समिति* के समाज जागरण के ऑनलाइन प्रकल्प *समुत्कर्ष विचार गोष्ठी* में अपने विचार रखते हुए वक्ताओं कहना था कि […]
======== श्रावण मास की पूर्णिमा के दिन देश के आर्य व हिन्दू बन्धु श्रावणी पर्व को मनाते हैं। वैदिक धर्म तथा संस्कृति 1.96 अरब वर्ष पुरानी होने से विगत दो ढाई हजार वर्ष पूर्व उत्पन्न अन्य सब मत-मतान्तरों से प्राचीन है। वैदिक धर्म के दीर्घकाल के इतिहास में लगभग पांच हजार वर्ष हुए महाभारत युद्ध […]
डॉ डी के गर्ग निवेदन: ये लेख 6 भागो में है ,पूरा पढ़े / इसमें विभिन्न विद्वानों के द्वारा समय समय पर लिखे गए लेखो की मदद ली गयी है । कृपया अपने विचार बताये। भाग- 5 –बुद्ध से सम्बंधित कुछ प्रश्नोत्तरी : साभार- — पंडित गंगाप्रसाद उपाध्याय महात्मा बुद्ध और सूअर का मांस यह […]
* डॉ डी के गर्ग निवेदन: ये लेख 6 भागो में है ,पूरा पढ़े / इसमें विभिन्न विद्वानों के द्वारा समय समय पर लिखे गए लेखो की मदद ली गयी है । कृपया अपने विचार बताये। भाग- 2 –बुद्ध से सम्बंधित कुछ प्रश्नोत्तरी : साभार- विद्यासागर वर्मा ,पूर्व राजदूत प्रश्न १ : क्या महात्मा बुद्ध […]
व्रत क्या है? एकादशी का पवित्र व्रत धारण करने से जीवन में महानता की ज्योति प्रकट हो जाती है। क्योंकि यजुर्वेद के 34वें अध्याय के प्रथम मंत्र में मन को ज्योतियों में एक ज्योति कहा गया,अर्थात मन प्रकाशक है। प्रकाशको का प्रकाशक है। उससे ही जीवन का एक उज्जवल लक्ष्य हमारे सामने आने लगता है। […]
देवेंद्र सिंह आर्य चेयरमैन उगता भारत। प्रथम किस्त। क्या आप भी नवरात्र के अथवा कोई अन्य व्रत रखते हैं? क्या आप व्रत के संबंध में जानते हैं? क्या आप देवी गौरी,चंद्रघंटा, स्कंद माता ,संतोषी माता, दुर्गा माता वैष्णो, कुष्मांडा, कात्यायनी आदि के पूजक एवं उपासक हैं? क्या पाषाण पूजा अथवा मूर्ति पूजा वेदसम्मत है? यदि […]
आधुनिक राम-काव्य का महत्व (डॉ. परमलाल गुप्त – विनायक फीचर्स) समस्त भारतीय साहित्य में राम-काव्य का महत्वपूर्ण स्थान है। संस्कृत, प्राकृत, अपभ्रंश, तमिल, तेलुगू, मलयालम, कन्नड़, मराठी, उडिय़ा, बंगला, असमिया, हिन्दी आदि सभी भाषाओं में प्रचुर परिमाण में राम-काव्य की रचना हुई है। हिन्दी में उसके आदि काल से ही राम-काव्यों की भी बड़ी संख्या […]
(दुर्गाप्रसाद शुक्ल ‘आजाद’ – विभूति फीचर्स) श्रीराम का अलौकिक व्यक्तित्व भारतीय जनमानस पर विशाल वटवृक्ष के सदृश छाया हुआ है, जिसकी सुशीतल छाया में धर्म, आध्यात्म, नैतिकता, सच्चरित्रता तथा परोपकार आदि सद्ïगुण पलते और बृद्धि को प्राप्त होते हैं। वैदिक ऋषियों से लेकर नरेन्द्र कोहली तक के साहित्यिक सफर में रामकथा के इतने रूप हमारे […]
सुभाष आनंद – विनायक फीचर्स बैसाखी पंजाब का महत्वपूर्ण पर्व माना जाता है, इस पर्व का कृषि से सीधा संबंध है। इस समय फसल पक चुकी होती है और किसान फसल की कटाई की तैयारी में जुटे होते हैं। अपनी-अपनी फसल को पका देखकर किसान झूम उठते हैं और किसानों के मुंह से एक ही […]